প্রধানমন্ত্রী নরেন্দ্র মোদী আজ কৃষি পরিকাঠামো তহবিলের অধীনে নতুন করে এক লক্ষ কোটি টাকার কৃষি ঋণদান প্রকল্পের সূচনা করেছেন। এই প্রকল্পের মাধ্যমে কৃষি বিষয়ক শিল্পোদ্যোগী ,কৃষি প্রযুক্তির সঙ্গে যুক্ত ব্যক্তি এবং কৃষির সঙ্গে যুক্ত গোষ্ঠীগুলি বিশেষভাবে উপকৃত হবে। প্রকল্পের আওতায় তারা উৎপাদন পরবর্তী ব্যবস্থাপনা এবং কৃষি খামারের পরিচর্যার জন্য,ঐ পরিকাঠামো তহবিল ব্যবহারের সুযোগ পাবেন। এর ফলে কৃষকরা তাদের উৎপাদিত কৃষিপণ্যের অধিক মূল্য পাবেন। একই সঙ্গে সঠিক ভাবে গোলাজাত করতে পারলে পণ্য নষ্ট হওয়ার সম্ভাবনা হ্রাস পাবে এবং প্রক্রিয়াকরণের সুযোগ সৃষ্টি হবে।
মন্ত্রীসভা এই প্রকল্প আনুষ্ঠানিক ভাবে অনুমোদন দেওয়ার ৩০ দিন পর, আজ ২,২৮০ টিরও বেশি কৃষি গোষ্ঠীর জন্য প্রথম কিস্তির ১০০০ কোটি টাকা মঞ্জুর করা হয়। আজকের এই ভিডিও কনফারেন্সের মাধ্যমে অনুষ্ঠানে দেশজুড়ে লক্ষাধিক কৃষক,নানান খাদ্য প্রক্রিয়াকরণ সংস্থা,বিভিন্ন সমবায় এবং সাধারন নাগরিক যোগ দেন।
একই সঙ্গে,আজকের এই অনুষ্ঠানে প্রধানমন্ত্রী পি এম-কিষান প্রকল্পের অধীনে প্রায় ৮.৫ কোটি কৃষকদের আধার লিঙ্ক করা একাউন্টে ষষ্ঠ কিস্তি বাবদ সরাসরি ১৭ হাজার কোটি টাকা দেওয়ারও সূচনা করেছেন। গত ১ লা ডিসেম্বর ২০১৮ তে চালু হওয়া এই টাকা প্রদানের প্রকল্পে এখন পর্যন্ত ১০ কোটি কৃষকদের খাতে ৯০,০০০ কোটি টাকা দেওয়া হয়েছে।
প্রাথমিক কৃষি ঋণদান গোষ্ঠীগুলির সঙ্গে প্রধানমন্ত্রীর কথোপকথন:
এই প্রকল্পের দরুন কর্নাটক,গুজরাট ও মধ্যপ্রদেশের লাভবান তিনটি প্রাথমিক কৃষি ঋণদান গোষ্ঠীগুলির সঙ্গে প্রধানমন্ত্রী কথা বলেন। এই গোষ্ঠীগুলির প্রতিনিধিদের সঙ্গে কথা বলে প্রধানমন্ত্রী তাদের বর্তমান কার্যকলাপ এবং এই ঋণ তারা কিভাবে ব্যবহার করবেন সে বিষয়ে জানতে চান। গোষ্ঠীগুলি তাদের পরিকল্পনার কথা প্রধানমন্ত্রীর কাছে তুলে ধরেন।
জাতির উদ্দেশ্যে ভাষণ:
কৃষি ঋণদান গোষ্ঠীর প্রতিনিধিদের সঙ্গে আলোচনার পর,প্রধানমন্ত্রী জাতির উদ্দেশে ভাষণ দেন। তিনি, এই প্রকল্পের মাধ্যমে কৃষক এবং কৃষিক্ষেত্র কি ভাবে লাভবান হবে তা দৃঢ়তার সঙ্গে তুলে ধরেন। তিনি বলেন এই প্রকল্প একদিকে কৃষক এবং কৃষিক্ষেত্রে বিনিয়োগে সহায়তা করবে,অন্যদিকে ভারতকে আন্তর্জাতিক মানে তুলে ধরতে সাহায্য করবে।
প্রধানমন্ত্রী জানান ভারতে কৃষি পণ্য উৎপাদন পরবর্তী ব্যবস্থাপনার বিশেষ সুযোগ রয়েছে। এই প্রকল্পের ফলে কৃষি উদ্যোগী,স্টার্ট আপ,কৃষি প্রযুক্তির সঙ্গে যুক্ত ব্যক্তি এবং কৃষি গোষ্ঠীগুলি বিশেষভাবে উপকৃত হবে।
পিএম-কিষান প্রকল্প দ্রুত রূপায়ণে প্রধানমন্ত্রী সন্তোষ প্রকাশ করেন। তিনি বলেন এই কর্মসূচী এত বৃহৎ আকারের যে এর ফলে যত মানুষের কাছে টাকা পাঠানো হলো তা কয়েকটি দেশের মোট জনসংখ্যারও বেশি। তিনি এই কর্মসূচীর সফল রূপায়ণের জন্য রাজ্য সরকারগুলির উদ্যোগেরও প্রশংসা করেন।
কেন্দ্রীয় কৃষি এবং কৃষক কল্যাণমন্ত্রী শ্রী নরেন্দ্র সিংহ তোমার আজকের অনুষ্ঠানে যোগ দেন।
কৃষি পরিকাঠামো তহবিল:
কৃষিপণ্য উৎপাদন পরবর্তী ব্যবস্থাপনা এবং কৃষি খামারের পরিচর্যার জন্য নির্মিত এই কৃষি পরিকাঠামো তহবিল ব্যবহৃত হবে। এর জন্য ১০ বছরের দীর্ঘকালীন ঋণ পাওয়া যাবে মাত্র ৩ % সুদে। কৃষি উদ্যোগী,স্টার্ট আপ,কৃষি প্রযুক্তির সঙ্গে জড়িত ব্যক্তি, কৃষি গোষ্ঠীগুলি এবং কেন্দ্র ও রাজ্যের সংস্থাগুলি এই প্রকল্পের মাধ্যমে বিশেষভাবে উপকৃত হবে।
পিএম-কিষান:
পিএম-কিষান প্রকল্প ২০১৮ সালের ডিসেম্বরে সূচনা হয়। কৃষি জমি আছে এমন কৃষকদের আয় সহায়তার জন্য এবং কৃষির প্রয়োজন মেটাতে এই প্রকল্পের মাধ্যমে নগদ টাকা দেওয়ার সংস্থান করা হয়েছে। কৃষকদের এক বছরে তিন কিস্তিতে মোট ৬ হাজার টাকা দেওয়া হয় এই প্রকল্পের অধীনে।
প্রধানমন্ত্রী নরেন্দ্র মোদীর নেতৃত্বে ভারত সরকারের পুনর্গঠন কর্মসূচীর অধীনে এই পদক্ষেপ নেওয়া হয়েছে। এই পদক্ষেপের মাধ্যমে কৃষিক্ষেত্রে এক নতুন সূর্যোদয়ের সূচনা হয়েছে। এর ফলে দেশের কৃষকদের জীবন ও জীবিকার উন্নতি এবং সামগ্রিক কল্যাণ নিশ্চিত করতে সরকারের দৃঢ় অঙ্গীকার প্রতিফলিত হয়েছে।
CG/PPM
PM @narendramodi begins interaction with Shri Basave Gowda, from Hassan district, Karnataka, a member of the UGANE Primary Agriculture Cooperative Society (PACS) being financed under Agriculture Infrastructure Fund; to discuss his experiences. #AatmaNirbharKrishi
