प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज रक्सौल (भारत) से अमलेखगंज (नेपाल) के बीच प्रेट्रोलियम उत्पाद पाइप लाइन बनाने के लिए अमलेखगंज डिपो तथा संबद्ध सुविधाओं की रि-इंजीनियरिंग के लिए भारत और नेपाल में सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर को मंजूरी दे दी।
इस सहमति ज्ञापन से तेल और प्राकृतिक गैस क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ेगा और नेपाल को पेट्रोलियम उत्पादों की दीर्घकालिक सप्लाई सुनिश्चित होगी। इससे मार्ग में पर्यावरण संरक्षण और रक्सौल में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर भीड़-भाड़ कम होगी।
संदर्भ:-
प्रधानमंत्री की 3-4 अगस्त, 2014 की नेपाल यात्रा के दौरान नेपाल सरकार ने पेट्रोलियम उत्पाद पाइप लाइन बनाने का अनुरोध भारत सरकार से किया था। दोनों देशों के घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंधों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने इस पर सहमति दी थी।
भारत सरकार की ओर से इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन को पाइप लाइन बनाने तथा अमलेखगंज डिपो और संबंद्ध सुविधाओं की रि-इंजीनियरिंग का काम दिया गया है। परियोजना दो चरणों में पूरी की जाएगी। पहले चरण में भारत के रक्सौल से नेपाल के अमलेखगंज तक पेट्रोलियम उत्पाद पाइप लाइन बनाई जाएगी। पहले चरण की परियोजना के लिए 200 करोड़ की लागत इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन वहन करेगी। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन तथा नेपाल ऑयल कॉरपोरेशन के बीच 15 वर्षों का दीर्घकालिक समझौता (प्रारंभिक समझौता 5 वर्षों के लिए और दो बार 5-5 वर्षों के लिए इसका विस्तार) किया जाएगा।