Speaking at the inauguration of Sri Sri Radha Madanmohanji Temple in Navi Mumbai. https://t.co/ysYXd8PLxz
— Narendra Modi (@narendramodi) January 15, 2025
दुनियाभर में फैले इस्कॉन के अनुयायी भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति के डोर से बंधे हैं।
उन सबको एक-दूसरे से कनेक्ट रखने वाला एक और सूत्र है, जो चौबीसों घंटे हर भक्त को दिशा दिखाता रहता है।
ये श्रील प्रभुपाद स्वामी के विचारों का सूत्र है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) January 15, 2025
भारत केवल भौगोलिक सीमाओं में बंधा भूमि का एक टुकड़ा मात्र नहीं है।
भारत एक जीवंत धरती है, एक जीवंत संस्कृति है।
और, इस संस्कृति की चेतना है- यहाँ का आध्यात्म!
इसलिए, यदि भारत को समझना है, तो हमें पहले आध्यात्म को आत्मसात करना होता है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) January 15, 2025
हमारी आध्यात्मिक संस्कृति की नींव का प्रमुख आधार सेवा भाव है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) January 15, 2025
Speaking at the inauguration of Sri Sri Radha Madanmohanji Temple in Navi Mumbai. https://t.co/ysYXd8PLxz
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दुनियाभर में फैले इस्कॉन के अनुयायी भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति के डोर से बंधे हैं।
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उन सबको एक-दूसरे से कनेक्ट रखने वाला एक और सूत्र है, जो चौबीसों घंटे हर भक्त को दिशा दिखाता रहता है।
ये श्रील प्रभुपाद स्वामी के विचारों का सूत्र है: PM @narendramodi
भारत केवल भौगोलिक सीमाओं में बंधा भूमि का एक टुकड़ा मात्र नहीं है।
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भारत एक जीवंत धरती है, एक जीवंत संस्कृति है।
और, इस संस्कृति की चेतना है- यहाँ का आध्यात्म!
इसलिए, यदि भारत को समझना है, तो हमें पहले आध्यात्म को आत्मसात करना होता है: PM @narendramodi
हमारी आध्यात्मिक संस्कृति की नींव का प्रमुख आधार सेवा भाव है: PM @narendramodi
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