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Sh. Mukesh Sharma, a member of the Lateri PACS from Vidisha district in Madhya Pradesh, sharing his views and feedback with PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
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PM @narendramodi in conversation with Shri Arvindbhai Tagadia, member of Shree Sanathali Juth Seva Sahakari Mandalo from Rajkot district, Gujarat on the work being done by their society in the region. #AatmaNirbharKrishi
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आज हलषष्टी है, भगवान बलराम की जयंति है।
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सभी देशवासियों को, विशेषतौर पर किसान साथियों को हलछठ की, दाऊ जन्मोत्सव की, बहुत-बहुत शुभकामनाएं !!
इस बेहद पावन अवसर पर देश में कृषि से जुड़ी सुविधाएं तैयार करने के लिए एक लाख करोड़ रुपए का विशेष फंड लॉन्च किया गया है: PM @narendramodi
इससे गांवों-गांवों में बेहतर भंडारण, आधुनिक कोल्ड स्टोरेज की चेन तैयार करने में मदद मिलेगी और गांव में रोज़गार के अनेक अवसर तैयार होंगे: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
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इसके साथ-साथ साढ़े 8 करोड़ किसान परिवारों के खाते में, पीएम किसान सम्मान निधि के रूप में 17 हज़ार करोड़ रुपए ट्रांस्फर करते हुए भी मुझे बहुत संतोष हो रहा है।
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संतोष इस बात का है कि इस योजना का जो लक्ष्य था, वो हासिल हो रहा है: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
बीते डेढ़ साल में इस योजना के माध्यम से 75 हज़ार करोड़ रुपए सीधे किसानों के बैंक खाते में जमा हो चुके हैं।
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इसमें से 22 हज़ार करोड़ रुपए तो कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान किसानों तक पहुंचाए गए हैं: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
अब आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत किसान और खेती से जुड़े इन सारे सवालों के समाधान ढूंढे जा रहे हैं।
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एक देश, एक मंडी के जिस मिशन को लेकर बीते 7 साल से काम चल रहा था, वो अब पूरा हो रहा है: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
पहले e-NAM के ज़रिए, एक टेक्नॉलॉजी आधारित एक बड़ी व्यवस्था बनाई गई।
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अब कानून बनाकर किसान को मंडी के दायरे से और मंडी टैक्स के दायरे से मुक्त कर दिया गया।
अब किसान के पास अनेक विकल्प हैं: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
अगर वो अपने खेत में ही अपनी उपज का सौदा करना चाहे, तो वो कर सकता है।
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या फिर सीधे वेयरहाउस से, e-NAM से जुड़े व्यापारियों और संस्थानों को, जो भी उसको ज्यादा दाम देता है, उसके साथ फसल का सौदा किसान कर सकता है: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
इस कानून का उपयोग से ज्यादा दुरुपयोग हुआ। इससे देश के व्यापारियों को, निवेशकों को, डराने का काम ज्यादा हुआ।
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अब इस डर के तंत्र से भी कृषि से जुड़े व्यापार को मुक्त कर दिया गया है: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
आज जो Agriculture Infrastructure Fund launch किया गया है, इससे किसान अपने स्तर भी गांवों में भंडारण की आधुनिक सुविधाएं बना पाएंगे: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
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इस योजना से गांव में किसानों के समूहों को, किसान समितियों को, FPOs को वेयरहाउस बनाने के लिए, कोल्ड स्टोरेज बनाने के लिए, फूड प्रोसेसिंग से जुड़े उद्योग लगाने के लिए 1 लाख करोड़ रुपए की मदद मिलेगी: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
