प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के ग्रुप ‘ए’ सामान्य ड्यूटी (कार्यकारी) काडर और गैर-सामान्य ड्यूटी काडर की काडर समीक्षा प्रस्ताव को मंजूरी दी। इस बारे में निम्निलिखित निर्णय लिए गए:
1. आईटीबीपी के वरिष्ठ ड्यूटी पदों में पर्यवेक्षीय स्टाफ बढ़ाने के लिए सहायक कमांडेंट से अपर महानिदेशक तक के विभिन्न पदों में ग्रुप ‘ए’ सामान्य ड्यूटी (कार्यकारी) काडर और गैर-सामान्य ड्यूटी काडर की काडर समीक्षा करने का निर्णय।
2. अपर महानिदेशक के नेतृत्व और महानिरीक्षक के सहयोग में दो नई कमानों (चंडीगढ़ में पश्चिमी कमान और गुवाहाटी में पूर्वी कमान) का गठन।
मुख्य प्रभाव:
आईटीबीपी में इन ग्रुप ‘ए’ पदों के सृजन के बाद इस बल में पर्यवेक्षीय दक्षता तथा क्षमता निर्माण में बढ़ोतरी होगी। इस बल में ग्रुप ‘ए’ काडर समीक्षा में प्रस्तावित पदों के समय पर सृजन से बल की पर्यवेक्षीय तथा प्रशासन क्षमताओं में वृद्धि होगी।
यह प्रस्ताव विभिन्न स्तरों पर ग्रुप ‘ए’ कार्यकारी सामान्य ड्यूटी काडर में 60 पदों और ग्रुप ‘ए’ गैर सामान्य काडर में दो पदों के सृजन के लिए है।
यह प्रस्ताव अपर महानिदेशक के नेतृत्व और महानिरीक्षक के सहयोग में दो नई कमानों (चंडीगढ़ में पश्चिमी कमान और गुवाहाटी में पूर्वी कमान) के गठन के लिए भी है।
कार्यान्वयन:
औपचारिक अधिसूचना/स्वीकृति प्राप्त होने पर इन नए सृजित पदों को भर्ती नियमों के प्रावधानों के अनुसार भरा जाएगा।
प्रमुख विशेषताएं:
क) सामान्य ड्यूटी काडर
ग्रुप ‘ए’ पदों के मौजूदा ढांचे को निम्नानुसार 1147 से बढ़ाकर 1207 पद करना:-
1. अपर महानिदेशक के 2 पदों की नेट वृद्धि
2. महानिरीक्षक के 10 पदों की नेट वृद्धि
3. उप महानिरीक्षक के 10 पदों की नेट वृद्धि
4. कमांडेंट के 13 पदों की नेट वृद्धि
5. 21 सी के 16 पदों की नेट वृद्धि
6. उप कमांडेंट के 9 पदों की नेट वृद्धि
ख) गैर-सामान्य ड्यूटी काडर
1. महानिदेशक के 2 पदों की नई बढ़ोतरी
पृष्ठभूमि:-
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल की अवधारणा वर्ष 1962 में हमारी उत्तरी सीमाओं पर चीनी आक्रमण के फलस्वरूप की गई थी। पहली बार में इस बल की चार मददगार बटालियन बनाई गई थीं। इसके बाद क्रमश: वर्ष 1978 और 1987 में पुनर्संगठन और काडर पुनर्गठन के तरीके से जरूरत के आधार पर इस बल का कई गुणा विस्तार किया गया।
वर्ष 1988 में इस बल की पहली काडर समीक्षा की गई तथा बल की संख्या बढ़ाकर 27,298 में की गई। इसके बाद बल की दूसरी काडर समीक्षा 2001 में की गई और बल की संख्या बढ़कर 32,386 हो गई। आज इस बल की संख्या 89,429 हो गई हैं।
वर्तमान में महानिदेशक का एक पद है जो इस बल का मुखिया है। इसके अलावा बल के मुख्यालय में अपर महानिदेशक का एक पद है। इस बल में महानिरीक्षक/सामान्य ड्यूटी (कार्यकारी) काडर के अधिकृत 10 पद हैं। महानिदेशक और अपर महानिदेशक के पदों को प्रतिनियुक्ति पर आईपीएस अधिकारियों से भरा जाता है, जबकि महानिरीक्षक (आईजी) के 50 प्रतिशत पद प्रतिनियुक्ति स्तर पर तथा उप महानिरीक्षक (डीआईजी) के 80 प्रतिशत पदों को काडर अधिकारियों की पदोन्नति द्वारा भरा जाता है।