প্রধান মন্ত্রী নরেন্দ্র মোদীনা ঙসি সুপ্রিম কোর্তনা শিনবা কন্সতিত্যুসন দে থৌরমদা পি.এম.না ৱা ঙাংখ্রে। ভারতকী চীফ জস্তিস শ্রী জস্তিস এন.ভি. রামানা, কেন্দ্রগী মন্ত্রী শ্রী কিরেন রিজুজু, সেনিয়র সুপ্রিম কোর্ত অমসুং হায় কোর্ত জস্তিসেস, ভারতকী এত্রোনী জেনেরেল শ্রী কে. কে. বেনুগোপাল অমসুং সুপ্রিম কোর্ত বার এসোসিএসনগী প্রসিদেন্ত শ্রী বিকাস সিংহনা থৌরম অসিদা শরুক য়াখি।
মীতিন অসিদা ৱা ঙাংলদুনা, প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি অয়ুক্তা মহাক্না লেজিস্লেতর অমসুং একজিক্যুতিবকী কোলিকশিংগা পুনখি। অমদি হৌজিক্না মহাক্না জুদিসিএরীদা নিংথিনা খঙলবা মেম্বরশিংগী মরক্তা লৈরি। “ঐখোয় পুম্বা শক্লোন তোঙানবা য়াই, ইথৌদাং তোঙানবা য়াই, ঐখোয়গী থবক খুৎশু তোঙানবা য়াই, অদুবু ঐখোয়গী থাজবা, ইথিল অমসুং শক্তিগী হৌরকফমদি চপ মান্নৈ – ঐখোয়গী কন্সতিত্যুসন”, হায়না প্রধান মন্ত্রীনা মরুওইবা পীখি।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি মদুদি ঐখোয়গী কন্সতিত্যুসন শেম্বশিংনা ঐখোয়দা ভারতকী চহি লিশিং কয়া অমসুং নিং তম্বগী মঙালগী আসাদা হিংজরম্বা অমসুং শিখ্রবা গী ফজরবা কন্সতিত্যুসন পীরি।
প্রধান মন্ত্রীনা মরুওইবা পীখি মদুদি নিং-খা তম্লবা মতুং চহি কয়া অমগী মতুংদসু, নাগরীক কয়া অমনা নোংমদা চংদবা য়াদ্রবা তঙাইফদবশিং হায়বদি থক্ননবা ঈশিং, তোইলেৎশিং, ইলেক্ত্রিসিতী অসিনচিংবশিং অসিদা অৱাবা মায়োক্নরি হায়না নুংনাংবা ফোংদোক্নরি। মখোয়গী পুন্সিবু হেন্না নুঙাইবা অমা ওইহনবা হায়বা অসি কন্সতিত্যুসন্দা ইকাই খুম্নবা পীবনি। মহাক্না অপেনবা ফোংদোকখি মদুদি লৈবাক অসিদা মসিগী এক্সক্লুজন অসি কনক্লুজন্দা ওন্থোক্নবা কেম্পেন চৎথরিবা অসিনি।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি কোরোনা মতমদা, থা কয়া অমা মীওই কোতি ৮০ হেন্না লেম্না চেং-হৱায় ফংহনখি। সরকারনা পি.এম. গরিব কল্যন অন য়োজনাগী মখাদা লুপা কোতি লাখ ২ লিশিং ৬০ হেন্না চাদিং তৌদুনা লায়রবশিংদা চেং-হৱায় পীখি। মহাক্না মখা তাখি মদুদি স্কীম অসি মথং চহিগী মার্চ ফাওবা ঙরাং শাংদোকখ্রে। মহাক্না হায়খি তঙাইফদবা অমসুং লায়রবগী মতাং লাকপদা, নুপী, ত্রান্সজেন্দর, স্ত্রীত ভেন্দরশি, দিব্যাং অমসুং অতৈ সেগমেন্তশিংদা কোকহনবদা, মখোয়না লৈবাক অমা শেমগৎপদা য়াওশিল্লকই অমসুং মখোয়না কন্সতিত্যুসন্দা থাজবা হেনগৎলকই।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি সবকা সাথ-সবকা বিকাস, সবকা বিস্বাস-সবকা প্রয়াস, হায়বা অসি কন্সতিত্যুসনগী ইথিলগী খ্বায়দগী শক্তি লৈবা খুদম অমনি। সরকারনা কন্সতিত্যুসন্দা কৎথোক্লি, চাউখৎ থৌরাংদা খেন্নবা থমদে। ঙসিদি লায়ররবদগী খ্বায়দগী লায়ররবশিংনা অতৈ মীওইশিংনা ফংফম থোকপা ফংলিবা অদুগুম্না অফবা মখলগী ইনফ্রাস্ত্রকচর চপ মান্ননা ফংলি। ঙসিদি লৈবাক অসিনা মেত্রো সিতীশিং হায়বদি দিল্লী অমসুং মুম্বাইদা পীবগুম্না লাদাথ, আন্দমান অমসুং অৱাং-নোংপোক্কী চাউখৎ থৌরাংদা মিৎয়েং চংলি হায়না মহাক্না হায়খি।
