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72 वें स्‍वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री के भाषण की मुख्‍य बातें


आज देश आत्‍मविश्‍वास से भरा हुआ है। सपनों के संकल्‍प के साथ परिश्रम की पराकाष्‍ठा से देश नई ऊंचाईयों को पार कर रहा है।

आज़ादी का यह पर्व हम तब मना रहे हैं, जब उत्‍तराखंड, हिमाचल, मणिपुर, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जैसे राज्‍यों की हमारी बेटियों ने सात समंदर पार किया और सातों समंदर को तिरंगे रंग से रंग करके हमारे बीच लौट आईं।

दूर-सुदूर जंगलों में जीने वाले नन्‍हें-मुन्‍ने आदिवासी बच्‍चों ने इस बार एवरेस्‍ट पर तिरंगा झंडा फहरा करके तिरंगे झंडे की शान और बढ़ा दी है।

दलित हो, पीड़ित हो, शोषित हो, वंचित हो, महिलाएं हो उनके हकों की रक्षा करने के लिए हमारी संसद ने संवेदनशीलता और सजगता के साथ सामाजिक न्‍याय को और अधिक मजबूत बनाया।

ओबीसी आयोग को सालों से संवैधानिक दर्जा देने की मांग उठ रही थी। इस बार संसद ने इसे संवैधानिक दर्जा दे कर पिछड़ों और अति पिछड़ों के हकों की रक्षा करने का प्रयास किया।

देश में अतिवृष्टिऔर बाढ़ के कारण जिन परिवारों को अपने स्‍वजन खोने पड़ें हैं, जिन्‍हें मुसीबतें झेलनी पड़ी हैं, उन सबके प्रति देश पूरी शक्ति से उनकी मदद में खड़ा है।

अगली बैसाखी को जलियांवाला बाग नरसंहार को सौ वर्ष पूरे हो रहे हैं।जलियावालां बाग कांड हमारे देश के वीरों के त्‍याग और बलिदान की प्रेरणा का संदेश देता है। मैं उन सभी वीरों को हृदयपूर्वक, आदरपूर्वक नमन करता हूं।

भारत ने विश्‍व की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में अपना नाम दर्ज करा दिया है।

तिरंगे झंडे की आन-बान-शान हमें जीने-जूझने की, मरने-मिटने की प्रेरणा देता है, उस तिरंगे की शान के लिए देश की सेना के जवान अपने प्राणों की आहुति दे देते हैं।

सेना के सभी जवानों, अर्धसैनिक बलों और पुलिस के जवानों को, उनकी महान सेवा और त्‍याग-तपस्‍या के लिए, उनके पराक्रम और पुरुषार्थ के लिए शत-शत नमन।

आज़ादी के बाद पूज्‍य बाबा साहेब अम्‍बेडकर जी के नेतृत्‍व में भारत ने एक समावेशी संविधान का निर्माण किया। ये नए भारत के निर्माण का संकल्‍प ले करके आया है।

एक आत्‍मनिर्भर हिन्‍दुस्‍तान हो, एक सामर्थ्‍यवान हिन्‍दुस्‍तान हो, एक विकास की निरंतर गति को बनाए रखने वाला, लगातार नई ऊंचाइयों को पार करने वाला हिन्‍दुस्‍तान हो, दुनिया में हिन्‍दुस्‍तान की साख हो, और इतना ही नहीं, हम चाहते हैं कि दुनिया में हिन्‍दुस्‍तान की दमक भी हो। हम वैसा हिन्‍दुस्‍तान बनाना चाहते हैं।

जब सवा सौ करोड़ देशवासियों की भागीदारी होती है, जन-जन देश को आगे बढ़ाने के लिए हमारे साथ जुड़ता है। सवा सौ करोड़ सपने, सवा सौ करोड़ संकल्‍प, सवा सौ करोड़ पुरुषार्थ, जब निर्धारित लक्ष्‍य की प्राप्ति के लिए सही दिशा में चल पड़ते हैं तो क्‍या कुछ नहीं हो सकता ?

