प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल नेभारतीय सनदी लेखा संस्थान (आईसीएआई) और नेशनल बोर्ड ऑफ अकाउंटेंस एंड ऑडिटर्स (एनबीएए), तंजानिया के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर को मंजूरी दी है। इस एमओयू के तहत सदस्य प्रबंधन, पेशेवर नैतिकता, तकनीकी अनुसंधान, सतत पेशेवर विकास, पेशेवर लेखांकन प्रशिक्षण, लेखा गुणवत्ता निगरानी, लेखा ज्ञान उन्नयन, पेशेवर एवं बौद्धिक विकास के क्षेत्र में पारस्परिक सहयोग ढांचा स्थापित किया जाएगा।
प्रभाव:
यह एमओयू आईसीएआई के सदस्यों, छात्रों और उनके संगठनों के व्यापक हित में पारस्परिक लाभकारी संबंधों का विकास करेगा। यह एमओयू आईसीएआई सदस्यों को उनके पेशेवर दायरे में विस्तार के लिए अवसर मुहैया कराएगा। यह एमओयू आईसीएआई और एनबीएए, तंजानिया के बीच मजबूत कार्य संबंध स्थापित करेगा।
पृष्ठभूमि:
आईसीएआई और इसके सदस्यों के लिए अफ्रीका में लेखांकन एवं लेखा पेशे को विकसित करने में मदद के लिए आपार संभावनाएं मौजूद हैं। एनबीएए, तंजानिया के साथ आईसीएआई के सम्बद्ध होने से भारतीय सीए के लिए अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित करने में मदद मिलेगीक्योंकि तंजानिया के कर्मचारियों के बीच इन्हें स्वीकार्यता और मान्यता मिल जाएगी। साथ ही इससे अफ्रीकी बाजार में कार्यरत और अफ्रीका एवं तंजानिया के बाजारों में काम करने की इच्छा रखने वाले भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंटों की सकारात्मक छवि बनाने में भी मदद मिलेगी।
आईसीएआई भारतीय संसद के एक अधिनियम द्वारा स्थापित एक वैधानिक संस्था है। चार्टर्ड अकाउंटेंट्स एक्ट, 1949 भारत में चार्टर्ड अकाउंटेंट के पेशे को विनियमित करता है। नेशनल बोर्ड ऑफ अकाउंटेंट्स एंड ऑडिटर्स (एनबीएए) की स्थापना तंजानिया की संसद द्वारा अंगीकृत 1972 के ऑडिटर्स एंड अकाउंटेंट्स (रजिस्ट्रेशन) एक्ट नं.33 और 1995 के एक्ट नं.2 संशोधन के तहत किया गया है। तंजानिया सरकार के वित्त मंत्रालय के अधीन इसका संचालन किया जाता है।