وزیر اعظم جناب نریندر مودی نے لمبنی ، نیپال میں انٹر نیشنل کنونشن سنٹر اور میڈیٹیشن ہال میں 2566 ویں بدھ جینتی تقریبات میں شرکت کی۔ ان کے ہمراہ نیپال کے وزیر اعظم عزت مآب شیر بہادر دیوبا اور ان کی اہلیہ ڈاکٹر آرزورانا دیوبا بھی تھیں۔
نیپال کے ثقافت ، سیاحت اور شہری ہوابازی کے وزیر جناب پریم بہادر آلے، جو لمبنی ڈیولپمنٹ ٹرسٹ کے چیئرمین ہیں، لمبنی کے وزیر اعلیٰ جناب کُل پرساد کے سی،وائس چیئرمین آف ایل ڈی ٹی، عزت مآب میتیا شاکیہ پتا اور حکومت نیپال کے متعدد وزراء اور دیگر اکابرین اس موقع پر موجود تھے۔
دونوں وزراء اعظم نے ڈھائی ہزار کے قریب حاضرین کو خطاب کیا۔ وہاں موجود لوگوں میں بھکشو، بدھسٹ اسکالر اور بین الاقوامی شرکاء شامل تھے۔
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U.No:5425
ش ح۔رف۔س ا
Addressing a programme in Lumbini on the auspicious occasion of Buddha Purnima. https://t.co/Frs6jrcHIC
— Narendra Modi (@narendramodi) May 16, 2022
मुझे पहले भी वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध से जुड़े दिव्य स्थलों पर, उनसे जुड़े आयोजनों में जाने का अवसर मिलता रहा है।
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और आज, भारत के मित्र नेपाल में भगवान बुद्ध की पवित्र जन्म-स्थली लुम्बिनी आने का ये सौभाग्य मिला है: PM @narendramodi
मायादेवी मंदिर में दर्शन का जो अवसर मुझे मिला, वो भी मेरे लिए अविस्मरणीय है।
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वो जगह, जहां स्वयं भगवान बुद्ध ने जन्म लिया हो, वहाँ की ऊर्जा, वहाँ की चेतना, ये एक अलग ही अहसास है: PM @narendramodi
जनकपुर में मैंने कहा था कि “नेपाल के बिना हमारे राम भी अधूरे हैं”।
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मुझे पता है कि आज जब भारत में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है, तो नेपाल के लोग भी उतना ही खुश हैं: PM @narendramodi
आज जिस तरह की वैश्विक परिस्थितियां बन रही हैं, उसमें भारत और नेपाल की निरंतर मजबूत होती मित्रता, हमारी घनिष्ठता, संपूर्ण मानवता के हित का काम करेगी: PM @narendramodi
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बुद्ध मानवता के सामूहिक बोध का अवतरण हैं।
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बुद्ध बोध भी हैं, और बुद्ध शोध भी हैं।
बुद्ध विचार भी हैं, और बुद्ध संस्कार भी हैं: PM @narendramodi
एक ही तिथि, एक ही वैशाख पूर्णिमा पर भगवान बुद्ध की जीवन यात्रा के ये पड़ाव केवल संयोग मात्र नहीं था।
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इसमें बुद्धत्व का वो दार्शनिक संदेश भी है, जिसमें जीवन, ज्ञान और निर्वाण, तीनों एक साथ हैं: PM @narendramodi
वैशाख पूर्णिमा का दिन लुम्बिनी में सिद्धार्थ के रूप में बुद्ध का जन्म हुआ।
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इसी दिन बोधगया में वो बोध प्राप्त करके भगवान बुद्ध बने।
और इसी दिन कुशीनगर में उनका महापरिनिर्वाण हुआ: PM @narendramodi
जिस स्थान पर मेरा जन्म हुआ, गुजरात का वडनगर, वो सदियों पहले बौद्ध शिक्षा का बहुत बड़ा केंद्र था।
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आज भी वहां प्राचीन अवशेष निकल रहे हैं जिनके संरक्षण का काम जारी है: PM @narendramodi
नेपाल में लुम्बिनी म्यूज़ियम का निर्माण भी दोनों देशों के साझा सहयोग का उदाहरण है।
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और आज हमने लुम्बिनी Buddhist University में डॉ अम्बेडकर Chair for Buddhist Studies स्थापित करने का भी निर्णय लिया: PM @narendramodi
भारत और नेपाल की साझी विरासत, साझी संस्कृति, साझी आस्था और साझा प्रेम ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है। ये पूंजी जितनी समृद्ध होगी, हम उतने ही प्रभावी ढंग से दुनियाभर में भगवान बुद्ध का संदेश पहुंचा सकते हैं। pic.twitter.com/s2EjKL6aw5
— Narendra Modi (@narendramodi) May 16, 2022
बुद्ध बोध भी हैं और शोध भी हैं।
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बुद्ध विचार भी हैं और संस्कार भी हैं। pic.twitter.com/6JhRfGRgh9
Buddha Purnima is special and there is a central message behind this day… pic.twitter.com/EAi0dBiPa0
— Narendra Modi (@narendramodi) May 16, 2022
Connected by the noble thread of Buddhism, India and Nepal are deepening cooperation in many spheres. pic.twitter.com/DA5X4upYMd
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