प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में भारत और तंजानिया के बीच जल संसाधन प्रबंधन और विकास में दिवपक्षीय सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर को स्वीकृति प्रदान की।
समझौता ज्ञापन से दोनों देशों के बीच जल संचयन, जल सरंक्षण,सतह व भूमिगत जल प्रबंधन, विकास और जल स्तर पुनर्भरण तकनीकों में दिवपक्षीय सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही दोनों देश आम सहमति से विशेषज्ञों के आदान-प्रदान, प्रशिक्षण कार्यक्रमों की व्यवस्था, अध्ययन भ्रमण और प्रदर्शनात्मक प्रायोगिक अध्ययन सहित अन्य गतिविधियां को प्रोत्साहित करेगें। समझौता ज्ञापन के अंतर्गत कार्यकलापों की निगरानी के लिए एक संयुक्त कार्यबल बनाया जाएगा।
पृष्ठभूमि:-
जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय अन्य देशों के साथ जल संसाधन विकास और प्रबंधन के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग पर विचार कर रहा है। ये सब मुख्यतः नीतियों और तकनीकी विशेषज्ञताओं की साझेदारी, प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का संचालन, कार्यशालाएं, वैज्ञानिक और तकनीकी संगोष्ठी, विशेषज्ञों और अध्ययन भ्रमण के आदान-प्रदान के माध्यम से किया जा रहा है।
भारत और तंजानिया के बीच द्विपक्षीय सहयोग तंजानिया के जल संसाधन मंत्री के 16 जुलाई 2014 को नई दिल्ली दौरे के अनुरूप किया जा रहा है। इस दौरान दोनों देश ने जल संचयन और प्रबंधन के मुद्दे पर विचार-विमर्श किया और आपसी परामर्श के बाद समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने का निर्णय लिया।