2014 में इस देश के सवा सौ करोड़ नागरिक सिर्फ सरकार बना कर रुके नहीं थे। वे देश बनाने के लिए जुटे थे, जुटे हैं और जुटे रहेंगे। मैं समझता हूं यही हमारे देश की ताकत है।

पिछले 4 साल में जो काम हुए हैं, उन कामों का अगर लेखा-जोखा लें, तो आपको अचरज होगा कि देश की रफ़्तार क्‍या है, गति क्‍या है, प्रगति कैसे आगे बढ़ रही है।

शौचालय ही ले लें, अगर शौचालय बनाने में वर्ष 2013 की जो रफ़्तार थी, उसी रफ़्तार से चलते तो शायद कितने दशक बीत जाते शौचालयों का निर्माण शत-प्रतिशत पूरा करने में।

वर्ष 2013 की रफ्तार के आधार पर गांव में बिजली पहुंचाने के लिए शायद एक-दो दशक और लग जाते।

गरीबों को एलपीजी गैस कनेक्‍शन, गरीब मां को धुंआ-मुक्‍त बनाने वाला चूल्‍हा, यदि 2013 की रफ़्तार से चले होते तो उस काम को पूरा करने में शायद 100 साल भी कम पड़ जाते।

वर्ष 2013 की रफ्तार से अगर ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क लगाने का काम करते तो शायद पीढि़यां निकल जाती। ये रफ़्तार, ये गति, ये प्र‍गति, ये लक्ष्‍य इस प्राप्ति के लिए हम आगे बढ़ेगें।

चार साल में देशबदलाव महसूस कर रहा है। देश एक नई चेतना, नई उमंग, नए संकल्प, नई सिद्धि और नये पुरुषार्थ के साथ आगे बढ़ा रहा है। आज देश दोगुना Highway बना रहा है, चार गुना, गांवों में नए घर बना रहा है।

देश आज Record अनाज का उत्पादन कर रहा है, तो देश आज RecordMobile phone का उत्‍पादन भी कर रहा है। देश में आज Recordट्रैक्टरों की बिक्री हो रही है।

देश में आज आज़ादी के बाद सबसे ज्यादा हवाई जहाज खरीदने का काम हो रहा है।

देश आज नए IIM, नए IIT, नए AIIMS की स्थापना कर रहा है। देश आज छोटे-छोटे स्थानों पर नए Skill Development के Mission को आगे बढ़ाकर नए-नए Centre खोल रहा है।

हमारे tier 2,tier 3 cities में Startup की बाढ़ आई हुई है।

दिव्‍यांग लोगों के लिये Common Sign की Dictionary बनाने का काम भी हमारा देश कर रहा है।

हमारे देश का किसान इन दिनों आधुनिकता, वैज्ञानिकता की ओर जाने के लिये micro irrigation, drip irrigation और Sprinkle पर काम कर रहा है।

संकट से घिरे मानव की रक्षा के लिये हमारी सेना करुणा, माया और ममता के साथ पहुंच जाती है, लेकिन वही सेना जब संकल्प लेकर के चल पड़ती है, तो surgical strike करके दुश्मनों के दांत खट्टे करके आ जाती है।

हमारे लिये आवश्यक है कि हम बड़े लक्ष्य लेकर के संकल्प के साथ आगे बढ़ने की दिशा में प्रयास करे और जब लक्ष्य ढुलमुल होते हैं, हौसले बुलंद नहीं होते हैं, तो समाज तथा जीवन के जरूरी फैसले भी सालों तक अटके पड़े रहते हैं।

हिम्मत के साथ फैसला किया गया कि देश के किसानों को लागत का डेढ़ गुना न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य दिया जाएगा।

देश के छोटे-छोटे व्यापारियों की मदद से, उनके खुलेपन से, नएपन को स्वीकारने के उनके स्वाभाव के कारण आज देश ने जीएसटी लागू कर दिया। व्यापारियों में एक नया विश्वास पैदा हुआ।

