1. इस आजादी के पावन पर्व पर प्यारे देशवासियों को भारत के प्रधान सेवक की अनेक-अनेक शुभकामनाएं। मैं आपके बीच प्रधानमंत्री के रूप में नहीं, प्रधान सेवक के रूप में उपस्थित हूं।
2. देश की आजादी के लिए मर-मिटने वाले, समर्पित उन सभी आजादी के सिपाहियों को मैं शत-शत वंदन करता हूं, नमन करता हूं।
3. स्वतंत्रता दिवस हमारे देश के गरीब, पीड़ित, दलित, शोषित समाज के पिछड़े हुए सभी लोगों के कल्याण का, उनके लिए कुछ न कुछ कर गुजरने का संकल्प लेने का पर्व है।
4. हर कार्यकलाप राष्ट्रहित की कसौटी पर कसे जाएं। अगर इस प्रकार का जीवन जीने का हम संकल्प करते हैं, तो आजादी का पर्व भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का एक प्रेरणा पर्व बन सकता है।
5. ये देश शासकों ने नहीं, किसानों ने, मजदूरों ने, माताओं-बहनों ने, नौजवानों ने, ऋषियों-मुनियों, आचार्यों, शिक्षकों ने, वैज्ञानिकों ने और समाज सेवकों ने बनाया है।
6. एक छोटे से नगर का गरीब परिवार का एक बालक आज लाल किले के प्राचीर से भारत के तिरंगे के सामने सिर झुकाने के लिए उसने सौभाग्य प्राप्त किया है। यह भारत के लोकतंत्र की ताकत है। भारत के संविधान रचयिताओं का दिया हुआ अनमोल सौभाग्य है। भारत के संविधान निर्माताओं को नमन करता हूं।
7. आजादी के बाद देश जहां पहुंचा है उसमें इस देश के सभी प्रधानमंत्रियों का योगदान है। इस देश की सभी सरकारों का, सभी राज्यों की सरकारों का भी योगदान है।
8. हम साथ चले, मिलकर चले, मिलकर सोचे, मिलकर संकल्प करें, और मिलकर के हम देश को आगे बढ़ाएं। इस मूलमंत्र को लेकर के सवा सौ करोड़ देशवासियों ने देश को आगे बढ़ाया है।
9. हम बहुमती के बल पर चलने वाले लोग नहीं हैं। हम सहमति के मजबूत धरातल पर आगे बढ़ना चाहते हैं।
10. लालकिले के प्राचीर से गर्व के साथ मैं सभी सांसदों का, सभी राजनीतिक दलों का भी अभिवादन करता हूं। जहां हम सहमति के मजबूत धरातल पर राष्ट्र को आगे ले जाने के महत्वपूर्ण प्रयोग करके हमने कल संसद के सत्र का समापन किया।
11. जब दिल्ली आकर कर एक इनसाइडर व्यू देखा, तो ऐसा लगा जैसे एक सरकार के अंदर भी दर्जनों अलग-अलग सरकारें चल रहीं हैं। हरेक की अपनी-अपनी जागीरें बनी हुई हैं। मुझे बिखराव नजर आया, मुझे टकराव नजर आया। मैंने कोशिश प्रारंभ की है कि सरकार एक ऑर्गेनिक यूनिट बने।
12. जन सामान्य की आशा-आकाक्षाओं की पूर्ति के लिए शासन, व्यवस्था नाम का जो पुर्जा है, जो मशीन है उसको और धारदार और तेज बनाना है
13. चपरासी से लेकर के कैबिनेट सेक्रेटरी तक हर कोई सामर्थ्यवान है। हरेक की शक्ति व अनुभव है। मैं उस शक्ति को जगाना चाहता हूं। मैं उस शक्ति को जोड़ना चाहता हूं और उस शक्ति के माध्यम से राष्ट्र कल्याण की गति को तेज करना चाहता हूं और मैं करके रहूंगा।
14. हमारे महापुरुषों ने आजादी दिलाई, क्या उनके सपनों के भारत के लिए हमारा भी कोई कर्तव्य है या नहीं, हमारा भी कोई राष्ट्रीय चरित्र है या नहीं है, उस पर अब गंभीरता से सोचने का समय आ गया है।
15. क्या सवा सौ करोड़ देशवासियों का मंत्र नहीं होना चाहिए कि जीवन का हर कदम देश हित में हो।
16. हर चीज अपने लिए नहीं होती। कुछ चीजें देश के लिए भी हुआ करती है। मेरा क्या; मुझे क्या; इससे ऊपर उठकर करके देश हित के काम के लिए मैं आया हूं।
17. बेटी से तो सैकेड़ों सवाल मां-बाप पूछते हैं, क्या कभी मां-बाप ने अपने बेटों से पूछने की हिम्मत की है। आखिर बलात्कार करने वाला किसी न किसी का बेटा तो है।
18. शस्त्र छोड़ शास्त्र के रास्ते पर चलने का नेपाल उत्तम उदाहरण देता है और विश्व में हिंसा के रास्ते पर गये नौजवानों को प्रेरणा दे सकता है।
19. आजादी के बाद भी कभी जातिवाद का जहर कभी साम्प्रदायिकता का जहर, ये पापाचार कब तक चलेगा? किसका भला होगा?