হন্দক্তা নেস্নেল ফেমিলী হেলথ সর্ভেনা থোকখিবা রিজল্ত অমদা ৱাফম থমদুনা প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি মদুদি জেন্দর খেন্নবা অসিদা, হৌজিক্তি নুপামচাশিংগা য়েংনবদা নুপীমচাগী মশিং হেনগৎলক্লে। মীরোলবী নুপীশিংগী হোস্পিতালদা অঙাক পোকপগী খুদোংচাবা হেন্না ফংলে। মাতর্নেল মোর্তালিতী চাং মতুং ইন্না, অঙাং শিবগী চাংসু হন্থরক্লি।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি ঙসিদি মালেম অসিদা অতোপ্পা লৈবাক অমনগী কোলোনী লৈবা লৈবা অমত্তা লৈত্রে। অদুবু কোলোনীগী ৱাখল্লোন অসিদি লোইবা নত্ত্রি। “ঐখোয়না মসিগী ৱাখল্লোন অসি মফম কয়া অমদা উবা ফংলি। খ্বায়দগী তশেংনা খুদম অমা উবা হায়রগদি মসিগী খোঙয়েৎ অসি চাউখৎলক্লিবা লৈবাকশিংগী চাউখৎ লম্বীদা মায়োক্নরি। চাউখৎলক্লিবা লৈবাকশিং অসিদা চপ মান্ননা পাম্বৈ থীদুনা, মান্নবা লম্বী অমদা চাউখৎলবা লৈবাকশিংনা তৌখিবা অসুম্না তৌনবা কন্না হোৎনরি”, হায়না মহাক্না হায়খি। প্রধান মন্ত্রীনা পনখি মদুদি ভারত অসি মতমগা মাংওইননা পেরিস এগ্রিমেন্তকী পন্থুং ফংবা লৈবাক্নি। অদুম ওইনমক, অকোইবগী মিংদা, ভারত্তা প্রেসর কয়া অমা থোক্লক্লি। মসি পুম্নমক অসি কোলোনিএল ওইবা ৱাখল্লোনগী মহৈনি। মহাক্না হায়খি “লাইবক থিবদি অসিগুম্বা ৱাখল্লোন অসিনা, ঐখোয়গী ইশামক্কী লৈবাক অসিদা চাউখৎ থৌরাং কয়াদা অয়েৎপা কয়া অমা লৈরি। করিগুম্বা মতমদা নিংতম্বগী মিংদা অমসুং করিগুম্বা মতমদা অতোপ্পা অমা” , হায়না মহাক্না মরুওইবা পীখি। মহাক্না মখা তাখি মদুদি অসিগুম্বা কোলোনীগী ৱাখল্লোন অসিনা নিংতম খোঙজংদসু অয়েৎপা কয়া অম ওইখি। “ঐখোয়না মসি লৌথোক্কদবনি। মসিগীদমক, ঐখোয়গী খ্বায়দগী চাউবা থৌনা, ঐখোয়গী কন্সতিত্যুসন অসিনি”, হায়না মহাক্না হায়খি।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি মদুদি সরকার অমসুং জুদিসরী অনিমক কন্সতিত্যুসনগী পুকনুংদগী পোক্লকপনি। মরম অদুনা, অনিমক ফাইবোক্নি। অনি অসি লৈরম্লিবা অসি কন্সতিত্যুসন লৈবননি। মরম অদুনা, খরা পাক চাউনা য়েংবা মতমদা, অনি অসি য়াম্না চাউনা খেন্নরবসু অমগা অমগা য়াম্না নক্নৈ। মহাক্না শক্তি খায়দোক্নবগী ৱাখল্লোন্দা মরুওইবা পীদুনা হায়খি মদুদি, অমৃত কালদা, মীচম অমনা মহাক্না হৌজিক ওইরিবা অসিদগী হেন্না মতিক চাই হায়দুনা অপুনবা ইথিল অমগা লোয়ননা উৎপা অমা চংই। “শক্তি খায়দোক্নবগী অকনবা য়ুমফম অসিদা, ঐখোয়না অপুনবগী থৌদাংগা লোয়ননা লম্বী অমদা চৎমিন্নবা, লম্বী পরিং অমা শেম্বা, পান্দম অমা লেপ্পা অমসুং লৈবাক অসিবু মসিগী পন্থুং য়ৌহনবা তাই” হায়দুনা মহাক্না লোইশিনখি।
सुबह मैं विधायिका और कार्यपालिका के साथियों के साथ था।
और अब न्यायपालिका से जुड़े आप सभी विद्वानों के बीच हूं।
हम सभी की अलग-अलग भूमिकाएं, अलग-अलग जिम्मेदारियां, काम करने के तरीके भी अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन हमारी आस्था, प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत एक ही है – हमारा संविधान: PM
— PMO India (@PMOIndia) November 26, 2021
आजादी के लिए जीने-मरने वाले लोगों ने जो सपने देखे थे, उन सपनों के प्रकाश में, और हजारों साल की भारत की महान परंपरा को संजोए हुए, हमारे संविधान निर्माताओं ने हमें संविधान दिया: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) November 26, 2021
कोरोना काल में पिछले कई महीनों से 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त अनाज सुनिश्चचित किया जा रहा है।