बुलंद हौसले और देश के लिए कुछ करने के इरादे के कारण बेनामी संपत्ति का कानून लागू किया गया है।

दुनिया एक समय कहती थी कि हिन्‍दुस्‍तान की economy, risk भरी है। आज वही लोग वही संस्‍थाएं, वही लोग बड़े विश्‍वास के साथ कह रहे है कि reform momentum, fundamental को मजबूती दे रहा है।

पहले दुनिया red tape की बात करती थी लेकिन आज red carpet की बात हो रही है। ease of doing business में हम सौ तक पहुंच गये हैं।

पहले भारत की छवि policy paralysis, यानी delayed reformकी थी। लेकिन आज दुनिया में एक ही बात आ रही है कि भारत यानी reform, perform और transform.

पहले Fragile five में हमारी गिनती हो रही थी। लेकिन आज दुनिया कह रही है कि भारत multi trillion dollar के investment का destination बन गया है।

भारत के लिए कहा जा रहा है कि सोया हुआ हाथी अब जग चुका है, चल पड़ा है, सोए हुए हाथी ने अपनी दौड़ शुरू कर दी है। दुनिया के अर्थवेत्ता कह रहे हैं international institutions कह रहे हैं, आने वाले तीन दशक तक, विश्‍व की अर्थव्‍यवस्‍था की ताकत को भारत गति देने वाला है।

आज अंतर्राष्‍ट्रीय मंच पर भारत की साख बढ़ी है, दुनिया के मंचों पर हमने अपनी आवाज़ को बुलंद किया है।

विश्‍व की जिन संस्‍थाओं में भारत को सदस्‍यता का इंतजार था, आज ऐसी अनगिनत संस्‍थाओं में हमें स्‍थान मिला है। पर्यावरण की चिंताओं के लिए, global warming के लिए परेशानी की चर्चा करने वाले लोगों के लिए,

आज भारत एक आशा की किरण बना है। भारत International solar alliance की पूरे विश्‍व में अगुआई कर रहा है।

आज खेल के मैदान में North-East की दमक नजर आ रही है।

North-East के आखिरी गांव में बिजली पहुंच गई है।

North-East से highways, railways, airways, waterways और information ways (i-way) के विकास की खबरें आ रही है।

हमारे North-East के नौजवान वहां BPO खोल रहे हैं।

आज हमारा North-East, organic farming का hub बन रहा है वहीं North-East, sports university की मेजबानी कर रहा है।

एक समय था जब North-East को लगता था कि दिल्‍ली बहुत दूर है। हमने चार साल के भीतर-भीतर दिल्‍ली को North-East के दरवाज़े पर ला करके खड़ा कर दिया है।

आज हमारे देश में 65 प्रतिशत जनसंख्‍या 35 साल की उम्र की है। हमारे देश के नौजवानों ने nature of job को पूरी तरह बदल दिया है। startupहो, BPO हो, e-commerce हो, mobility का क्षेत्र हो ऐसे नये क्षेत्रों को आज मेरे देश का नौजवान अपने सीने में बांध करके नई ऊंचाईयों पर देश को ले जाने के लिए लगा हुआ है।

13 करोड़ लोगों कोMUDRA LOAN, बहुत बड़ी बात है। उसमें 4 करोड़ नौजवान हैं, जिन्‍होंने ज़िंदगी में पहली बार कहीं से लोन लिया है, और अपने पैरों पर खड़ें होकर स्‍वरोजगार पर आगे बढ़ रहे है। ये अपने आप में बदले हुए वातावरण का एक जीता जागता उदाहरण है।

हिन्‍दुस्‍तान के तीन लाख गावों में COMMON SERVICE CENTRE देश के युवा चला रहे हैं और हर गांव को, हर नागरिक को, पलक झपकते ही विश्‍व के साथ जोड़ने के लिए Information Technology का भरपूर उपयोग कर रहे हैं।

