मीडिया के सदस्यगण
देवियों और सज्जनों,
प्रधानमंत्री प्रविन्द जगन्नाथ और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में स्वागत करते हुए असीम प्रसन्नता है। महामहिम, वास्तव में हम सम्मानित महसूस कर रहे है कि आपने इस वर्ष की शुरुआत मेंमॉरिशस के प्रधानमंत्री के रूप में नए दायित्व संभालने के पश्चात अपनी पहली यात्रा के लिए भारत का चयन किया है। आपका यह दौरा दो शताब्दियों से ज्यादा हमारे देशों के बीच संबंधों की गहराई और संबंधों की परिपक्वता का परिचायक है। ये संबंध हमारे लोगों और समाज को जोड़ते है। समय और दूरी के बावजूद हमारे संबंध लगातार आगे बढ़े है। आज ये संबंध विभिन्न क्षेत्रों में मैत्री का समृद्ध तानाबाना बुन रहे है।
मित्रों
प्रधानमंत्री श्री जगन्नाथ के साथ मेरा सौहार्दपूर्ण और सृजनात्मक विचार-विमर्श हुआ है। हमारी बातचीत में मुझे मार्च 2015 में अपनी मॉरिशस यात्रा की याद ताजा हो आई। भारतीय समुद्री क्षेत्र में मेरा यह पहला दौरा था, जिसने सहभागिता के लिए एक मजबूत एजेंडा तैयार किया। ये हमारे जीवन मूल्यों, हितों और प्रयासों की समानता को रेखांकित करते है।
मित्रों
आज हमने अपने दि्पक्षीय एजेंडा में एक बड़ा कदम बढ़ाया है। भारतीय महासागर के अग्रणि देशों में प्रधानमंत्री जगन्नाथ और मैं इस बात पर सहमत हुए है कि हमारे समुद्र तटों के आसपास तथा ईईजेड की समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने का संयुक्त दायित्व है। हम सहमत है कि आर्थिक अवसरों, हमारे समुदायों की आजीविका की रक्षा तथा अपने लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए भारतीय समुद्री परिक्षेत्र में आसन्न पारंपरिक एवं गैर-पारंपरिक खतरों का प्रभावी ढंग से प्रबंधन किया जाए और इसके लिए भारत और मॉरिशस सहयोग बहुत ही महत्वपूर्ण है।
हमें निम्न बिंदुओं पर निगरानी करनी होगी :
व्यापार और पर्यटन पर प्रभाव डालने वाली पायरेसी
नशीली वस्तुओं तथा मानव तस्करी
गैर-कानूनी रूप से मछली पकड़ना, और
समुद्री संसाधनों का अन्य रूप में गैर-कानूनी दोहन
आज हुए दि्पक्षीय समुद्री करार के फलस्वरूप हमारा पारस्परिक सहयोग और क्षमता सुदृढ़ होगी। हमने सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण समुद्री परिक्षेत्र के लिए हाइड्रोग्राफी के क्षेत्र में हमारे व्यापक क्षेत्र को और ज्यादा मजबूती हासिल होगी। भारत ट्राईडेंट परियोजना के माध्यम से मॉरिशस के राष्ट्रीय तट रक्षक की क्षमता बढ़ाने के लिए सहयोग कर रहा है। हमने अनुदान सहायता कार्यक्रम के अंतर्गत मॉरिशस को मुहैया कराई गई कोस्ट गार्ड शिप गार्जियन समझौते का नवीनीकरण करने को भी निर्णय लिया है।
मित्रों
मॉरिशस के साथ मजबूत विकासात्मक साझेदारी हमारी संलिप्तता का मेरु दंड है। भारत को मॉरिशस में चल रही विकासात्मक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने पर गर्व है। आज सम्पन्न करार में भारत को 500 मलियन अमरिकी डॉलर का ऋण मॉरिशस के विकास में भारत की सतत वचनबद्धता की दिशा में एक अच्छा उदाहरण है। प्रधानमंत्री जगन्नाथ और मैं चल रही परियोजनाओं का स्वागत करते है। दोनों देशों के बीच चुनी गई परियोजनाओं के समय पर निष्पादन के लिए भारत का पूरा सहयोग रहेगा, ये वो परियोजनाएं है जो मॉरिशस की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगे और हमारे संबंधों में गुणात्मक प्रतिबिंब साबित होगें। हमारी वार्ता में हमने मॉरिशस में दक्षता विकास सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया है। मॉरिशस के साथ भारत के बहुविध क्षमता निर्माण कार्यक्रम के अंतर्गत हमारी वर्तमान वार्ता का यह एक सक्रिय अंग रहा है। हमें प्रसन्नता है कि हम इस क्षेत्र में अपने आदान-प्रदान को और गहरा बनाएगे।
मित्रों
हम नवीकरणीय ऊर्जा के महत्व की ओर ध्यान दिलाए जाने के लिए प्रधानमंत्री जगन्नाथ द्वारा प्रदर्शित नेतृत्व की प्रशंसा करते हैं। मॉरिशस द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सौर सहयोग करार पर हस्ताक्षर और इसकी संपुष्टि से इस दिशा में दोनों देशों के बीच क्षेत्रीय साझेदारी से एक नये युग का सूत्रपात हुआ है।
मित्रों
मॉरिशस के राष्ट्रीय जीवन में भारतीय मूल के लोगों के योगदान पर हमें गर्व है। मॉरिशस के साथ इस दिशा में हमारे महत्वपूर्ण संबंधों के लिए इस वर्ष केवल मॉरिशस के लिए ओसीआई कार्डों की विशेष परिकल्पना की घोषणा की गई थी। हमारे फ्लैग करियर एयरलाइंस इस बात पर सहमत हैं कि वे नये क्षेत्रों में अपनी-अपनी कोर सहभागिता व्यवस्था को बढ़ाएंगे। इससे वृहद-तर पयर्टन एवं व्यक्ति से व्यक्ति संबंधों में आशातीत बढ़ोतरी होने की संभावना है।
मित्रों
दि्पक्षीय मामलों के अलावा प्रधानमंत्री जगन्नाथ और मैंने अनेक क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विषयों पर विचारों का व्यापक आदान-प्रदान किया है। प्रधानमंत्री जगन्नाथ का यह दौरा हमारे परंपरागत संबंधों की पृष्ठ भूमि में हमारे संबंधों को एक नई ऊंचाई प्रदान करने में मददगार होंगे। मैं प्रधानमंत्री जगन्नाथ को हमारे संबंधों के प्रति उनकी दूरदर्शिता एंव सहयोग के लिए आभार प्रकट करता हूं। मैं आज लिए गये लिए गये निर्णयों को कार्यरूप देने के लिए आने वाले महीनों में उनके साथ निकटता से काम करने का इच्छुक हूं। एक बार पुन: प्रधानमंत्री जगन्नाथ का हार्दिक स्वागत करता हूं और उनके भारत प्रवास के सार्थक होने की कामना करता हूं।
धन्यवाद
बहुत बहुत धन्यवाद।