प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज थाईलैंड के बैंकॉक में आयोजित छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में बिम्सटेक देशों के बीच सहयोग के विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए एक 21 सूत्री कार्य योजना का प्रस्तावित रखा। उन्होंने बिम्सटेक देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने और आईटी क्षेत्र की समृद्ध क्षमता का लाभ उठाने का आग्रह किया। उन्होंने म्यांमार और थाईलैंड में हाल ही में आए भूकंप के मद्देनजर आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में मिलकर काम करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। श्री मोदी ने अंतरिक्ष की दुनिया में काम करने और सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने पर जोर दिया। बिम्सटेक को सामूहिक रूप से ऊर्जावान बनाने और नेतृत्व करने वाले युवाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि सांस्कृतिक संबंध बिम्सटेक देशों को और करीब लाएंगे।
प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा:
“वैश्विक भलाई को निरंतरता देने के लिए बिम्सटेक एक महत्वपूर्ण मंच है। यह ज़रूरी है कि हम इसे मज़बूत करें और अपने जुड़ाव को और गहरा करें। इस संदर्भ में, मैंने हमारे सहयोग के विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए 21-सूत्रीय कार्य योजना प्रस्तावित की है।”
“अब बिम्सटेक देशों में व्यापार को बढ़ावा देने का समय आ गया है!”
“आइये, आईटी क्षेत्र की समृद्ध क्षमता का लाभ उठाकर बिम्सटेक को तकनीकी रूप से अधिक मजबूत बनाएं।”
“म्यांमार और थाईलैंड में हाल ही में आए भूकंप ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में मिलकर काम करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है।”
“आइए हम अपने सहयोग को अंतरिक्ष की दुनिया तक ले जाएं। आइए हम अपने सुरक्षा तंत्र को भी और अधिक मजबूत बनाएं।”
“बिम्सटेक में क्षमता निर्माण ढांचे का एक शानदार उदाहरण बनने की क्षमता है। हम सभी एक-दूसरे से सीखेंगे और आगे बढ़ेंगे!”
“हम सामूहिक रूप से बिम्सटेक को ऊर्जावान बनाएंगे और हमारे युवा ही इसका नेतृत्व करेंगे।”
“संस्कृति की तरह कुछ ही चीज़ें आपस में जोड़ती हैं! उम्मीद है कि सांस्कृतिक संबंध बिम्सटेक को और भी करीब लाएंगे।”
BIMSTEC is an important forum to further global good. It is imperative we strengthen it and deepen our engagement. In this context, I proposed a 21-point Action Plan covering different aspects of our cooperation. pic.twitter.com/6lsTbLwAGc
— Narendra Modi (@narendramodi) April 4, 2025
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