वैज्ञानिकों के आधार, कल्‍पना और सोच के परिणामस्‍वरूप, ‘नाविक’ को हम लॉन्‍च करने जा रहे हैं। इससे देश के मछुआरों को, देश के सामान्‍य नागरिकों को नाविक के द्वारा दिशा दर्शन का लाभ मिलेगा।

हमारे देश ने संकल्‍प किया है कि 2022 तक हम अंतरिक्ष में मानव सहित गगनयान लेकर के चलेगें, जब ये गगनयान अंतरिक्ष में जाएगा, हम मानव को अंतरिक्ष में पहुंचाने वाले विश्‍व के चौथे देश बन जाएंगे।

आज हमारा पूरा ध्‍यान कृषि क्षेत्र में आधुनिकता लाने के लिए, बदलाव लाने के लिए चल रहा है। आजादी के 75वें साल में हमने, किसानों की आय दोगुनी करने का सपना देखा है।

हम कृषि में आधुनिकता ला कर, कृषि के फलक को चौड़ा कर चलना चाहते हैं। बीज से ले करके बाजार तक हम value addition करना चाहते हैं। हम पहली बार देश में agriculture export policy की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं ताकि हमारे देश का किसान भी विश्‍व बाज़ार के अंदर ताकत के साथ खड़ा रहे।

आज नई कृषि क्रांति, organic farming, blue revolution, sweet revolution, solar farming; ये नए दायरे खुल चुके हैं। उसको ले करके हम आगे बढ़ना चाहते हैं।

मछली उत्‍पादन के मामलों में हमारा देश दुनिया में second highest हो गया है।

आज शहद का export दोगुना हो गया है।

गन्‍ना किसानों को खुशी होगी कि हमारे ethanol का उत्‍पादन तीन गुना हो गया है।

ग्रामीण अर्थव्‍यवस्‍था में जितना महत्‍व कृषि का है, उतना ही अन्‍य कारोबारों का है। इसलिए हम women self help group द्वारा, अरबों-खरबों रूपयों के माध्‍यम से, गांव के जो संसाधन हैं, गांव का जो सामर्थ्‍य है, उसको आगे बढ़ाना चाहते हैं और उस दिशा में हम प्रयास कर रहे हैं।

खादी की बिक्री पहले से दोगुनी हो गई है।

देश का किसान अब solar farming पर भी बल देने लगा है। खेती के सिवाय वो solar farming से बिजली बेच कर भी कमाई कर सकता है।

देश में आर्थिक विकास और आर्थिक समृद्धि के साथ-साथ मानव की गरिमा भी हो, ये supreme होती है। हम उन योजनाओं को ले करके आगे बढ़ना चाहते हैं ताकि व्‍यक्ति सम्‍मान से जिंदगी जी सकें, गर्व से जिंदगी जी सकें।

WHO की रिपोर्ट के हिसाब से भारत में स्‍वच्‍छता अभियान के कारण 3 लाख बच्‍चे मरने से बच गए हैं।

गांधी जी ने सत्याग्रही तैयार किए थे और गांधी जी की प्रेरणा ने स्‍वच्‍छाग्रही तैयार किए हैं। बापू के 150वीं जयंती पर पूज्‍य बापू को स्‍वच्‍छ भारत के रूप में, ये हमारे कोटि-कोटि स्‍वच्‍छाग्रही, कार्यान्जलि समर्पित करेंगे।
देश के गरीब से गरीब व्‍यक्ति को, सामान्‍य जन को, आरोग्‍य की सुविधा मिले इसलिए गंभीर बीमारियों के लिए और बड़े अस्‍पतालों में सामान्‍य लोगों को भी आरोग्‍य की सुविधा मिले, मुफ्त में मिले और इसलिए भारत