PM गरीब कल्याण अन्न योजना पर सरकार 2 लाख 60 हजार करोड़ रुपए से अधिक खर्च करके गरीबों को मुफ्त अनाज दे रही है।
अभी कल ही हमने इस योजना को अगले वर्ष मार्च तक के लिए बढ़ा दिया है: PM
— PMO India (@PMOIndia) November 26, 2021
सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास-सबका प्रयास, ये संविधान की भावना का सबसे सशक्त प्रकटीकरण है।
संविधान के लिए समर्पित सरकार, विकास में भेद नहीं करती और ये हमने करके दिखाया है: PM @narendramodi
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सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास-सबका प्रयास, ये संविधान की भावना का सबसे सशक्त प्रकटीकरण है।
संविधान के लिए समर्पित सरकार, विकास में भेद नहीं करती और ये हमने करके दिखाया है: PM @narendramodi
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Gender Equality की बात करें तो अब पुरुषों की तुलना में बेटियों की संख्या बढ़ रही है।
गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में डिलिवरी के ज्यादा अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।
इस वजह से माता मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर कम हो रही है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) November 26, 2021
आज पूरे विश्व में कोई भी देश ऐसा नहीं है जो प्रकट रूप से किसी अन्य देश के उपनिवेश के रूप में exist करता है।
लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उपनिवेशवादी मानसिकता, Colonial Mindset समाप्त हो गया है।
हम देख रहे हैं कि यह मानसिकता अनेक विकृतियों को जन्म दे रही है: PM @narendramodi
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आज पूरे विश्व में कोई भी देश ऐसा नहीं है जो प्रकट रूप से किसी अन्य देश के उपनिवेश के रूप में exist करता है।
लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उपनिवेशवादी मानसिकता, Colonial Mindset समाप्त हो गया है।
हम देख रहे हैं कि यह मानसिकता अनेक विकृतियों को जन्म दे रही है: PM @narendramodi
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पेरिस समझौते के लक्ष्यों को समय से पहले प्राप्त करने की ओर अग्रसर हम एकमात्र देश हैं।
और फ़िर भी, ऐसे भारत पर पर्यावरण के नाम पर भाँति-भाँति के दबाव बनाए जाते हैं।
यह सब, उपनिवेशवादी मानसिकता का ही परिणाम है: PM @narendramodi
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पेरिस समझौते के लक्ष्यों को समय से पहले प्राप्त करने की ओर अग्रसर हम एकमात्र देश हैं।
और फ़िर भी, ऐसे भारत पर पर्यावरण के नाम पर भाँति-भाँति के दबाव बनाए जाते हैं।
यह सब, उपनिवेशवादी मानसिकता का ही परिणाम है: PM @narendramodi
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आजादी के आंदोलन में जो संकल्पशक्ति पैदा हुई, उसे और अधिक मजबूत करने में ये कोलोनियल माइंडसेट बहुत बड़ी बाधा है।
हमें इसे दूर करना ही होगा।
और इसके लिए, हमारी सबसे बड़ी शक्ति, हमारा सबसे बड़ा प्रेरणा स्रोत, हमारा संविधान ही है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) November 26, 2021
