Addressing the programme marking 75th anniversary of @FAO. #SahiPoshanDeshRoshan https://t.co/aCUbwedDpb
— Narendra Modi (@narendramodi) October 16, 2020
World Food Day के अवसर पर आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
दुनियाभर में जो लोग कुपोषण को दूर करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं, मैं उन्हें भी बधाई देता हूं: PM @narendramodi
भारत के हमारे किसान साथी- हमारे अन्नदाता, हमारे कृषि वैज्ञानिक, हमारे आंगनबाड़ी-आशा कार्यकर्ता, कुपोषण के खिलाफ आंदोलन का आधार हैं।
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
इन्होंने अपने परिश्रम से जहां भारत का अन्न भंडार भर रखा है, वहीं दूर-सुदूर, गरीब से गरीब तक पहुंचने में ये सरकार की मदद भी कर रहे हैं: PM
इन सभी के प्रयासों से ही भारत कोरोना के इस संकटकाल में भी कुपोषण के खिलाफ मजबूत लड़ाई लड़ रहा है: PM @narendramodi #SahiPoshanDeshRoshan
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
FAO के World Food Program को इस वर्ष का नोबल शांति पुरस्कार मिलना भी एक बड़ी उपलब्धि है।
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
और भारत को खुशी है कि इसमें भी हमारी साझेदारी और हमारा जुड़ाव ऐतिहासिक रहा है: PM @narendramodi
2014 के बाद देश में नए सिरे से प्रयास शुरू किए गए।
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
हम Integrated approach लेकर आगे बढ़े, होलिस्टिक अप्रोच लेकर आगे बढ़े।
तमाम Silos को समाप्त करके हमने एक Multi-Dimensional रणनीति पर काम शुरू किया: PM @narendramodi highlights India’s fight against malnutrition
कुपोषण से निपटने के लिए एक और महत्वपूर्ण दिशा में काम हो रहा है।
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
अब देश में ऐसी फसलों को बढ़ावा दिया जा रहा है जिसमें पौष्टिक पदार्थ- जैसे प्रोटीन, आयरन, जिंक इत्यादि ज्यादा होते हैं: PM @narendramodi #SahiPoshanDeshRoshan
मैं आज FAO को विशेष धन्यवाद देता हूं कि उसने वर्ष 2023 को International Year of Millets घोषित करने के भारत के प्रस्ताव को पूरा समर्थन दिया है: PM @narendramodi #SahiPoshanDeshRoshan
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
वर्ष 2023 को International Year of Millets घोषित करने के प्रस्ताव के पीछे भी कुछ इसी तरह की भावना है।
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
इससे भारत ही नहीं विश्व भर को दो बड़े फायदे होंगे:
एक तो पौष्टिक आहार प्रोत्साहित होंगे, उनकी उपलब्धता और बढ़ेगी।
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
और दूसरा- जो छोटे किसान होते हैं, जिनके पास कम जमीन होती है, उन्हें बहुत लाभ होगा: PM @narendramodi #SahiPoshanDeshRoshan
भारत में पोषण अभियान को ताकत देने वाला एक और अहम कदम आज उठाया गया है।
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
आज गेहूं और धान सहित अनेक फसलों के 17 नए बीजों की वैरायटी, देश के किसानों को उपलब्ध कराई जा रही हैं: PM @narendramodi #SahiPoshanDeshRoshan
बीते कुछ महीनों में पूरे विश्व में कोरोना संकट के दौरान भुखमरी-कुपोषण को लेकर अनेक तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स अपनी चिंताएं जता रहे हैं कि क्या होगा, कैसे होगा?
इन चिंताओं के बीच, भारत पिछले 7-8 महीनों से लगभग 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन उपलब्ध करा रहा है।
इस दौरान भारत ने करीब-करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए का खाद्यान्न गरीबों को मुफ्त बांटा है: PM @narendramodi #SahiPoshanDeshRoshan
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
क्या आप जानते हैं कि कोरोना के कारण जहां पूरी दुनिया संघर्ष कर रही है, वहीं भारत के किसानों ने इस बार पिछले साल के प्रोडक्शन के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया?
