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प्रधानमंत्री ने ‘विकसित भारत, विकसित गुजरात’ कार्यक्रम को संबोधित किया

प्रधानमंत्री ने ‘विकसित भारत, विकसित गुजरात’ कार्यक्रम को संबोधित किया


प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज विकसित भारत विकसित गुजरातकार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया।  इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना और अन्य आवास योजनाओं के अंतर्गत पूरे गुजरात में निर्मित 1.3 लाख से अधिक मकानों का उद्घाटन और भूमि पूजन किया। उन्होंने आवास योजना के लाभार्थियों से भी बातचीत की।

सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि गुजरात के हर हिस्से के लोग गुजरात की विकास यात्रा से जुड़े हुए हैं। उन्होंने हाल ही में संपन्न वाइब्रेंट गुजरात में अपनी भागीदारी को याद किया, जिसने 20 साल पूरे कर लिए हैं। उन्होंने ऐसे भव्य निवेश कार्यक्रम अर्थात वाइब्रेंट गुजरात के आयोजन के लिए गुजरात की सराहना की।

प्रधानमंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि गरीबों के लिए उनका खुद का घर, उनके उज्ज्वल भविष्य की गारंटी है। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया और परिवार बढ़ने लगे, प्रधानमंत्री ने हर गरीब के लिए नए घर बनाने के सरकार के प्रयासों पर जोर दिया और उन 1.25 लाख का उल्लेख किया जिनका भूमि पूजन आज किया गया। उन्होंने आज अपना नया घर पाने वाले सभी परिवारों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। श्री मोदी ने कहा, “जब इतने बड़े पैमाने का काम पूरा हो जाता है, तो देश उसे मोदी की गारंटीकहता है, जिसका अर्थ है कि गारंटी के पूरा होने की गारंटी।

प्रधानमंत्री ने आज के कार्यक्रम के आयोजन की सराहना की, जिसमें राज्य के 180 से अधिक स्थानों पर अनेक लोग एकत्र हुए। उन्होंने कहा, “इतनी बड़ी संख्या में आपका आशीर्वाद हमारे संकल्प को और मजबूत करता है। क्षेत्र में पानी की कमी को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने प्रति बूंद अधिक फसलऔर ड्रिप सिंचाई जैसे कदमों का उल्लेख किया, जिससे बनासकांठा, मेहसाणा, अंबाजी और पाटन में खेती-बाड़ी में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि अंबाजी में विकास की दिशा में किए गए प्रयासों से तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश काल से लंबित अहमदाबाद से आबू रोड तक ब्रॉडगेज लाइन से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।

अपने गांव वडनगर के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने हाल ही में बरामद की गईं 3,000 साल पुरानी प्राचीन कलाकृतियों का जिक्र किया, जो बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित कर रही हैं। उन्होंने हटकेश्वर, अंबाजी, पाटन और तरंगाजी जैसे स्थानों का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तरी गुजरात धीरे-धीरे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी जैसा पर्यटन केंद्र बनता जा रहा है।

नवंबर, दिसंबर और जनवरी के महीनों में विकसित भारत संकल्प यात्रा के सफल आयोजन, जिसमें मोदी की गारंटी की गाड़ी देश के लाखों गांवों तक पहुंची, का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात के करोड़ों लोग इस यात्रा से जुड़े। उन्होंने देश में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में मदद करने के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना की तथा योजनाओं का लाभ उठाने, बुद्धिमानी से धन का प्रबंधन करने और गरीबी मिटाने से संबंधित योजनाओं के अनुसार अपने जीवन को ढालने के लिए उनकी भी सराहना की। प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया तथा लाभार्थियों से आगे आकर इस पहल का समर्थन करने और गरीबी को जड़ से उखाड़ने में योगदान देने का आग्रह किया। आज सुबह लाभार्थियों के साथ अपनी बातचीत का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने उनके आत्मविश्वास की सराहना की। इस आत्मविश्वास को उनके नए घरों के कारण बढ़ावा मिला है।

प्रधानमंत्री ने कहा, “आज का समय इतिहास रचने का समय है।उन्होंने इस कालखंड की तुलना स्वदेशी आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन और दांडी मार्च के कालखंड से की, जब स्वतंत्रता प्राप्ति हर नागरिक का लक्ष्य बन गई थी। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का निर्माण देश के लिए एक समान संकल्प बन गया है। उन्होंने राज्य की प्रगति के माध्यम से राष्ट्रीय विकासकी गुजरात की सोच पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम विकसित भारत के लिए विकसित गुजरात का हिस्सा है।

