प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की जी-20 अध्यक्षता पूरे राष्ट्र की है, तथा यह समस्त विश्व के सामने भारत की क्षमता को प्रदर्शित करने का अनोखा अवसर है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आज भारत के प्रति दुनिया में जिज्ञासा और आकर्षण है, जिससे भारत की जी-20 अध्यक्षता की संभावनायें और प्रबल हो जाती हैं।
प्रधानमंत्री ने टीम-वर्क की महत्ता पर जोर दिया और जी-20 के विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन में सभी नेताओं के सहयोग की आकांक्षा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जी-20 अध्यक्षता एक ऐसा अवसर होगा, जब भारत की छवि पारंपरिक महानगरों से बाहर निकलकर देश के अन्य भागों में परिलक्षित होगी। इस तरह हमारे देश के हर भाग का अनोखापन उजागर होगा।
भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान बड़ी संख्या में भारत आने वाले आगंतुकों का उल्लेख करते हुये प्रधानमंत्री ने उन स्थानों पर पर्यटन को प्रोत्साहित करने तथा स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ाने की क्षमता का उल्लेख किया, जहां जी-20 की बैठकें आयोजित की जायेंगी।
प्रधानमंत्री के उद्बोधन के पहले विभिन्न राजनेताओं ने भारत की जी-20 अध्यक्षता पर अपने अमूल्य विचार रखे, जिनमें श्री जे.पी. नड्डा, श्री मलिकार्जुन खरगे, सुश्री ममता बनर्जी, श्री नवीन पटनायक, श्री अरविन्द केजरीवाल, श्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी, श्री सीताराम येचुरी, श्री चंद्रबाबू नायडू, श्री एम.के. स्टालिन, श्री एडाप्पडी के. पलानीस्वामी, श्री पशुपतिनाथ पारस, श्री एकनाथ शिंदे और श्री के.एम. कादर मोहीदीन शामिल थे।
गृहमंत्री और वित्तमंत्री ने संक्षेप में अपनी बात रखी। भारत की जी-20 अध्यक्षता पर विभिन्न पक्षों को शामिल करते हुये एक विस्तृत प्रस्तुतिकरण भी पेश किया गया।
बैठक में मंत्रीगण श्री राजनाथ सिंह, श्री अमित शाह, श्रीमती निर्मला सीतारमण, डॉ. एस. जयशंकर, श्री पीयूष गोयल, श्री प्रह्लाद जोशी, श्री भूपेन्द्र यादव और पूर्व प्रधानमंत्री श्री एचडी देवगौड़ा उपस्थित थे।
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एमजी/एएम/एकेपी/डीके-
The All-Party meet on India's G-20 Presidency was a productive one. I thank all leaders who participated in the meeting and shared their insights. This Presidency belongs to the entire nation and will give us the opportunity to showcase our culture. https://t.co/wMaI0iSU8R pic.twitter.com/JVB9fEzGXm
— Narendra Modi (@narendramodi) December 5, 2022