26 मई, 2014 की शाम को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में एक इतिहास लिखा गया जब श्री नरेंद्र मोदी ने भारत की जनता से ऐतिहासिक जनादेश प्राप्त करने के बाद भारत के प्रधान मंत्री के रूप में शपथ ली। भारत की जनता ने श्री नरेंद्र मोदी में एक ऐसे ओजस्वी, निर्णायक तथा विकासोन्मुख नेता की छवि देखी जो करोड़ों भारतीयों के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए आशा की एक किरण बनकर सामने आए हैं। विकास पर जोर देने, विस्तार पर नज़र रखने तथा गरीबों के जीवन में गुणात्मक बदलाव लाने के उनके प्रयासों ने श्री नरेंद्र मोदी ...