एल्लारिगू नमस्कारा, भारत में आपका स्वागत है! नम्म कन्नडा नाडिगे स्वागता, नम्म बेन्गलुरिगे स्वागता।
मित्रों,
मुझे एक बार फिर बेंगलुरु प्रौद्यिगकी सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। मुझे विश्वास है कि आप सभी कर्नाटक के उत्साहपूर्ण लोगों और जीवंत संस्कृति से आत्मीय लगाव रखते हैं।
मित्रों,
बेंगलुरु प्रौद्योगिकी और विचार नेतृत्व का मूल केन्द्र है। यह एक समावेशी शहर है। यह एक अभिनव शहर भी है। कई वर्षों से बेंगलुरु भारत के अभिनव सूचकांक में शीर्ष पर है।
मित्रों,
भारत की तकनीक और नवोन्मेष ने पहले ही दुनिया को प्रभावित किया है लेकिन भविष्य हमारे वर्तमान से बहुत व्यापक और उज्जवल होगा। क्योंकि भारत के पास नवोन्मेषी युवा और बढ़ती तकनीकी पहुंच है।
मित्रों,
भारत के युवाओं की शक्ति दुनिया भर में जानी जाती है। उन्होंने तकनीकी वैश्वीकरण और प्रतिभा वैश्वीकरण सुनिश्चित किया है। स्वास्थ्य देखभाल, प्रबंधन, वित्त- आप युवा भारतीयों को कई क्षेत्रों में अग्रणी पाएंगे। हम अपनी प्रतिभा का उपयोग वैश्विक कल्याण के लिए कर रहे हैं। भारत में भी इसका असर देखने को मिल रहा है। भारत इस वर्ष वैश्विक नवोन्मेष सूचकांक में 40वें स्थान पर पहुंच गया है। 2015 में, हम 81वें स्थान पर थे! भारत में यूनिकॉर्न स्टार्ट-अप की संख्या 2021 से दोगुनी हो गई है! अब हम दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्ट-अप हब हैं। हमारे पास 81,000 से अधिक मान्यता प्राप्त स्टार्टअप हैं। सैकड़ों अंतरराष्ट्रीय कंपनियां हैं जिनके भारत में अनुसंधान एवं विकास केंद्र हैं। यह भारत के टैलेंट पूल के कारण है।
मित्रों,
तकनीकी पहुंच बढ़ाकर भारतीय युवाओं को सशक्त बनाया जा रहा है। देश में मोबाइल और डेटा क्रांति हो रही है। पिछले 8 वर्षों में, ब्रॉडबैंड कनेक्शन 60 मिलियन से बढ़कर 810 मिलियन हो गए, स्मार्टफोन उपयोगकर्ता 150 मिलियन से 750 मिलियन हो गए। इंटरनेट का विकास शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से हो रहा है। सूचना सुपरहाइवे से एक नई आबादी को जोड़ा जा रहा है।
मित्रों
लंबे समय तक, प्रौद्योगिकी को एक विशिष्ट क्षेत्र के रूप में देखा जाता था। यह केवल संभ्रान्त और साधनयुक्त लोगों के लिए कहा गया था लेकिन भारत ने दिखाया है कि तकनीक का लोकतंत्रीकरण कैसे किया जाता है। भारत ने यह भी दिखाया है कि तकनीक को मानवीय स्पर्श कैसे दिया जाता है। भारत में, प्रौद्योगिकी समानता और सशक्तिकरण की ताकत है। दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत लगभग 20 करोड़ परिवारों को सुरक्षा कवच प्रदान करती है। इसका मतलब है, लगभग 600 मिलियन लोग! यह प्रोग्राम एक टेक प्लेटफॉर्म पर आधारित है। भारत ने दुनिया का सबसे बड़ा कोविड-19 वैक्सीन अभियान चलाया। इसे कोविन नामक एक तकनीक-आधारित प्लेटफॉर्म के माध्यम से चलाया गया था। आइए हम स्वास्थ्य क्षेत्र से शिक्षा की बात करें।
मित्रों,
भारत मुक्त पाठ्यक्रमों के सबसे बड़े ऑनलाइन भंडारों में से एक है। विभिन्न विषयों में हजारों पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। 10 मिलियन से अधिक सफल प्रमाणन हुआ है। यह सब ऑनलाइन और निःशुल्क तरीके से किया जाता है। हमारे डेटा टैरिफ दुनिया में सबसे कम हैं। कोविड-19 के दौरान, कम डेटा लागत ने गरीब छात्रों को ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेने में मदद की। इसके बिना उनके लिए दो मूल्यवान वर्ष बर्बाद हो जाते।
मित्रों,
भारत गरीबी के खिलाफ जंग में तकनीक का इस्तेमाल हथियार के तौर पर कर रहा है. स्वामित्व योजना के तहत, हम ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि का नक्शा बनाने के लिए ड्रोन का उपयोग कर रहे हैं। फिर, लोगों को संपत्ति कार्ड दिए जाते हैं। इससे भूमि विवाद कम होता है। यह गरीबों को वित्तीय सेवाओं और ऋण तक पहुंचने में भी मदद करता है। कोविड-19 के दौरान कई देश एक समस्या से जूझ रहे थे। वे जानते थे कि लोगों को मदद की जरूरत है। वे जानते थे कि लाभ हस्तांतरण से मदद मिलेगी लेकिन उनके पास लोगों को लाभ देने के लिए बुनियादी ढांचा नहीं था। लेकिन भारत ने दिखाया कि कैसे तकनीक बेहतर के लिए एक सामर्थ्य साबित हो सकती है। हमारे जन धन आधार मोबाइल ट्रिनिटी ने हमें सीधे लाभ हस्तांतरित करने की क्षमता दी। लाभ सीधे प्रमाणित और सत्यापित लाभार्थियों को मिला। गरीबों के बैंक खातों में करोड़ों रुपये पहुंचे। कोविड-19 के दौरान, हर कोई छोटे व्यवसायों को लेकर चिंतित था। हमने उनकी मदद की लेकिन हम एक कदम और आगे बढ़ गए। हम व्यवसाय को फिर से शुरू करने के लिए सड़क विक्रेताओं को कार्यशील पूंजी तक पहुंचने में मदद करते हैं। डिजिटल भुगतान का उपयोग शुरू करने वालों को प्रोत्साहन दिया जाता है। यह डिजिटल लेनदेन उनके लिए जीवन का एक तरीका बन रहा है।
