प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज बैंकॉक में आयोजित भारत-आसियान और पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन, 2019 से इतर वियतनाम के प्रधानमंत्री श्री गुयेन जुआन फुच से मुलाकात की।
दोनों नेताओं ने भारत और वियतनाम के बीच ऐतिहासिक और पारम्परिक मैत्रीपूर्ण संबंधों की पुष्टि करते हुए इस बात पर जोर दिया कि भारत-वियतनाम संबंध सांस्कृतिक और सभ्यता के संबंधों की मजबूत नींव पर बने हैं, जो आपसी विश्वास और समझ के साथ-साथ क्षेत्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्रों में मजबूत सहयोग द्वारा चिन्हित हैं।
बैठक के दौरान इस बात पर जोर दिया गया कि अभी हाल में दोनों देशों के बीच उच्चस्तरीय आदान-प्रदान के कारण अनेक क्षेत्रों में मजबूत सहयोग, रक्षा और सुरक्षा संबंधों में मजबूती, नजदीकी आर्थिक और वाणिज्यिक संबंधों का विस्तार तथा दोनों देशों की जनता के बीच परस्पर संबंधों में मजबूती आई है।
रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों में बढ़ते जुड़ाव को देखते हुए दोनों पक्ष समुद्रीय क्षेत्र में सहयोग में बढ़ोतरी करने पर सहमत हुए। दोनों नेताओं ने चरमपंथ और आतंकवाद के खतरे के बारे में चर्चा करने के बाद इन खतरों से निपटने के लिए मिलकर काम करने के बारे में सहमति व्यक्त की।
दोनों पक्षों ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और समृद्धि को बढ़ावा देने की अपनी इच्छा को दोहराया। दोनों नेता कानून आधारित व्यवस्था के रख-रखाव पर रजामंद हुए। यह व्यवस्था समुद्र के कानून के बारे में संयुक्त राष्ट्र समझौता (यूएनसीएलओएस) सहित अंतर्राष्ट्रीय कानून का सम्मान करने पर आधारित है। इससे दक्षिण चीन सागर में नेवीगेशन, ओवरफ्लाइट और कानून आधारित व्यापार की स्वतंत्रता को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने उन्हें 2020 के लिए आसियान के अगले अध्यक्ष के रूप में और 2020-21 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान वियतनाम के साथ मिलकर काम करने के बारे में भारत की तत्परता से अवगत कराया।
Very productive talks with PM Nguyễn Xuân Phúc of Vietnam.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 4, 2019
India cherishes the robust friendship with Vietnam. Our nations are cooperating in key areas like trade and security. We want to further boost ties for the benefit of our people. pic.twitter.com/sJTfAmZkqU