نئی دہلی،31؍اکتوبر:وزریر اعظم جناب نریندرمودی نے آج راشٹریہ ایکتا دوس کے موقع پر گجرات کے کیوڑیا میں اسٹیچو آف یونٹی یعنی مجسمہ اتحادکے قریب راشٹریہ ایکتا دوس یعنی قومی یوم اتحاد حلف دلایا۔انہوں نے ملک بھر کے متعدد پولس دستوں کے ذریعے پیش کی گئی راشٹریہ ایکتا دوس پریڈ کا بھی جائزہ لیا۔
2014ء سے 31اکتوبر کو راشٹریہ ایکتا دوس کے طورپر منایا جاتا ہے اور سبھی شعبہ ہائے حیات سے تعلق رکھنے والے لوگ ملک بھر میں رن فار یونٹی یعنی اتحاد کے لئے دوڑ میں حصہ لیتے ہیں۔
سبھی ریاستوں اور گجرات اسٹوڈنٹ کیڈٹ کورپس(ایس سی سی)کے جھنڈا برداروں نے وزیر اعظم کو ‘ایک بھارت ، شریسٹھ بھارت’ کے موجوع پر ڈرل پیش کی۔این ایس جی، سی آئی ایس ایف، این ڈی آر ایف ، سی آر پی ایف، گجرات پولس اور جموں و کشمیر پولس کے عملے نے وزیر اعظم کے سامنے اپنی اپنی فورسیز کی طرف سے الگ الگ ڈیمونسٹریشن پیش کئے۔
بعد میں وزیر اعظم نے کیوڑیا میں ٹیکنالوجی نمائش مقام کا افتتاح کیا۔انہوں نے ایوی ایشن سیکورٹی، پولس دستوں کی جدید کاری جیسے مختلف موضوعات پر جدید ٹیکنالوجی کی نمائش کرنے والے ، پولس دستوں کے اسٹالز کا دورہ کیا۔
****************
م ن۔م م۔ن ع
U: 4858
PM: अब से कुछ देर पहले ही राष्ट्रीय एकता का संदेश दोहराने के लिए राष्ट्रीय एकता दौड़ संपन्न हुई है।देश के अलग-अलग शहरों में, गावों में, अलग-अलग क्षेत्रों में लोगों ने इसमें हिस्सा लिया है। pic.twitter.com/J1qMwsSItX
— PMO India (@PMOIndia) October 31, 2019
PM: यहां राष्ट्रीय एकता परेड का भी आयोजन किया गया है।इन भव्य आयोजनों में हिस्सा लेने वाले हर देशवासी का मैं अभिनंदन करता हूं। pic.twitter.com/h3QsMQJ0wR
— PMO India (@PMOIndia) October 31, 2019
PM: पूरी दुनिया में अलग-अलग देश, अलग-अलग पंथों, अलग-अलग विचारधाराओं, भाषाओं, रंग-रूप के आधार पर बने।एकरूपता, उन देशों की विशेषता रही, पहचान रही।
— PMO India (@PMOIndia) October 31, 2019
लेकिन भारत की विशेषता है विविधता में एकता। pic.twitter.com/HFu5yYVkYQ
PM: विविधता में एकता हमारा गर्व है, हमारा गौरव है, हमारी पहचान है।
— PMO India (@PMOIndia) October 31, 2019
हमारे यहाँ विविधता को, diversity को सेलिब्रेट किया जाता है।हमें विविधता में विरोधाभास नहीं दिखता बल्कि उसमें अंतर्निहित एकता का सामर्थ्य दिखता है। pic.twitter.com/j8s8rdsXck
PM: विविधता का सेलिब्रेशन, विविधता का उत्सव उसमें छुपी एकता का स्पर्श कराता है, उसे बाहर ला देता है।
— PMO India (@PMOIndia) October 31, 2019
जब हम देश की अलग - अलग भाषाओं और सैकड़ों बोलियों पर गर्व करते हैं तो भाव का बंधन बन जाता है। pic.twitter.com/V9pdRkhsl9
PM: जब हम विभिन्न पंथों-संप्रदायों की परंपराओं, आस्थाओं का सम्मान करते हैं तो सदभाव-स्नेहभाव में और वृद्धि हो जाती है।इसलिये हमें हर पल, विविधता के हर अवसर को सेलिब्रेट करना है।
— PMO India (@PMOIndia) October 31, 2019
और यही Nation Building है। pic.twitter.com/PkOI2ZTiMS
PM: ये वो ताकत है जो पूरी दुनिया में किसी और देश में नहीं मिलेगी।
— PMO India (@PMOIndia) October 31, 2019
यहां दक्षिण से निकले आदि शंकराचार्य, उत्तर में मठों की स्थापना करते हैं।
यहां बंगाल से निकले स्वामी विवेकानंद को देश के दक्षिणी छोर कन्याकुमारी में नया ज्ञान प्राप्त होता है।
PM: यहां पटना में प्रकट हुए गुरू गोबिंद सिंह, पंजाब में जाकर, देश की रक्षा के लिए खालसा पंथ की स्थापना करते हैं
— PMO India (@PMOIndia) October 31, 2019
यहां रामेश्वरम में पैदा हुए एपीजे अब्दुल कलाम, दिल्ली में देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होते हैं।
PM: जब विदेशी धरती पर मेडल जीतने के बाद तिरंगा लहराता है, तो कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक, महाराष्ट्र से लेकर मणिपुर तक, एक साथ रोमांचित हो उठता है, सबकी भवनाएं उभार पर आ जाती हैं। pic.twitter.com/vvpHfnvRty
— PMO India (@PMOIndia) October 31, 2019
PM: जब सरदार पटेल, पाँच सौ से ज्यादा रिसायतों के एकीकरण के भगीरथ कार्य के लिए निकले थे, तो यही वो चुंबकीय शक्ति थी, जिसमें ज्यादातर राजे-रजवाड़े खिंचे चले आए थे।
— PMO India (@PMOIndia) October 31, 2019
PM: आज विश्व मंच पर हमारा प्रभाव और सदभाव, दोनों बढ़ रहा है, तो उसका कारण हमारी एकता है। आज पूरी दुनिया, भारत की बात गंभीरता से सुनती है, तो उसका कारण हमारी एकता है। आज भारत दुनिया की बड़ी आर्थिक ताकत है, तो उसका कारण, हमारी एकता है।
— PMO India (@PMOIndia) October 31, 2019