आदरणीय अध्यक्ष महोदया,
बांग्लादेश के राष्ट्रपति जी आज यहाँ आए, तो मैं उनके साथ मीटिंग में व्यस्त था। आज सदन ने पाकिस्तान में जो तत्कालीन घटना घटी है उसके विषय में एक स्वर से चिंता जताई है, निंदा जताई है। भारत सरकार ने इस घटना के तुरंत बाद पाकिस्तान को कड़े-से-कड़े शब्दों में भारत की भावना को व्यक्त किया है, उनको पहुचाया है, message. पाकिस्तान से अपेक्षा की है की अभी-अभी उनके यहाँ जो भयंकर घटना घटी है, और बच्चों का जो भयंकर संहार हुआ- जितनी पीड़ा पाकिस्तान को हुई है, भारत को उससे रत्ती भर कम नही हुई है। हिन्दुस्तान के हर बच्चे के आँख में आँसू हैं, हर हिन्दुस्तानी की आँख में आँसू हैं। और उसके तुरंत बाद, इस प्रकार का रवैया- ये दुनिया भर के मानवतावादी हर व्यक्ति के लिए बहुत बड़ा सदमा पहुचाने वाला है। पाकिस्तान को उचित शब्दों में बात पहुँचा दी गयी है, और सदन ने जो भावना व्यक्त की है, उस भावना का आदर करते हुए, सरकार की आगे की गतिविधियाँ उसी के सन्दर्भ में रहेंगी, उसी प्रकाश में रहेंगीं। विदेश मंत्री बांग्लादेश के राष्ट्रपति जी की आज की व्यस्तता से मुक्त हो कर के विस्तार से Monday को सदन में अपना बयान देंगीं और सदन और देश को अवगत कराएँगीं।