सरकार ने प्रधानमंत्री जनआरोग्‍य अभियान प्रारंभ करने का तय किया है।

आयुष्मान भारत योजना के तहत, 10 करोड़ परिवारों को, यानी करीब-करीब 50 करोड़ नागरिक, हर परिवार को 5 लाख रुपया सालाना,health assurance देने की योजना है। ये हम इस देश को देने वाले हैं।
ये technology driven व्‍यवस्‍था है, transparency पर बल हो, किसी सामान्‍य व्‍यक्ति को ये अवसर पाने में दिक्‍कत न हो, रुकावट न हो इसमें technology intervention बहुत महत्‍वपूर्ण है। इसके लिए technology के टूल बने हैं।

25 सितंबर, 2018 को प्रधानमंत्री जनआरोग्य अभियान लॉन्च कर दिया जाएगा और उसका परिणाम ये होने वाला है कि देश के गरीब व्यक्ति को अब बीमारी के संकट से जूझना नहीं पड़ेगा।

देश में भी मध्यमवर्गीय परिवारों के लिये, नौजवानों के लिये आरोग्य के क्षेत्र में नए अवसर खुलेंगे। tier 2 tier 3 cities में नए अस्पताल बनेंगे। बहुत बड़ी मात्रा में medical staff लगेगा। बहुत बड़े रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

हमने पिछले चार साल में ग़रीब को सशक्त बनाने की दिशा में बल दिया है। अभी-अभी एक अंतरराष्ट्रीय संस्था ने एक बहुत अच्छी रिपोर्ट निकाली है। उन्होंने कहा है कि पिछले दो वर्ष में भारत में पांच करोड़ ग़रीब, ग़रीबी की रेखा से बाहर आ गए हैं।

गरीब को सशक्त बनाने के लिये हमनें अनेक योजनाएं बनाई है। योजनाएं तो बनती हैं। लेकिन बिचौलिये, कटकी कम्पनी उसमें से मलाई खा लेते हैं। ग़रीब को हक मिलता नहीं है।

सरकारleakages बंद करने में लगी है, इस सरकार ने इसको रोका है। भ्रष्‍टाचार, कालेधन, ये सारे कारोबार रोकने की दिशा में हमने कदम उठाया है। इसके परिणामस्‍वरूप करीब 90 हज़ार करोड़ रुपया सरकारी खज़ाने में आया है।

जो ईमानदार व्‍यक्ति कर देता है उन पैसों से ये योजनाएं चलती हैं। इन योजनाओं का पुण्‍य अगर किसी को मिलता है तो सरकार को नहीं, मेरे ईमानदार करदाताओं को मिलता है, Tax payer को मिलता है।

देश में 2013 तक, यानी पिछले 70 साल की हमारी गतिविधि का परिणाम था, कि देश में directTax देने वाले 4 करोड़ लोग थे। लेकिन आज यह संख्‍या करीब-करीब दो गुना हो करके पौने सात करोड़ हो गई है।

70 साल में हमारे देश में जितने indirect tax में उद्यमी जुड़े थे वो 70 साल में 70 लाख का आंकड़ा पहुंचा है। लेकिन सिर्फ GST आने के बाद पिछले एक वर्ष में यह 70 लाख का आंकड़ा एक करोड़ 16 लाख पर पहुंच गया।

हम काला धन, भ्रष्‍टाचार को माफ नहीं करेंगे। कितनी ही आफतें क्‍यों न आएं, इस मार्ग को तो मैं छोड़ने वाला नहीं हूं। अब दिल्‍ली के गलियारों में power broker नज़र नहीं आते हैं।

हमने प्रक्रियाओं को transparent बनाने के लिए online प्रक्रिया चालू की है। हमने IT Technology का उपयोग किया है।

भारतीय सशस्‍त्र सेना में short service commission के माध्‍यम से नियुक्‍त महिला अधिकारियों को पुरूष समकक्ष अधिकारियों की तरह पारदर्शी चयन प्रक्रिया द्वारा स्‍थाई commission की मैं आज घोषणा करता हूं।