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
क्या आप जानते हैं कि सरकार ने गेहूं, धान और दालें सभी प्रकार के खाद्यान्न की खरीद के अपने पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं: PM
आज भारत में निरंतर ऐसे रिफॉर्म्स किए जा रहे हैं जो Global Food Security के प्रति भारत के Commitment को दिखाते हैं।
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
खेती और किसान को सशक्त करने से लेकर भारत के Public Distribution System तक में एक के बाद एक सुधार किए जा रहे हैं: PM @narendramodi #SahiPoshanDeshRoshan
किसानों को लागत का डेढ़ गुणा दाम MSP के रूप में मिले, इसके लिए अनेक कदम उठाए गए हैं।
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
MSP और सरकारी खरीद, देश की फूड सिक्योरिटी का अहम हिस्सा हैं।
इसलिए इनका जारी रहना स्वभाविक है: PM @narendramodi #SahiPoshanDeshRoshan
छोटे किसानों को ताकत देने के लिए, Farmer Producer Organizations यानि FPOs का एक बड़ा नेटवर्क देश में तैयार किया जा रहा है: PM @narendramodi #SahiPoshanDeshRoshan
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
भारत में अनाज की बर्बादी हमेशा से बहुत बड़ी समस्या रही है।
— PMO India (@PMOIndia) October 16, 2020
अब जब Essential Commodities Act में संशोधन किया गया है, इससे स्थितियां बदलेंगी: PM @narendramodi #SahiPoshanDeshRoshan
FAO को विशेष धन्यवाद कि उसने वर्ष 2023 को International Year of Millets घोषित करने के भारत के प्रस्ताव को समर्थन दिया है।
— Narendra Modi (@narendramodi) October 16, 2020
इससे पौष्टिक आहार प्रोत्साहित होंगे, उनकी उपलब्धता और बढ़ेगी। साथ ही, ऐसे किसानों को बहुत लाभ होगा, जिनके पास कम जमीन है और जो बारिश पर निर्भर होते हैं। pic.twitter.com/AsKNdZnbAa
भारत में पोषण अभियान को ताकत देने वाला एक और अहम कदम आज उठाया गया है।
— Narendra Modi (@narendramodi) October 16, 2020
गेहूं और धान सहित अनेक फसलों के 17 नए बीजों की वैरायटी अब देश के किसानों को उपलब्ध है। इसके लिए मैं एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटीज और कृषि वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं। pic.twitter.com/v5NAf2TtAe
कोरोना के कारण जहां पूरी दुनिया संघर्ष कर रही है, वहीं भारत के किसानों ने इस बार पिछले साल के प्रोडक्शन के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया।
— Narendra Modi (@narendramodi) October 16, 2020
सरकार ने गेहूं, धान और दाल सहित सभी प्रकार के खाद्यान्न की खरीद के अपने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।#SahiPoshanDeshRoshan pic.twitter.com/NzCb5ojEMb
MSP और सरकारी खरीद, देश की फूड सिक्योरिटी का अहम हिस्सा हैं। इसलिए इनका वैज्ञानिक तरीके से, अच्छी से अच्छी व्यवस्था के साथ, अच्छा से अच्छा प्रबंधन भी हो और ये आगे भी जारी रहें, यह बहुत आवश्यक है। हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं। #SahiPoshanDeshRoshan pic.twitter.com/0vWCHVbJzq
— Narendra Modi (@narendramodi) October 16, 2020
छोटे किसानों को ताकत देने के लिए Farmer Producer Organizations यानि FPOs का एक बड़ा नेटवर्क देश में तैयार किया जा रहा है।
— Narendra Modi (@narendramodi) October 16, 2020
देश में ऐसे कृषि उत्पादक संघ बनाने का काम तेजी से चल रहा है। #SahiPoshanDeshRoshan pic.twitter.com/I3VSJtJmuH