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दक्षिण एशिया उपग्रह के प्रक्षेपण के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत में प्रधानमंत्री का वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधन

दक्षिण एशिया उपग्रह के प्रक्षेपण के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत में प्रधानमंत्री का वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधन


अफगानिस्‍तान के महामहिम राष्‍ट्रपति अशरफ गनी,

बांग्‍लादेश की महामहिम प्रधानमंत्री शेख हसीना,

भूटान के महामहिम प्रधानमंत्री त्‍शेरिंग तोबगे,

मालदीव के महामहिम राष्‍ट्रपति अब्‍दुल्‍ला यामीन,

नेपाल के महामहिम प्रधानमंत्री पुष्‍प कमल दहल,

महामहिम राष्‍ट्रपति मैत्रीपाल सिरीसेना,

देवियों और सज्‍जनों,

नमस्‍कार!

महामहिम,

आज दक्षिण एशिया के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। यह एक ऐसा दिन है जिसका कोई मिशाल नहीं है। दो साल पहले भारत ने एक वादा किया था।

दक्षिण एशिया में हमारे भाइयों और बहनों के विकास एवं समृद्धि के लिए उन्‍नत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का विस्‍तार करने का वादा।

दक्षिण एशिया उपग्रह का सफल प्रक्षेपण उसे पूरा होने को दर्शाता है। इस प्रक्षेपण के साथ ही हमने अपनी भागीदारी की सबसे उन्‍नत सीमा बनाने के लिए एक यात्रा की शुरुआत की है।

आसमान में काफी ऊंचाई पर स्‍थापित होने के साथ ही यह हमारे क्षेत्र के डेढ़ अरब से अधिक लोगों की आर्थिक प्रगति की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए दक्षिण एशियाई सहयोग का प्रतीक है।

महामहिम,

आज इस प्रक्षेपण के जश्‍न में मेरे साथ जुड़ने के लिए मैं अफगानिस्‍तान, बांग्‍लादेश, भूटान, नेपाल, मालदीव और श्रीलंका के अपने साथी नेताओं का बहुत आभारी हूं।

मैं आपकी सरकारों द्वारा दिए गए मजबूत एवं मूल्‍यवान समर्थन की भी सराहना करता हूं जिसके बिना यह परियोजना संभव नहीं हो पाती। हमारा साथ आना हमारे लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए हमारे अटूट संकल्‍प को आगे रखने का संकेत है।

इससे पता चलता है कि हमारे नागरिकों की सामूहित इच्‍छा हमें संघर्ष नहीं सहयोग के लिए, विनाश नहीं विकास के लिए और गरीबी नहीं समृद्धि के लिए साथ लाएंगे।

महामहिम,

यह दक्षिण एशिया में अपनी तरह की पहली परियोजना है। और इसके माध्‍यम से अफगानिस्‍तान, बांग्‍लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल, श्रीलंका और भारत साथ मिलकर हासिल करेंगे:

– प्रभावी संचार

– बेहतर शासन

– बेहतर बैंकिंग और

– दूरदराज के क्षेत्रों में बेहतर शिक्षा

– मौसम का बेहतर पूर्वानुमान एवं संसाधन का कुशल मैपिंग,

– टेली-मेडिसिन के माध्‍यम से बेहतरीन चिकित्‍सा सेवाएं और

– प्राकृतिक आपदा के समय त्‍वरित कार्रवाई।

अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी इस क्षेत्र में हमारे लोगों के जीवन से जुड़ जाएगी।

यह उपग्रह व्‍यक्तिगत तौर पर देशों को उनकी खुद की जरूरतों एवं प्राथमिकताओं के अनुसार विशेष सेवाओं के साथ-साथ सामान्‍य सेवाएं भी मुहैया कराएगा।

मैं इस लक्ष्‍य को हासि करने में भारत की अंतरिक्ष वैज्ञानिक बिरादरी और खास तौर पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को बधाई देता हूं।

इसरो की टीम ने इस दक्षिण एशिया उपग्रह को क्षेत्र की जरूरतों को ध्‍यान में रखते हुए विकसित किया है और इसे दोषरहित प्रक्षेपण कर रही है।

महामहिम,

एक सरकार के रूप में हमारा सबसे महत्‍वपूर्ण कार्य हमारे लोगों और समुदायों के लिए वृद्धि, विकास और शांति सुनिश्चित करना है।

और मुझे विश्‍वास है कि जब हमारे हाथ जुड़ जाएंगे और हम पारस्पिरिक ज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं विकास के फलों को आपस में साझा करेंगे तो हम अपने विकास और समृद्धि की रफ्तार बढ़ा सकते हैं।

मैं आपकी उपस्थिति के लिए आप सभी को धन्‍यवाद देता हूं। और हमारी साझा सफलता के लिए आपको एक बार फिर बधाई!

धन्‍यवाद,

बहुत-बहुत धन्‍यवाद।