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प्रधानमंत्री ने बिहार के बेतिया में विकसित भारत विकसित बिहार कार्यक्रम को संबोधित किया

प्रधानमंत्री ने बिहार के बेतिया में विकसित भारत विकसित बिहार कार्यक्रम को संबोधित किया


प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज बिहार के पश्चिम चम्पारण जिले के बेतिया में लगभग 12,800 करोड़ रुपये की रेल, सड़क और पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस से जुड़ी विभिन्न अवसंरचना परियोजनाओं का शिलान्यास किया और उन्हें राष्ट्र को समर्पित किया। 

उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि बेतिया की भूमि ने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने की फिर से अलख जगाई और लोगों में नई चेतना का संचार किया। प्रधानमंत्री ने कहा ‘‘ इसी भूमि ने मोहन दास जी में से महात्मा गांधी का सृजन किया। उन्होंने रेखांकित किया कि विकसित बिहार और विकसित भारत का संकल्प लेने के लिए चम्पारण के बेतिया के अतिरिक्त कोई और बेहतर स्थान नहीं हो सकता। प्रधानमंत्री ने विकसित भारत कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों के लोगों की उपस्थिति को स्वीकार किया और आज की विकास परियोजनाओं के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बिहार की भूमि ने सदियों से देश के लिए असीम नेतृत्व क्षमता प्रदर्शित की है और देश के कई महान व्यक्तित्वों को जन्म दिया है। ‘‘ उन्होंने बताया कि जब कभी भी बिहार समृद्ध हुआ है, भारत समृद्ध होता रहा है। इसलिए, बिहार का विकास विकसित भारत के लक्ष्य को अर्जित करने के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि विकसित बिहार से संबंधित विकास कार्यों को राज्य में डबल इंजन की सरकार के गठन से नई गति प्राप्त हुई है। उन्होंने रेल, सड़क, इथोनोल संयंत्रों, सिटी गैस आपूर्ति तथा एलपीजी गैस आदि सेक्टरों सहित आज की परियोजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने विकसित बिहार के संकल्प को पूरा करने के लिए इस गति को बनाये रखने पर जोर दिया।

प्रधानमंत्री ने बिहार की एक सबसे प्रमुख समस्या अर्थात निम्न कानून व्यवस्था की स्थिति तथा परिवारवादी राजनीति के कारण राज्य से होने वाले युवाओं के पलायन का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ‘‘ डबल इंजन की सरकार का प्रयास राज्य के युवाओं को बिहार में ही रोजगार उपलब्ध कराने का है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज की परियोजनाओं के सबसे बड़े लाभार्थी वे युवा ही होंगे जो रोजगार की तलाश कर रहे हैं। गंगा नदी पर पटना में दीघा-सोनपुर रेल व सड़क पुल के समानांतर गंगा नदी पर छह लेन के केबल ब्रिज के उद्घाटन का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि गंगा नदी पर 5 पुलों के निर्माण सहित 22,000 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ बिहार में एक दर्जन से अधिक पुलों पर काम चल रहा है। श्री मोदी ने कहा, ‘‘इन पुलों और चौड़ी सड़कों ने विकास का रास्ता प्रशस्त किया है।‘‘ उन्होंने यह भी कहा कि आधुनिक अवसंरचना रोजगार के लिए नए अवसरों का सृजन करती है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि देश में बिछाई जाने वाली सभी रेल लाइनों या आरंभ की जाने वाली सभी नई रेलगाड़ियों का निर्माण भारत में ही हुआ है इसलिए वे नागरिकों के लिए रोजगार का सृजन भी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में आधुनिक रेल इंजन विनिर्माण फैक्टरियों की पहल खुद वर्तमान सरकार ने ही की है। उन्होंने डिजिटल भारत पहल का उल्लेख किया और बताया कि कई विकसित देशों के पास भी ऐसी डिजिटल सुविधाएं नहीं हैं। प्रधानमंत्री ने डिजिटल सेवाओं को त्वरित गति से अपनाए जाने का श्रेय भारत के युवाओं को दिया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा, ‘‘ मोदी ने प्रत्येक कदम पर भारत के युवाओं के साथ खड़े रहने की गारंटी दी है। आज मैं यही गारंटी बिहार के युवाओं को दे रहा हूं। ‘‘ उन्होंने यह भी कहा कि मोदी की गारंटी का अर्थ है कि गारंटी के पूरे होने की गारंटी।

प्रधानमंत्री ने भारत में हर घर को सूर्य घर बनाने पर सरकार के जोर पर प्रकाश डाला जहां छतों पर सौर संयंत्रों के माध्यम से बिजली का उत्पादन किया जा सकता है और उत्पन्न अतिरिक्त बिजली को सरकार को वापस बेचा जा सकता है जिससे नागरिकों के लिए अतिरिक्त आय पैदा हो सकती है। प्रधानमंत्री ने लोगों को वंशवादी राजनीति की बुराइयों के बारे में भी आगाह किया और जन नायक कर्पूरी ठाकुर, जय प्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, बाबा साहेब अंबेडकर और महात्मा गांधी के आदर्शों को याद किया।

