1.ଡେନମାର୍କ ରାଷ୍ଟ୍ରର ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ମହାମହିମ ମିସ ମେଟ୍ଟ ଫ୍ରେଡରିକସନ ଏବଂ ଭାରତର ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ଶ୍ରୀ ନରେନ୍ଦ୍ର ମୋଦୀ ଭାରତ ଏବଂ ଡେନମାର୍କ ମଧ୍ୟରେ 28 ସେପ୍ଟେମ୍ବର 2020ରେ ଆୟୋଜିତ ଏକ ଭର୍ଚ୍ଚୁଆଲ ଶିଖର ସମ୍ମିଳନୀରେ ଅଧ୍ୟକ୍ଷତା କରିଛନ୍ତି।
कुछ महीने पहले फ़ोन पर हमारी बहुत productive बात हुई। हमने कई क्षेत्रों में भारत और डेनमार्क के बीच सहयोग बढ़ाने के बारे में चर्चा की थी।
— PMO India (@PMOIndia) September 28, 2020
यह प्रसन्नता का विषय है कि आज हम इस Virtual Summit के माध्यम से इन इरादों को नई दिशा और गति दे रहे हैं: PM
पिछले कई महीनो की घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमारे जैसे like-minded देशों का,
— PMO India (@PMOIndia) September 28, 2020
जो एक rules-based, transparent, humanitarian और डेमोक्रेटिक value-system शेयर करते हैं,
साथ मिल कर काम करना कितना आवश्यक है: PM
Covid-19 ने दिखाया है कि Global Supply Chains का किसी भी single source पर अत्यधिक निर्भर होना risky है।
— PMO India (@PMOIndia) September 28, 2020
हम जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिल कर supply-chain diversification और resilience के लिए काम कर रहें हैं।
अन्य like-minded देश भी इस प्रयत्न में जुड़ सकते हैं: PM
इस संदर्भ में मेरा मानना है कि हमारी Virtual Summit ना सिर्फ़ भारत-डेनमार्क संबंधों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी,
— PMO India (@PMOIndia) September 28, 2020
बल्कि वैश्विक चुनौतियों के प्रति भी एक साझा approach बनाने में मदद करेगी: PM
During the India-Denmark Summit today @Statsmin Mette Frederiksen and I reviewed the full range of bilateral ties between our nations. We look forward to having a strong Green Strategic Partnership with Denmark and improving ties in sectors like trade, commerce and energy. pic.twitter.com/19cXGG5Ikg
— Narendra Modi (@narendramodi) September 28, 2020
In our talks, @Statsmin Mette Frederiksen and I also got the opportunity to discuss multilateral issues, relating to the Indo-Pacific, robust India-EU ties, UN reforms, upcoming COP-26 deliberations and more. Strong India-Denmark ties benefit our citizens greatly.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 28, 2020