प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में संपन्न केन्द्रीय मंत्रिमंडल (कैबिनेट)ने जिओसिंक्रोनस (भू-समकालिक) उपग्रहप्रक्षेपणवाहन मार्क-III (जीएसएलवी एमके-III) निरंतरता कार्यक्रम (चरण -1) के वित्तीय सहायता की मंजूरी दे दी है जिसमें दस (10) जीएसएलवी (एमके-III) उड़ानें शामिल हैं तथा जिसकी कुल अनुमानित लागत 4338.20 करोड़रु है। इस 4338.20 करोड़ रु में दस जीएसएलवी एमके-III वाहन, आवश्यक सुविधा वृद्धि, कार्यक्रम प्रबंधन और प्रक्षेपण अभियान की लागत भी शामिल है।
जीएसएलवी एमके–IIIनिरंतरता कार्यक्रम-चरण 1परिचालन उड़ानों का पहला चरण है जो देश की उपग्रह संचार आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु 4 टन वर्ग के संचार उपग्रहों को प्रक्षेपित करने में सक्षमता प्रदान करेगा।
जीएसएलवी एमके–III के परिचालन से 4 टन संवर्ग के संचार उपग्रहों कोप्रक्षेपितकरने में सक्षम होने के कारण देश आत्मनिर्भर हो जाएगा और जिससे हमारे देश के अंतरिक्ष के बुनियादी ढांचे को बनाए रखने एवं मजबूत करने तथा विदेशी प्रक्षेपण पर निर्भरता को कम करने में मददगार साबित होगा।
जीएसएलवी एमके–IIIनिरंतरता कार्यक्रम-चरण 1 के अंतर्गत ग्रामीण ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के लिए उच्च प्रवाह उपग्रहों की राष्ट्रीय मांग को पूरा करने, डीटीएच, वीसैट और टेलीविजन प्रसारणकर्ताओं के लिए ट्रांसपोंडर की उपलब्धता को बढ़ाने तथा बनाए रखने हेतु संचार उपग्रहों की प्रक्षेपण आवश्यकता को पूरा करेगा।
जीएसएलवी एमके–IIIनिरंतरता कार्यक्रम-चरण 1जीएसएलवी एमके–III प्रक्षेपण वाहन की परिचालन उड़ानों का पहला चरण होगा और इसकी मंजूरी से 2019-2024 की अवधि के दौरान उपग्रहों केप्रक्षेपण को पूरा करने में सहायक सिद्ध होगा।
पृष्ठभूमि:
जिओसिंक्रोनस (भू-समकालिक) उपग्रहप्रक्षेपणवाहनमार्क-III (जीएसएलवी एमके–III) को जिओसिंक्रोनस (भू-समकालिक)स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में उपग्रहों के 4 टन वर्ग में प्रक्षेपित करने के लिए विकसित किया गया है।इसने 2014 में एक प्रयोगात्मक उड़ान (एलवीएम 3-एक्स) और 2017 में एक विकास उड़ान (जीएसएलवी एमकेIII-डी 1) पूरा कर लिया है।दूसरा विकास उड़ान इस वर्ष 2018-19 के दूसरे क्वाटर (जुलाई-सितम्बर) में पूरा कर लिया जाएगा। निरंतरता कार्यक्रम-चरण 1संचार उपग्रहों के 4 टन वर्ग के लिए अंतरिक्ष तक स्वतंत्र पहुंच में सक्षम कर देगा। राष्ट्रीय आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ प्रक्षेपण सेवाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी वाणिज्यिक क्षमता को बढ़ावा देने हेतु संचार उपग्रहों के 4 टन वर्ग प्रक्षेपण में जीएसएलवी एमके -III एक लागत प्रभावी वाहन के रूप में स्थापित कर देगा।