सरकार और न्यायपालिका, दोनों का ही जन्म संविधान की कोख से हुआ है।
इसलिए, दोनों ही जुड़वां संतानें हैं।
संविधान की वजह से ही ये दोनों अस्तित्व में आए हैं।
इसलिए, व्यापक दृष्टिकोण से देखें तो अलग-अलग होने के बाद भी दोनों एक दूसरे के पूरक हैं: PM @narendramodi
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Addressing the Constitution Day programme at Vigyan Bhawan. https://t.co/xzmEhl5wzi
— Narendra Modi (@narendramodi) November 26, 2021
सुबह मैं विधायिका और कार्यपालिका के साथियों के साथ था।
— PMO India (@PMOIndia) November 26, 2021
और अब न्यायपालिका से जुड़े आप सभी विद्वानों के बीच हूं।
हम सभी की अलग-अलग भूमिकाएं, अलग-अलग जिम्मेदारियां, काम करने के तरीके भी अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन हमारी आस्था, प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत एक ही है - हमारा संविधान: PM
आजादी के लिए जीने-मरने वाले लोगों ने जो सपने देखे थे, उन सपनों के प्रकाश में, और हजारों साल की भारत की महान परंपरा को संजोए हुए, हमारे संविधान निर्माताओं ने हमें संविधान दिया: PM @narendramodi
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कोरोना काल में पिछले कई महीनों से 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त अनाज सुनिश्चचित किया जा रहा है।
— PMO India (@PMOIndia) November 26, 2021
PM गरीब कल्याण अन्न योजना पर सरकार 2 लाख 60 हजार करोड़ रुपए से अधिक खर्च करके गरीबों को मुफ्त अनाज दे रही है।
अभी कल ही हमने इस योजना को अगले वर्ष मार्च तक के लिए बढ़ा दिया है: PM
सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास-सबका प्रयास, ये संविधान की भावना का सबसे सशक्त प्रकटीकरण है।
— PMO India (@PMOIndia) November 26, 2021
संविधान के लिए समर्पित सरकार, विकास में भेद नहीं करती और ये हमने करके दिखाया है: PM @narendramodi
आज गरीब से गरीब को भी क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर तक वही एक्सेस मिल रहा है, जो कभी साधन संपन्न लोगों तक सीमित था।
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आज लद्दाख, अंडमान और नॉर्थ ईस्ट के विकास पर देश का उतना ही फोकस है, जितना दिल्ली और मुंबई जैसे मेट्रो शहरों पर है: PM @narendramodi
Gender Equality की बात करें तो अब पुरुषों की तुलना में बेटियों की संख्या बढ़ रही है।
— PMO India (@PMOIndia) November 26, 2021
गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में डिलिवरी के ज्यादा अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।
इस वजह से माता मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर कम हो रही है: PM @narendramodi
आज पूरे विश्व में कोई भी देश ऐसा नहीं है जो प्रकट रूप से किसी अन्य देश के उपनिवेश के रूप में exist करता है।
— PMO India (@PMOIndia) November 26, 2021
लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उपनिवेशवादी मानसिकता, Colonial Mindset समाप्त हो गया है।
हम देख रहे हैं कि यह मानसिकता अनेक विकृतियों को जन्म दे रही है: PM @narendramodi
