Search

पीएमइंडियापीएमइंडिया

न्यूज अपडेट्स

21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन, लाओ पी डी आर , में प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत का राष्ट्रीय वक्तव्य


Your Majesty,

Excellencies,

आप सभी के बहुमूल्य विचारों और सुझावों के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। भारत और आसियान की Comprehensive स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप को बल देने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। मुझे विश्वास है कि हम मिलकर मानव कल्याण, क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए प्रयास करते रहेंगे।

हम केवल physical ही नहीं, आर्थिक, डिजिटल, सांस्कृतिक और spiritual कनेक्टिविटी को भी मजबूत करने के लिए कदम उठाते रहेंगे।

साथियों,

इस वर्ष आसियान समिट के थीम “Enhancing Connectivity and Resilience” के संदर्भ में, मैं कुछ विचार आपके समक्ष रखना चाहूँगा।

आज दस तारीख है, और दसवाँ महीना है। तो मैं दस सुझाव आपके समक्ष रखना चाहूँगा।

पहला, हमारे बीच टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए, वर्ष 2025 को “आसियान-India Year of Tourism” के रूप में मनाया जा सकता है।इसके लिए, भारत पांच मिलियन डॉलर का योगदान देगा।

दूसरा, भारत की Act East Policy के एक दशक को मनाने के लिए, भारत और आसियान देशों के बीच अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकता है। हमारे कलाकारों, हमारे Youth, हमारे Entrepreneurs, हमारे Think Tanks आदि सभी को एक दूसरे के साथ जोड़ते हुए, Music Festival, Youth Summit, Hackathon, Start-up Festival जैसे आयोजन इस Celebration का हिस्सा हो सकते हैं।

तीसरा, “भारत-आसियान Science and Technology Fund” के तहत, Women Scientists’ Conclave का आयोजन हर साल किया जा सकता है।

चौथा, नवनिर्मित नालंदा विश्वविद्यालय में आसियान देशों के छात्रों के लिए मास्टर्स स्कॉलरशिप की संख्या दोगुनी की जाएगी। और, भारत के कृषि विश्वविद्यालयों में आसियान छात्रों के लिए इस वर्ष से नई स्कॉलरशिप स्कीम भी शुरू की जायेगी।

पांचवां, “आसियान-India Trade in Goods Agreement” की समीक्षा 2025 तक पूरी की जानी चाहिए। इससे हमारे आर्थिक संबंधों को बल मिलेगा। और Secure, Resilient और Reliable सप्लाई चेन तैयार करने में मदद मिलेगी।

छठा, Disaster Resilience के लिए, “आसियान-India Fund” से, 5 मिलियन डॉलर उपलब्ध कराए जायेंगे। भारत की “National Disaster Management Authority” और “आसियान Humanitarian Assistance Centre” साथ मिलकर इस क्षेत्र में काम कर सकते हैं।

सातवां, Health Resilience सुनिश्चित करने के लिए, आसियान-इंडिया Health Ministers की बैठक को institutionalise किया जा सकता है। और, हम हर आसियान देश से दो एक्सपर्ट्स को भारत में Annual National Cancer Grid ‘Vishwam Conference’ के लिए आमंत्रित करते हैं।

आठवां, डिजिटल और Cyber Resilience के लिए, भारत और आसियान के बीच साइबर पॉलिसी डायलॉग को institutionalise किया जा सकता है।

नवां, Green Future के लिए, भारत और आसियान देशों के Experts के बीच ग्रीन हाइड्रोजन पर वर्कशॉप किए जाने का प्रस्ताव भी रखता हूँ।

और, दसवां, Climate Resilience के लिए मैं आप सभी को हमारी campaign, “एक पेड़ माँ के नाम” से जुड़ने का आह्वान करता हूँ।मुझे विश्वास है कि मेरे दसों विचारों को आप सभी का समर्थन मिलेगा। और हमारी टीमें मिलकर इन पर काम करेंगी ।

बहुत बहुत धन्यवाद।

***

MJPS/SR/SKS