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इस आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से कृषि आधारित उद्योग लगाने में बहुत मदद मिलेगी।
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आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत हर जिले में मशहूर उत्पादों को देश और दुनिया के मार्केट तक पहुंचाने के लिए एक बड़ी योजना बनाई गई है: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
अब हम उस स्थिति की तरफ बढ़ रहे हैं, जहां गांव के कृषि उद्योगों से फूड आधारित उत्पाद शहर जाएंगे और शहरों से दूसरा औद्योगिक सामान बनकर गांव पहुंचेगा।
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यही तो आत्मनिर्भर भारत अभियान का संकल्प है, जिसके लिए हमें काम करना है: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
इसमें भी ज्यादा हिस्सेदारी हमारे छोटे किसानों के बड़े समूह, जिनको हम FPO कह रहे हैं, या फिर किसान उत्पादक संघ कह रहे हैं, इनकी होने वाली है।
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इसलिए बीते 7 साल से FPO-किसान उत्पादक समूह का एक बड़ा नेटवर्क बनाने का अभियान चलाया है: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
अभी तक लगभग साढ़े 3 सौ कृषि Startups को मदद दी जा रही है।
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ये Start up, Food Processing से जुड़े हैं, Artificial Intelligence, Internet of things, खेती से जुड़े स्मार्ट उपकरण के निर्माण और रिन्यूएबल एनर्जी से जुड़े हैं: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
किसानों से जुड़ी ये जितनी भी योजनाएं हैं, जितने भी रिफॉर्म हो रहे हैं, इनके केंद्र में हमारा छोटा किसान है।
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यही छोटा किसान है, जिस पर सबसे ज्यादा परेशानी आती रही है: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
2 दिन पहले ही, देश के छोटे किसानों से जुड़ी एक बहुत बड़ी योजना की शुरुआत की गई है, जिसका आने वाले समय में पूरे देश को बहुत बड़ा लाभ होने वाला है।
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देश की पहली किसान रेल महाराष्ट्र और बिहार के बीच में शुरु हो चुकी है: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
अब जब देश के बड़े शहरों तक छोटे किसानों की पहुंच हो रही है तो वो ताज़ा सब्जियां उगाने की दिशा में आगे बढ़ेंगे, पशुपालन और मत्स्यपालन की तरफ प्रोत्साहित होंगे।
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इससे कम ज़मीन से भी अधिक आय का रास्ता खुल जाएगा, रोज़गार और स्वरोज़गार के अनेक नए अवसर खुलेंगे: PM @narendramodi
ये जितने भी कदम उठाए जा रहे हैं, इनसे 21वीं सदी में देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की तस्वीर भी बदलेगी, कृषि से आय में भी कई गुणा वृद्धि होगी।
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हाल में लिए गए हर निर्णय आने वाले समय में गांव के नज़दीक ही व्यापक रोज़गार तैयार करने वाले हैं: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
ये हमारे किसान ही हैं, जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान देश को खाने-पीने के ज़रूरी सामान की समस्या नहीं होने दी।
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देश जब लॉकडाउन में था, तब हमारा किसान खेतों में फसल की कटाई कर रहा था और बुआई के नए रिकॉर्ड बना रहा था: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
सरकार ने भी सुनिश्चित किया कि किसान की उपज की रिकॉर्ड खरीद हो।
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जिससे पिछली बार की तुलना में करीब 27 हज़ार करोड़ रुपए ज्यादा किसानों की जेब में पहुंचा है: PM @narendramodi #AatmaNirbharKrishi
यही कारण है कि इस मुश्किल समय में भी हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था मज़बूत है, गांव में परेशानी कम हुई है।
— PMO India (@PMOIndia) August 9, 2020
हमारे गांव की ये ताकत देश के विकास की गति को भी तेज़ करने में अग्रणी भूमिका निभाए, इसी विश्वास के साथ आप सभी किसान साथियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं: PM @narendramodi