2015 बैच के आईएएस अधिकारियों ने सहायक सचिव के रूप में अपने प्रशिक्षण के विदाई सत्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को विभिन्न विषयों पर प्रजेंटेशन दिये।
प्रशासन के विभिन्न विषयों पर 8 चयनित प्रजेंटेशन को अधिकारियों द्वारा बनाया गया, जैसे कि दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों के लिए त्वरित प्रतिक्रिया, व्यक्तिगत कार्बन पदचिह्नों को ट्रैक करना, वित्तीय समावेशन, ग्रामीण आय में सुधार, डेटा युक्त ग्रामीण समृद्धि, विरासत पर्यटन, रेलवे सुरक्षा और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह वास्तव में महत्वपूर्ण है कि सबसे वरिष्ठ और सबसे कनिष्ठ अधिकारियों के बीच आपस में लंबे समय तक संवाद होता है। प्रधानमंत्री ने युवा अधिकारियों को जीएसटी कार्यान्वयन और डिजिटल लेनदेन, विशेष रूप से भीम ऐप के माध्यम से बढ़ावा देने जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा।
उन्होंने सभी अधिकारियों से अपने संबंधित विभागों में सरकारी ई-बाज़ार (जीआईएम) को अपनाने की गति को बढ़ाने का लिए आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह बिचौलियों को खत्म करेगा और इससे सरकार को बचत होगी।
ओडीएफ लक्ष्यों और ग्रामीण विद्युतीकरण का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से लक्ष्य की 100 प्रतिशत प्राप्ति की दिशा में काम करने की अपील की। उन्होंने अधिकारियों से भारत को 2022 तक स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों का भारत बनाने की दिशा में काम करने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो अधिकारी विनम्र पृष्ठभूमि से उपर उठे हैं उन्हें युवा छात्रों से मिलना चाहिए और उन्हें प्रेरित करना चाहिए। संचार करुणा की ओर ले जाता है।
उन्होंने कहा कि आज अधिकारियों का प्रमुख उद्देश्य राष्ट्र और इसके नागरिकों के कल्याण के लिए है। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे टीम भावना के साथ काम करें और जहां भी जाएं वहां टीम बनाएं।
Attended Valedictory Session of Assistant Secretaries. IAS officers of 2015 batch made detailed presentations on key policy related issues.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 26, 2017
In my address, talked about GST, adoption of GeM, @swachhbharat Mission among other issues. https://t.co/rLCfcCsjy6
— Narendra Modi (@narendramodi) September 26, 2017