प्रधानमंत्री ने पीएम आवास योजना में गुजरात द्वारा की गई प्रगति के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि राज्य के शहरी क्षेत्रों में 9 लाख से अधिक मकानों का निर्माण किया गया है। पीएम आवास-ग्रामीण के तहत ग्रामीण इलाकों में 5 लाख से ज्यादा मकान बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण और तेजी से निर्माण सुनिश्चित करने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने लाइटहाउस प्रोजेक्ट के तहत बनाए गए 1100 मकानों के बारे में भी बताया।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने दोहराते हुए कहा कि 2014 से पहले की तुलना में गरीबों के लिए मकानों का निर्माण तेजी से हो रहा है। गरीबों के मकानों के निर्माण के लिए पहले के समय में कम फंडिंग और कमीशन आदि के रूप में होने वाली लीकेज की ओर इशारा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबों के घरों के लिए ट्रांसफर की जाने वाली धनराशि अब 2.25 लाख से अधिक है और बिचौलियों को खत्म करते हुए सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जा रही है। उन्होंने शौचालय, नल जल कनेक्शन, बिजली और गैस कनेक्शन की आपूर्ति के साथ-साथ परिवारों की जरूरतों के अनुसार मकान बनाने की स्वतंत्रता पर भी बात की। उन्होंने कहा, “इन सुविधाओं से गरीबों को पैसे बचाने में मदद मिली है।” प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि घरों का पंजीकरण अब महिलाओं के नाम पर किया जाता है, जिससे वे गृहस्वामिनी बन जाती हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी, ये विकसित भारत के आधार स्तंभ हैं, इसलिए इनका सशक्तिकरण सरकार की सर्वोच्च प्रतिबद्धता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि गरीबोंमें हर समुदाय शामिल है। योजनाओं का लाभ बिना किसी भेदभाव के सभी तक पहुंच रहा है। उन्होंने कहा, “मोदी उन लोगों के लिए गारंटी बन गए हैं जिनके पास कोई गारंटी नहीं थी।” उन्होंने मुद्रा योजना का भी जिक्र किया जहां हर समुदाय के उद्यमियों को बिना गारंटी ऋण मिल सकता है। इसी प्रकार, विश्वकर्मा और स्ट्रीट वेंडरों को वित्तीय साधन और कौशल प्रदान किए गए। उन्होंने कहा, “हर गरीब कल्याण योजना के सबसे बड़े लाभार्थी दलित, अन्य पिछड़ा वर्ग और जनजातीय परिवार हैं। अगर मोदी की गारंटी से किसी को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है तो इन परिवारों को हुआ है।

प्रधानमंत्री ने कहा, “मोदी ने लखपति दीदी बनाने की गारंटी दी है।” उन्होंने बताया कि देश में पहले से ही 1 करोड़ लखपति दीदियों का घर है, जिनमें बड़ी संख्या में गुजरात की महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होंने अगले कुछ वर्षों में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने के सरकार के प्रयास को दोहराते हुए कहा कि यह गरीब परिवारों को काफी सशक्त बनाएगा। उन्होंने आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का भी जिक्र किया जिन्हें अब इस वर्ष के बजट में आयुष्मान योजना के तहत शामिल किया गया है।

प्रधानमंत्री ने गरीबों और मध्यम वर्ग के खर्चों को कम करने पर सरकार के फोकस के बारे में विशेष रूप से बताया। उन्होंने मुफ्त राशन, अस्पतालों में सस्ते इलाज की सुविधा, कम कीमत वाली दवाएं, सस्ते मोबाइल फोन बिल, उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर और बिजली बिल कम करने वाले एलईडी बल्ब का जिक्र किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बिजली बिल कम करने और अतिरिक्त बिजली से कमाई करने के लिए 1 करोड़ घरों के लिए रूफटॉप सोलर योजना के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि योजना के तहत करीब 300 यूनिट बिजली निःशुल्क हो जायेगी और सरकार हर साल हजारों रुपये की बिजली खरीदेगी। मोढेरा में बने सोलर विलेज के बारे में चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि ऐसी क्रांति अब पूरे देश में देखने को मिलेगी। उन्होंने बंजर भूमि पर सौर पंप और छोटे सौर संयंत्र स्थापित करने में किसानों की सहायता करने वाली सरकार के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि गुजरात में सौर ऊर्जा के माध्यम से किसानों को एक अलग फीडर उपलब्ध कराने पर भी काम चल रहा है, जिससे किसानों को दिन में भी सिंचाई के लिए बिजली मिल सके।

इस बात पर विशेष जोर देते हुए कि गुजरात की पहचान एक व्यापारिक राज्य के रूप में की गई है और इसकी विकास यात्रा को औद्योगिक विकास के लिए एक नई गति मिल रही है, प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात के युवाओं के पास एक औद्योगिक शक्ति होने के नाते अभूतपूर्व अवसर हैं। प्रधानमंत्री ने संबोधन का समापन करते हुए कहा कि गुजरात का युवा आज राज्य को हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है और उन्होंने सभी को हर कदम पर डबल इंजन सरकार के समर्थन का आश्वासन दिया।

पृष्ठभूमि

यह कार्यक्रम गुजरात के सभी जिलों में 180 से अधिक स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है, जिसमें मुख्य कार्यक्रम बनासकांठा जिले में आयोजित किया गया है। राज्यव्यापी कार्यक्रम में आवास योजनाओं सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं के हजारों लाभार्थियों की भागीदारी देखी गई। इस कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री, गुजरात सरकार के अन्य मंत्री, सांसद, विधायक और स्थानीय स्तर के प्रतिनिधि शामिल हुए।

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