इसका सबसे स्पष्ट उदाहरण हमें विकासशील देशों की विकास यात्राओं में आ रही बाधाओं में दिखाई देता है।
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जिन साधनों से, जिन मार्गों पर चलते हुए, विकसित विश्व आज के मुकाम पर पहुंचा है, आज वही साधन, वही मार्ग, विकासशील देशों के लिए बंद करने के प्रयास किए जाते हैं: PM @narendramodi
पेरिस समझौते के लक्ष्यों को समय से पहले प्राप्त करने की ओर अग्रसर हम एकमात्र देश हैं।
— PMO India (@PMOIndia) November 26, 2021
और फ़िर भी, ऐसे भारत पर पर्यावरण के नाम पर भाँति-भाँति के दबाव बनाए जाते हैं।
यह सब, उपनिवेशवादी मानसिकता का ही परिणाम है: PM @narendramodi
लेकिन दुर्भाग्य यह है कि हमारे देश में भी ऐसी ही मानसिकता के चलते अपने ही देश के विकास में रोड़े अटकाए जाते है।
— PMO India (@PMOIndia) November 26, 2021
कभी freedom of expression के नाम पर तो कभी किसी और चीज़ का सहारा लेकर: PM @narendramodi
आजादी के आंदोलन में जो संकल्पशक्ति पैदा हुई, उसे और अधिक मजबूत करने में ये कोलोनियल माइंडसेट बहुत बड़ी बाधा है।
— PMO India (@PMOIndia) November 26, 2021
हमें इसे दूर करना ही होगा।
और इसके लिए, हमारी सबसे बड़ी शक्ति, हमारा सबसे बड़ा प्रेरणा स्रोत, हमारा संविधान ही है: PM @narendramodi
सरकार और न्यायपालिका, दोनों का ही जन्म संविधान की कोख से हुआ है।
— PMO India (@PMOIndia) November 26, 2021
इसलिए, दोनों ही जुड़वां संतानें हैं।
संविधान की वजह से ही ये दोनों अस्तित्व में आए हैं।
इसलिए, व्यापक दृष्टिकोण से देखें तो अलग-अलग होने के बाद भी दोनों एक दूसरे के पूरक हैं: PM @narendramodi
In line with the spirit of our Constitution, we are undertaking a development journey at the core of which is inclusion. pic.twitter.com/dy9WVoSfEP
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सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास-सबका प्रयास, ये संविधान की भावना का सबसे सशक्त प्रकटीकरण है।
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आज गरीब से गरीब को भी क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर तक वही एक्सेस मिल रहा है, जो कभी साधन-संपन्न लोगों तक सीमित था। pic.twitter.com/g1QBuveBlr
Something to think about... pic.twitter.com/rnZldhSnOs
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अमृतकाल में भारत अपनी दशकों पुरानी समस्याओं के समाधान तलाशकर नए भविष्य के लिए संकल्प ले रहा है। इसीलिए, देश ने आने वाले 25 सालों के लिए ‘सबका प्रयास’ का आह्वान किया है, जिसमें एक बड़ी भूमिका Judiciary की भी है। pic.twitter.com/pexWjtxC7X
— Narendra Modi (@narendramodi) November 26, 2021
अमृतकाल में भारत अपनी दशकों पुरानी समस्याओं के समाधान तलाशकर नए भविष्य के लिए संकल्प ले रहा है। इसीलिए, देश ने आने वाले 25 सालों के लिए ‘सबका प्रयास’ का आह्वान किया है, जिसमें एक बड़ी भूमिका Judiciary की भी है। pic.twitter.com/pexWjtxC7X
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