प्रधानमंत्री महामहिम क्यारीकोस मित्सोटाकिस के निमंत्रण पर, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 25 अगस्त 2023 को हेलेनिक गणराज्य की आधिकारिक यात्रा की।
प्रधानमंत्री श्री मित्सोटाकिस और प्रधानमंत्री श्री मोदी ने स्वीकार किया कि भारत और ग्रीस ऐतिहासिक संबंध साझा करते हैं और इस बात पर सहमत हुए कि ऐसे समय में जब वैश्विक व्यवस्था अभूतपूर्व परिवर्तनों के दौर से गुजर रही है, हमारे द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए नयी उर्जा युक्त दृष्टिकोण की आवश्यकता है।
दोनों राजनेताओं ने गर्मजोशी और मैत्रीपूर्ण माहौल में उच्च स्तरीय बातचीत की। उन्होंने दोनों पक्षों के बीच चल रहे सहयोग को रेखांकित किया और आपसी हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
लंबे समय से समुद्री-यात्रा करने वाले दो प्राचीन समुद्र से जुड़ी दृष्टि वाले देशों के राजनेताओं के रूप में, उन्होंने समुद्र के कानून के अनुसार; विशेष रूप से यूएनसीएलओएस के प्रावधानों के अनुसार और अंतरराष्ट्रीय शांति, स्थिरता और सुरक्षा के लिए संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और आवागमन की स्वतंत्रता के लिए पूर्ण सम्मान के साथ; एक स्वतंत्र, खुले और नियम-आधारित भूमध्य सागर और भारत-प्रशांत क्षेत्र से सम्बंधित अपने दृष्टिकोण साझा किये।
दोनों राजनेताओं ने कहा कि यूरोपीय संघ और भारत के पास दुनिया में सबसे बड़ा लोकतांत्रिक और मुक्त बाजार है और इस बात पर सहमति व्यक्त की कि यूरोपीय संघ-भारत संबंधों को प्रगाढ़ करना पारस्परिक रूप से लाभप्रद होगा और क्षेत्रीय तथा वैश्विक स्तर पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। प्रधानमंत्रियों ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि ग्रीस और भारत दोनों ने अपने-अपने क्षेत्रों की चुनौतियों के बावजूद असाधारण आर्थिक सहनीयता दिखाई है और घरेलू आर्थिक विकास को फिर से स्थापित किया है। दोनों प्रधानमंत्रियों ने वर्तमान में जारी भारत-यूरोपीय संघ व्यापार और निवेश वार्ता तथा भारत-यूरोपीय संघ कनेक्टिविटी साझेदारी के शीघ्र कार्यान्वयन के लिए अपना मजबूत समर्थन व्यक्त किया।
अपने देशों और लोगों के बीच लंबे समय से चले आ रहे गर्मजोशी भरे और घनिष्ठ संबंधों की आधार पर, दोनों नेताओं ने ग्रीक-भारत द्विपक्षीय संबंधों को “रणनीतिक साझेदारी” के स्तर तक ले जाने का निर्णय लिया और राजनीतिक, सुरक्षा और आर्थिक क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को और विस्तारित करने के लिए काम करने पर सहमति व्यक्त की। दोनों प्रधानमंत्रियों ने दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए कदम उठाने का भी फैसला किया। हाल के वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक संबंधों में वृद्धि की सराहना करते हुए, नेताओं ने यह भी निर्देश दिया कि दोनों पक्ष 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने के लिए काम करें।
दोनों राजनेताओं ने रक्षा, पोत परिवहन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, साइबर क्षेत्र, शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन और कृषि के क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को और व्यापक और मजबूत करने की आवश्यकता दोहराई। उन्होंने कृषि के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने पर ध्यान दिया, जिसमें पारस्परिक लाभ हेतु क्षेत्रीय सहयोग की सुविधा के लिए कृषि पर हेलेनिक-भारतीय संयुक्त उप-समिति की स्थापना भी शामिल है। दोनों नेताओं ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को राजनीतिक, आर्थिक, रक्षा, सुरक्षा और सार्वजनिक कूटनीति सहित अन्य क्षेत्रों में नियमित बातचीत सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। वे ग्रीस और भारत के बीच सीधी उड़ानों को प्रोत्साहित करने पर भी सहमत हुए।
