प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन(यूएनएफसी) के पक्षकारों के सम्मेलन (सीओपी) में जलवायु परिवर्तन के लिए बातचीत में भारत के दृष्टिकोण को स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह सम्मेलन मोरक्को के मार्राकेश में 7-18 नवंबर 2016 को आयोजित किया गया था।
जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन(यूएनएफसी) के पक्षकारों के सम्मेलन (सीओपी) में जलवायु परिवर्तन के लिए बातचीत में भारत के दृष्टिकोण को स्वीकृति दिए जाने का इरादा कमजोर और गरीब देशों के हितों, विकास के लिए गुजांइश को बचाने, नुकसान से बचाने की नीति को सुरक्षित करना है।इसमें देश में समाज के सभी वर्गों के हित को शामिल किया गया है।
एक देश का विकास एवं वृद्धि ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन से जुड़ा हुआ है। जबकि जलवायु परिवर्तन के बुरे प्रभावों का मुकाबला करने के लिहाज से भारत और विकासशील देशों के लिए विकास की गुंजाइश को बचाए रखना जरूरी है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए दृष्टिकोण पत्र में सभी तत्व उल्लिखित हैं और देश के अनुकूलन की जरूरत को जाहिर करते हैं।