बलात्‍कार पीड़ादायक है, लेकिन बलात्‍कार की शिकार उस बेटी को जितनी पीड़ा होती है, उससे लाखों गुना पीड़ा हम देशवासियों को, देश को, जनता को, हर एक को पीड़ा होनी चाहिए।

इस राक्षसी मनोवृत्ति से देश और समाज को मुक्‍त कराना होगा। कानून अपना काम कर रहा है। हमें इस मानसिकता पर प्रहार करने की आवश्‍यकता है, इस सोच पर प्रहार करने की आवश्‍यकता है, इस विकृति पर प्रहार करने की आवश्‍यकता है।

तीन तलाक की कुरीति ने हमारे देश की मुस्लिम बेटियों की ज़िंदगी को तबाह करके रखा हुआ है। और जिनको तलाक नहीं मिला है वो भी इस दबाव में गुज़ारा कर रही है। संसद के मॉनसून सत्र में Parliament में कानून लाकर के हमारी इन महिलाओं को कुरीतियों से मुक्ति दिलाने का बीड़ा उठाया गया था। लेकिन, अभी भी कुछ लोग हैं जो इसे पारित नहीं होने देते।

हमारे सुरक्षाबलों के प्रयासों, राज्‍य सरकारों की सक्रियता और, केन्‍द्र तथा राज्‍यों की विकास योजनाओं के कारण, जन-साधारण को जोड़ने के प्रयासों का परिणाम है कि आज कई वर्षों के बाद त्रिपुरा और मेघालय- दो राज्‍य पूरी तरह armed forces special power act से मुक्‍त हो गए हैं।

जम्‍मू और कश्‍मीर के मामले में अटल बिहारी वाजपेयी जी ने जो रास्‍ता हमें दिखाया है वही रास्‍ता सही है। उसी रास्‍ते पर हम चलना चाहते हैं। हम गोली और गाली के रास्‍ते पर नहीं, गले लगा करके कश्‍मीर के देशभक्ति से जीने वाले लोगों के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं।

आने वाले कुछ ही महीनों में जम्‍मू–कश्‍मीर में गांव के लोगों को अपना हक जताने का अवसर मिलेगा। अपनी स्‍वयं की व्‍यवस्‍था खड़ी करने का अवसर मिलेगा। अब तो भारत सरकार से इतनी बड़ी मात्रा में वो पैसे सीधे गांव के पास जाते हैं तो गांव को आगे बढ़ाने के लिए वहां के चुने हुए पंच के पास ताकत आएगी। इसलिए निकट भविष्‍य में पंचायतों के चुनाव हों, स्‍थानीय नगर-निकायों के चुनाव हों, उस दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं।

हर भारतीय के पास अपना घर हो – housing for all. हर घर के पास बिजली कनेक्‍शन हो – Power for all. हर भारतीय को धुंए से मुक्ति मिले रसोई में, और इसलिए cooking gas for all. हर भारतीय को जरूरत के मुताबिक जल मिले और इसलिए water for all. हर भारतीय को शौचालय मिले और इसलिए sanitation for all, हर भारतीय को कुशलता मिले और इसलिये skill for all, हर भारतीय को अच्छी और सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं मिले, इसलिये health for all, हर भारतीय को सुरक्षा मिले, सुरक्षा का बीमा सुरक्षा कवच मिले और इसलिए insurance for all, हर भारतीय को इंटरनेट की सेवा मिलें और इसलिए connectivity for all, इस मंत्र को ले करके हम देश को आगे बढ़ाना चाहते है।

हमें ठहराव मंज़ूर नहीं है, हमें रुकना मंज़ूर नहीं है, और झुकना तो हमारे स्‍वभाव में नहीं है। ये देश न रुकेगा, न झुकेगा, ये देश न थकेगा, हमें नई ऊंचाइयों पर आगे चलना है, उत्तरोत्तर प्रगति करते चलना है।