प्रधानमंत्री ने गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों के सामने आने वाले मुद्दों से निपटने के लिए सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला और मुफ्त राशन योजना, आयुष्मान भारत योजना, पक्के घर, शौचालय, बिजली, गैस और नल के पानी के कनेक्शन, रिकॉर्ड संख्या में एम्स आईआईटी, आईआईएम और अन्य मेडिकल कॉलेज के निर्माण,, किसानों को ऊर्जादाता और उर्वरकदाता बनाने और गन्ना और धान किसानों द्वारा उपोत्पादों का उपयोग करने के लिए इथेनॉल संयंत्र स्थापित करने का उल्लेख किया।  प्रधानमंत्री ने बताया कि हाल ही में गन्ने का खरीद मूल्य बढ़ाकर 340 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है और दुनिया की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना शुरू की गई है, जहां देश और बिहार में हजारों गोदाम बनाए जाएंगे। किसानों को हजारों करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता के लिए पीएम किसान सम्मान निधि का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने बताया कि बेतिया के किसानों को इस योजना के तहत अब तक 800 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने बरौनी के उस खाद कारखाने का भी उल्लेख किया जो लंबे समय तक बंद रहा था और उसे दोबारा चालू कराने की गारंटी भी मोदी ने ही दी थी। उन्होंने कहा “आज यह उर्वरक कारखाना अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहा है और रोजगार पैदा कर रहा है। इसलिए लोग कहते हैं- मोदी की गारंटी का मतलब है गारंटी के पूरा होने की गारंटी।”

प्रधानमंत्री ने अयोध्या धाम में श्री राम मंदिर पर बिहार के लोगों की प्रसन्नता देखी। उन्होंने कहा कि आज भारत अपनी विरासत और संस्कृति को पहचान रहा है।

प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में प्रकृति-प्रेमी थारू जनजाति की उपस्थिति का उल्लेख किया। उन्होंने सभी को थारू समुदाय से प्रेरणा लेने को कहा उन्होंने कहा “आज भारत थारू जैसी जनजातियों से प्रेरणा लेकर प्रकृति की रक्षा करते हुए विकास कर रहा है। इसलिए मैं कहता हूं कि विकसित भारत के निर्माण के लिए सभी के प्रयासों, सभी की प्रेरणा और सभी की सीख की आवश्यकता है।”

अंत में, पीएम मोदी ने भारत के तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने, लोगों को गरीबी से बाहर लाने, युवाओं के लिए रोजगार, गरीबों के लिए पक्के घर, 1 करोड़ घरों के लिए सौर पैनल, 3 करोड़ लखपति दीदी और वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनें चलाने के महत्व को दोहराया।

इस अवसर पर बिहार के राज्यपाल श्री आर वी अर्लेकर, बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, बिहार के उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी और श्री विजय कुमार सिन्हा, केंद्रीय राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय और सांसद श्री संजय जयसवाल सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे ।

पृष्ठभूमि

प्रधानमंत्री ने 109 किमी लंबी इंडियन ऑयल की मुजफ्फरपुर – मोतिहारी एलपीजी पाइपलाइन का उद्घाटन किया जो बिहार राज्य और पड़ोसी देश नेपाल में स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन तक पहुंच प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री ने मोतिहारी में इंडियन ऑयल के एलपीजी बॉटलिंग प्लांट और स्टोरेज टर्मिनल को राष्ट्र को समर्पित किया। नया पाइपलाइन टर्मिनल नेपाल को पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात के लिए एक रणनीतिक आपूर्ति बिंदु के रूप में भी कार्य करेगा। यह उत्तर बिहार के 8 जिलों यानी पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढी और मधुबनी को सेवा प्रदान करेगा। मोतिहारी में नया बॉटलिंग प्लांट मोतिहारी प्लांट से जुड़े खाद्य बाजारों में आपूर्ति श्रृंखला को भी सुचारू बनाएगा।

प्रधानमंत्री ने पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान और देवरिया में शहरी गैस वितरण परियोजना और एचबीएल के सुगौली और लौरिया में अनाज आधारित इथेनॉल परियोजनाओं की आधारशिला रखी।

प्रधानमंत्री ने एनएच-28ए के पिपराकोठी-मोतिहारी – रक्सौल खंड को पेव्ड शोल्डर के साथ दो लेन बनाने सहित सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन किया; एनएच -104 के शिवहर – सीतामढ़ी-खंड को दो लेन का बनाना। प्रधानमंत्री ने गंगा नदी पर पटना में दीघा-सोनेपुर रेल-सह-सड़क पुल के समानांतर गंगा नदी पर छह लेन केबल ब्रिज के निर्माण , एनएच – 19 बाईपास के बाकरपुर हाट – मानिकपुर खंड के चार लेन के निर्माण सहित परियोजनाओं की आधारशिला रखी।

प्रधानमंत्री ने विभिन्न रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने बापूधाम मोतिहारी -पिपराहन और नरकटियागंज – गौनाहा गेज परिवर्तन सहित 62 किमी रेल लाइन के दोहरीकरण को राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने 96 किमी लंबी गोरखपुर कैंट – वाल्मीकि नगर रेल लाइन के दोहरीकरण और विद्युतीकरण और बेतिया रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने नरकटियागंज-गौनाहा और रक्सौल – जोगबनी के बीच दो नई ट्रेन सेवाओं को भी हरी झंडी दिखाई।

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