मित्रों,
क्या आपने एक सफल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म चलाने वाली सरकार के बारे में सुना है? यह भारत में हुआ है। हमारे पास सरकारी ई-मार्केटप्लेस है, जिसे जीईएम (जैम) भी कहा जाता है। यह एक ऐसा मंच है जहां छोटे व्यापारी और व्यवसाय सरकार की जरूरतों को पूरा करते हैं। प्रौद्योगिकी ने छोटे व्यवसायों को एक बड़ा ग्राहक खोजने में मदद की है। साथ ही इससे भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हुई है। इसी तरह, प्रौद्योगिकी ने ऑनलाइन निविदा में मदद की है। इससे परियोजनाओं में तेजी आई है और पारदर्शिता को बढ़ावा मिला है। इसने पिछले वर्ष एक ट्रिलियन रुपये के खरीद मूल्य तक पहुँच बनाई है।
मित्रों,
नवाचार महत्वपूर्ण लेकिन जब इसे एकीकरण से समर्थन किया जाता है, तो यह एक ताकत बन जाता है। एकाधिकार को समाप्त करने, तालमेल को सक्षम करने और सेवा सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा रहा है। एक साझा मंच पर, कोई एकाधिकार नहीं होता हैं। उदाहरण के लिए, पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टरप्लान को लें। भारत अगले कुछ वर्षों में बुनियादी ढांचे में 100 ट्रिलियन रुपये से अधिक का निवेश कर रहा है। किसी भी बुनियादी ढांचा परियोजना में हितधारकों की संख्या बहुत बड़ी होती है। परंपरागत रूप से, भारत में, बड़ी परियोजनाओं में अक्सर देरी होती थी। ख़र्चों का ज़्यादा होना, और समय-सीमा बढ़ाना आम बात हुआ करती थी लेकिन अब, हमारे पास गति शक्ति का साझा मंच है। केंद्र सरकार, राज्य सरकारें, जिला प्रशासन, विभिन्न विभाग समन्वय कर सकते हैं। इनमें से प्रत्येक जानता है कि दूसरा क्या कर रहा है। एक ही स्थान पर परियोजनाओं, भूमि उपयोग और संस्थानों से संबंधित जानकारी उपलब्ध है। इसलिए, प्रत्येक हितधारक समान डेटा देखता है। यह समन्वय में सुधार करता है और समस्याओं को होने से पहले ही हल कर देता है। यह स्वीकृति और भुगतानों में तेजी ला रहा है।
मित्रों,
भारत अब लालफीताशाही के लिए जानी जाने वाली जगह नहीं रहा। चाहे एफडीआई सुधार हो, या ड्रोन नियमों का उदारीकरण, सेमीकंडक्टर क्षेत्र में कदम हो या विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादन प्रोत्साहन योजनाएं हों या कारोबार में आसानी, अब यह निवेशकों के लिए सबसे पसंदीदा स्थल के रूप में जाना जाता है।
मित्रों,
भारत में कई बेहतरीन कारक एक साथ कार्य कर रहे हैं। आपका निवेश और हमारा नवाचार चमत्कार कर सकता है। आपका विश्वास और हमारी तकनीकी प्रतिभा नई अविष्कारों का सृजन कर सकती है। मैं आप सभी को हमारे साथ काम करने के लिए आमंत्रित करता हूं क्योंकि हम दुनिया की समस्याओं को हल करने में अग्रणी हैं। मुझे यकीन है कि बेंगलुरु प्रौद्योगिकी सम्मेलन में आपके द्वारा किया जाने वाला विचार-विमर्श रोचक और लाभकारी सिद्ध होगा। मैं आपको इसके लिए सर्वश्रेष्ठ की कामना करता हूं।
PM @narendramodi's video message at Bengaluru Tech Summit. Watch LIVE. https://t.co/mpQgSr1iSo
— PMO India (@PMOIndia) November 16, 2022
India's youth have ensured tech and talent globalisation. pic.twitter.com/qA8lxg3lGo
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India has shown how to democratise technology. pic.twitter.com/5OizTVt79X
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India is using technology as a weapon in the war against poverty. pic.twitter.com/VBTLu00bXa
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