भारत और ग्रीस के बीच लंबे समय से चले आ रहे सांस्कृतिक आदान-प्रदान को ध्यान में रखते हुए, दोनों नेताओं ने कला के सभी रूपों में आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के प्रयासों का स्वागत किया। वे प्राचीन स्थलों के संरक्षण और सुरक्षित रखने के लिए संयुक्त प्रयासों को प्रोत्साहित करने और यूनेस्को के भीतर सहयोग को मजबूत करने पर भी सहमत हुए।
दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि आवागमन और प्रवासन साझेदारी समझौते (एमएमपीए) को शीघ्र अंतिम रूप देना पारस्परिक रूप से लाभप्रद होगा, जिससे विशेष रूप से दोनों देशों के बीच कार्यबल के मुक्त आवागमन की सुविधा मिलेगी।
दोनों नेताओं ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की कड़ी निंदा की, चाहे जब भी, जहाँ भी और जिसके द्वारा भी किया गया हो तथा सीमा पार आतंकवाद के लिए आतंकवादी छद्म का उपयोग किया गया हो।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) में ग्रीस का स्वागत किया और आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना के लिए गठबंधन (सीडीआरआई) में ग्रीस की सदस्यता के प्रति आशा व्यक्त की।
जी20 फोरम की भारत की अध्यक्षता का स्वागत करते हुए, प्रधानमंत्री श्री मित्सोटाकिस ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत के नेतृत्व में, जी20 अपने लक्ष्यों को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाएगा।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने यात्रा के दौरान ग्रीस की सरकार और लोगों द्वारा किए गए भव्य आतिथ्य के लिए प्रधानमंत्री श्री मित्सोटाकिस को धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री श्री मित्सोटाकिस को भारत आने का निमंत्रण दिया।
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एमजी / एमएस / आरपी / जेके /वाईबी
Addressing the press meet with @PrimeministerGR @kmitsotakis. https://t.co/57O1PG31iD
— Narendra Modi (@narendramodi) August 25, 2023
ग्रीस और भारत- ये एक स्वाभाविक मिलन है
— PMO India (@PMOIndia) August 25, 2023
-विश्व की दो पुरातन सभ्यताओं के बीच,
-विश्व के दो पुरातन लोकतान्त्रिक विचारधाराओं के बीच, और
-विश्व के पुरातन व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों के बीच: PM @narendramodi
आज हमारे बीच Geo-political , International और Regional विषयों पर बेहतरीन तालमेल है- चाहे वो इंडो-पैसिफ़िक में हो या मेडीटिरेनियन में।
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दो पुराने मित्रों की तरह हम एक दूसरे की भावनाओं को समझते हैं और उनका आदर करते हैं: PM @narendramodi
40 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद भारत के किसी प्रधानमंत्री का ग्रीस आना हुआ है।
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फिर भी, ना तो हमारे संबंधों की गहराई कम हुई है, ना ही रिश्तों की गर्मजोशी में कोई कमी आई है: PM @narendramodi
दोनों देशों के बीच skilled migration को सुगम बनाने के लिए, हमने जल्द ही एक माइग्रैशन एण्ड मोबिलिटी partnership एग्रीमेंट करने का निर्णय लिया।
— PMO India (@PMOIndia) August 25, 2023
हमारा मानना है कि अपने प्राचीन people to people संबंधों को नया रूप देने के लिए हमें सहयोग बढ़ाना चाहिए: PM @narendramodi
ग्रीस ने India-EU trade और इनवेस्टमेंट एग्रीमेंट पर अपना समर्थन प्रकट किया।
— PMO India (@PMOIndia) August 25, 2023
यूक्रेन के मामले में, दोनों देश Diplomacy और Dialogue का समर्थन करते हैं: PM @narendramodi
मैं हेलेनिक Republic के लोगों और राष्ट्रपति जी का हार्दिक धन्यवाद करता हूँ कि आज उन्होंने मुझे “Grand Cross of the Order of Honour” से सम्मानित किया।
— PMO India (@PMOIndia) August 25, 2023
140 करोड़ भारतीयों की ओर से मैंने यह पुरस्कार स्वीकार किया और अपना आभार व्यक्त किया: PM @narendramodi