प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने आज लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जन्म स्थान- बिहार के छपरा (सारन) जिले में लाला का तोला, सिताब, दियारा में एक राष्ट्रीय स्मारक स्थापित करने संबंधी संस्कृति मंत्रालय के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी। इस स्मारक में एक संग्रहालय और एक संस्थान भी बनाया जाएगा जहां लोक नायक जय प्रकाश नारायण के विचारों को ध्यान में रखते हुए (क) लोकतंत्र (ख) राष्ट्र निर्माण में पंचायतों की भूमिका बढ़ाने (ग) गांधीवादी विचारों और (घ) खादी के लिए केन्द्र और महिला समूहों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज बनाने के लिए उस स्थान पर लोक नायक खादी गौरव संवर्द्धन केन्द्र के साथ रचनात्मक कार्यों के बारे में अध्ययन और अनुसंधान कराया जा सकेगा।
इस फैसले से भारत की आजादी के आंदोलन, एक स्वाधीनता सेनानी, सामाजिक सुधारक और दूरदर्शी राजनैतिक नेता के रूप में भारत रत्न लोक नायक जय प्रकाश नारायण के योगदान को याद किया जाएगा। भारतीय लोकतंत्र के प्रहरी के रूप में उनके योगदान को लंबे समय तक याद किया जाएगा। 25 जून 1975 की आधी रात में राष्ट्रीय आपातकाल घोषित होने के बाद लोक नायक जय प्रकाश नारायण को गिरफ्तार कर लिया गया था और चंडीगढ़ में बंदी बनाकर रखा गया था।
भारत की आजादी के बाद नागरिकों की स्वतंत्रता की रक्षा करने और उसे बरकरार रखने के लिए जय प्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति के आह्वान से भारत में एक नये लोकतांत्रिक आंदोलन का प्रवेश हुआ और इसने लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत बनाने में योगदान दिया।