Madame President और उनके डेलीगेशन का भारत में स्वागत करते हुए मुझे बहुत सुखद अनुभूति हो रही है।
Excellency,
भारत आपके लिए नया नहीं है, आप पहले भी कई बार भारत की यात्रा कर चुकी हैं।परन्तु राष्ट्रपति के रूप में आपकी ये यात्रा ऐसे समय पर हो रही है जब हम भारत की स्वतंत्रता के 70 वर्ष पूरे होने का उत्सव मना रहे हैं। ये Indo-Swiss Treaty of Friendship & Establishment के सात दशक पूरे होने का भी समय है।हम उम्मीद करते हैं कि आपकी इस यात्रा से आपको उसी गर्मजोशी, और आतिथ्य का अनुभव होगा जो हमें 2016 में अपनी स्विटजरलैंड यात्रा के दौरान मिला था
मुझे ये देखकर हार्दिक प्रसन्नता होती है कि दोनों ही पक्षों की इच्छा सभी स्तरों पर घनिष्ठ संबंध बनाए रखने की है।
Friends,
आज हमने दिव्पक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक विषयों पर व्यापक और सार्थक चर्चा की है। इस यात्रा से, हमारे मजबूत द्विपक्षीय संबंध और आगे बढ़े हैं।
भौगोलिक प्रसार और निरस्त्रीकरण जैसे विषय भारत और स्विटजरलैंड दोनों के लिए ही बहुत महत्वपूर्ण हैं। इस संदर्भ में, हम MTCR में भारत के शामिल होने के लिए स्विटजरलैंड के समर्थन हेतु बहुत आभारी हैं।
हमने भारत और European Free Trade Association के बीच Trade and Economic Partnership Agreement पर भी चर्चा की। इस Agreement के प्रावधानों पर पहले ही बातचीत आरंभ हो चुकी है। यह बहुत ही स्वागत योग्य कदम है। दोनों ही पक्षों ने इस Agreement को पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की है।आज दुनिया के सामने Financial transactions में transparency चिंता का एक गहन विषय है। चाहे वह black money हो, dirty money हो, हवाला हो या हथियारों और ड्रग्स से संबंधित मनी हो। इस वैश्विक अभिशाप से निपटने के लिए स्विट्जरलैंड के साथ हमारा सहयोग जारी है।
पिछले साल हमने टैक्स से जुड़ी जानकारी के Automatic Exchange के लिए एक संयुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए थे। इसके अंतर्गत स्विटजरलैंड में आंतरिक प्रक्रिया पूरी होने पर information हमारे साथ automatic basis पर सांझी की जाएगी।Foreign Direct Investment हमारे आर्थिक संबंधों का एक महत्वपूर्ण आधार है और भारत Swiss निवेशकों का विशेष रूप से स्वागत करता है। इस संदर्भ में, हम एक नई द्विपक्षीय निवेश संधि पर बातचीत जारी रखने की आवश्यकता पर सहमत हुए हैं।भारत की वृद्धि और विकास में सहभागी बनने के लिए स्विट्जरलैंड की कंपनियों के पास अनेक अवसर हैं।
आज दोनों देशों के business leaders के साथ हमारी बातचीत के दौरान हमने ये महसूस किया कि उनमें, परस्पर लाभ के लिए business to business collaboration को लगातार बढ़ाते रहने की पुरजोर इच्छा है।भारतीय पारंपरिक औषधियां, विशेषकर आयुर्वेद, health और wellness को बढ़ावा देने में बड़ी भूमिका निभा सकती है। मुझे खुशी है कि स्विट्जरलैंड ने आयुर्वेद को मान्यता दी है तथा इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में और अधिक सहयोग के लिए उत्सुक है।
Vocational Education और Skill के क्षेत्र में स्विटजरलैंड भारत से लाभ उठाने के लिए SkillSonics का Joint Initiative लिया गया था जिसके अंतर्गत 5 हजार से अधिक भारतीय लाभ उठा चुके हैं। इस मॉडल का विस्तार करने की दिशा में हम और भी सहयोग करने के इच्छुक हैं।
साथियों,
Climate Change एक बड़ी चुनौती है जिसका सामना सभी देश कर रहे हैं। Common But Differentiated Responsibilities के सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए, हम पेरिस समझौते को लागू करने की जरूरत पर और इसके कार्यान्यवन के तौर-तरीके विकसित करने के लिए साथ मिलकर काम करने पर सहमत हुए।भारत को अपनी बढ़ती हुई clean energy की जरूरतों को पूरा करने के लिए Nuclear Supplier Group की सदस्यता से मदद मिलेगी। इस संदर्भ में NSG की सदस्यता के लिए स्विटजरलैंड के निरंतर समर्थन के लिए हम आपको धन्यवाद देते हैं।
International Solar Alliance जैसी पहल और 2022 तक 175 Giga Watt renewable energy के लक्ष्य को हासिल करने के हमारे प्रयास clean energy और green future के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
Excellency,
मुझे विश्वास है कि आपकी ये यात्रा हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक सिद्ध होगी।अत्यंत सार्थक चर्चा के लिए मैं Madame President को धन्यवाद देता हूं और आने वाले महीनों में आपके साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।
मैं एक बार फिर से आपका हार्दिक स्वागत करता हूं और भारत में आपके सार्थक प्रवास की कामना करता हूं।
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद !
President Doris Leuthard and I had wide-ranging talks on improving India-Switzerland ties, both economic and people to people. pic.twitter.com/jSicnsloUb
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2017
Earlier today, President Doris Leuthard and I interacted with leading CEOs from India and Switzerland. pic.twitter.com/7N5SjNX7mc
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2017