विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने आज से शुरू ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह’ के अंतर्गत यहां साउथ ब्लॉक में प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ भ्रष्ट्राचार के खिलाफ शपथ ली।
शपथ लेने वाले प्रमुख व्यक्तियों में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव नृपेन्द्र मिश्र, अतिरिक्त प्रधान सचिव पी. के. मिश्रा, प्रधानमंत्री कार्यालय में अतिरिक्त सचिव भास्कर कुल्बे, राज्य मंत्री के निजी सचिव एम. सर्वनन शामिल हैं।
इस अवसर पर डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा भ्रष्टाचार को समाप्त करना नरेन्द्र मोदी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है और पांच महीने पहले जब से नए मंत्रालय ने पदभार संभाला है, भ्रष्टाचार को समाप्त करने और विभिन्न घोटालों में दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए व्यापक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि निचले स्तर पर भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए शीर्ष स्तर पर इसे समाप्त करने की शुरूआत जरूरी है।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि मोदी सरकार की ‘मेक्सीमम गवर्नेंस, मिनिमम गवर्नमेंट’ की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय के दिशा-निर्देश में कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने स्वयं सत्यापित हलफनामे के बारे में फैसला किया। इससे बिचौलियों और भ्रष्टाचार से जुड़ी अन्य खामियों को समाप्त करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि ई-शासन और डिजीटलीकरण की पहल से प्रशासन में चोरी और गबन को रोका जा सकेगा।
इस वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह का शीर्षक है ‘भ्रष्टाचार का विरोध- शक्ति के रूप में प्रौद्योगिकी।’
एक सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य पारदर्शिता बढ़ाने, कार्य पद्धति को कम जटिल बनाने और फैसले लेने में होने वाले देरी को कम करने के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाने पर विशेष ध्यान केंद्रित करना है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ दिलाई गई शपथ इस प्रकार है “हम, भारत के सरकारी कर्मचारी शपथ लेते हैं कि हम अपने कार्य के प्रत्येक क्षेत्र में सत्यनिष्ठा और पारदर्शिता को बनाए रखेंगे। हम शपथ लेते हैं कि हम जीवन के प्रत्येक क्षेत्र से भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए उदारतापूर्वक कार्य करेंगे। हम सतर्क होकर अपने संगठन के विकास और उसकी प्रतिष्ठा के लिए कार्य करेंगे। अपने सामूहिक प्रयासों के जरिए हम संगठन का गौरव बढ़ाएंगे और अपने देशवासियों को मूल्य आधारित सेवाएं प्रदान करेंगे। हम ईमानदारी से अपने कर्तव्य का पालन करेंगे और निर्भीक होकर कार्य करेंगे।”