20. मैं देश के नौजवानों से आह्वान करता हूं कि जातिवाद का जहर हो, साम्प्रायिकता का जहर हो, प्रांतवाद का जहर हो ऊँच-नीच का भाव ये देश को आगे बढाने में रुकावट है। एक बार मन में तय करो 10 साल के लिए मोरिटोरियम ट्राई करो 10 साल तक हम इन सारे तनावों से मुक्त समाज की ओर जाना चाहते हैं।
21. राष्ट्रमंडल खेलों में 64 हमारे खिलाड़ी मेडल लेकर आए, उसमें 29 बेटियां हैं। इस बात पर गर्व करें उन बेटियों के लिए।
22. देश के आने-जाने के लिए दो पटरी है, गुड गवर्नेंस एण्ड डेवलपमेंट उसी को लेकर आगे चल सकते हैं। उसी पर चलने का इरादा लेकर के हम आगे चलना चाहते हैं।
23. करोड़ों-करोड़ों परिवार हैं, जिनके पास मोबाइल फोन तो हैं, लेकिन बैंक अकाउंट नहीं है। ये स्थिति हमें बदलनी है।
24. सरकारी सेवा में जुड़े हुए लोग जॉब नहीं कर रहे हैं सेवा कर रहे हैं, सर्विस कर रहे हैं इस बात को पुनर्जीवित करना है।
25. प्रधानमंत्री जन-धन योजना के माध्यम से हम देश के गरीब लोगों को बैंक अकाउंट की सुविधा से जोड़ना चाहते हैं।
26. प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत जो भी अकाउंट खोलेगा उसको डेबिट कार्ड दिया जाएगा और डेबिट कार्ड के साथ एक लाख रुपये का बीमा मिल सकता है।
27. हमारा देश विश्व का सबसे नौजवान देश है। देश को विकास की ओर आगे बढ़ाना है तो स्किल डेवलपमेंट हमारा मिशन है।
28. आप कल्पना कीजिए सवा सौ करोड़ देशवासी एक कदम आगे चलें तो ये देश सवा सौ करोड़ कदम आगे चला जाएगा।
29. मैं ऐसे नौजवानों को भी तैयार करना चाहता हूं, जो जॉब क्रिएटर हों।
30. अगर हमें नौजवानों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार देना है तो हमें मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देना होगा।
31. हमारे पास स्कील है, टैलेंट है, डिसिप्लीन है। कुछ कर गुजरने का इरादा है। हम विश्व को सामूहिक अवसर देना चाहते है। …..Come-make in India. ताकत है हमारे देश में, आइए मैं निमंत्रण देता हूं।
32. अन्न के भंडार भर कर के मेरा किसान भारत मां की उतनी ही सेवा करता है, जैसे जवान भारत मां की रक्षा करता है। यह भी देश सेवा है ।
33. नौजवान एक फैसला करें कि मैं अपने छोटे-छोटे काम के द्वारा मेरे देश को इम्पोर्ट करने वाली कम से कम एक चीज ऐसी बनाऊंगा जो देश को कभी इम्पोर्ट ना करनी पड़े।
34. विश्व में भारत की नई पहचान बनाने का रास्ता हमारे आईटी प्रोफेशन के नौजवानों ने प्रशस्त कर दिया है।
35. देश के लिए हमारा सपना है डिजीटल इंडिया। जब मैं डिजीटल इंडिया कहता हूं तब यह बड़े लोगों की बात नहीं है, यह गरीब के लिए है।
36. हम इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल इंडिया का सपना लेकर के इलेक्ट्रॉनिक गुड्स की मैन्युफैक्चरिंग का सपना लेकर के चलें। और स्वनिर्भर बन जाए तो देश को कितना बड़ा लाभ हो सकता है।
37. एक जमाना था जब कहा जाता था कि रेलवे देश को जोड़ती है। ऐसा कहा जाता था मैं कहता हूं आज आई-टी देश को जन-जन को जोड़ने की ताकत रखती है।
38. हम टूरिज्म को बढ़ावा देना चाहते हैं। टूरिज्म से गरीब से गरीब व्यक्ति को रोजगार मिलता है। चना बेचने वाला, ऑटो रिक्शा वाला, पकौड़े बेचने वाला और चाय बेचने वाला भी कमाता है। जब चाय बेचने वाले की बात आती है तो मुझे अपनापन महसूस होता है।
39. राष्ट्र के चरित्र के रूप में भी सबसे बड़ी रुकावट है- हमारे चारों और दिखाई दे रही गंदगी । मैंने यहां आकर के सरकार में सबसे पहला काम सफाई का किया। लोगों का आश्चर्य हुआ कि क्या यह प्रधानमंत्री का काम है। मेरे लिए तो बहुत बड़ा काम है।
40. अगर सवा सौ करोड़ देशवासी यह तय कर ले कि मैं कभी गंदगी नहीं फैलाऊंगा, तो दुनिया की कौन सी ताकत है। जो हमारे शहर गांव को आकर के गंदा कर सके।
41. हम तय करें कि 2019 में जब महात्मा गांधी के 150वीं जयंती मनाएंगे, हमारा गांव, हमारा शहर, हमारा देश, हमारा मोहल्ला, हमारे स्कूल, हमारे मंदिर, हमारे अस्पताल, सभी क्षेत्र में गंदगी का नामोनिशान नहीं रहने देंगे, ये सरकार से नहीं होता है। जनभागीदारी से होता है।
42. आज हमारी माताओं बहनों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है क्या हम ये चाहते हैं? क्या ये हम सबका दायित्व नहीं है? हमें कम से कम शौचालय का प्रबंध करना चाहिए।
43. मुझे स्वच्छ भारत का अभियान इसी 2 अक्टूबर से आरम्भ करना है और चार साल के भीतर हम इस काम को आगे बढाना चाहते हैं।
44. एक काम तो मै आज ही शुरू करना चाहता हूं वो है हिंदुस्तान के सभी स्कूलों में टॉयलेट हो, बच्चियों के लिए अलग टॉयलेट हो तभी तो हमारी बच्चियां स्कूल छोडकर के भागेंगी नहीं और मैं एमपी फंड का उपयोग करने वाले सांसदों से आग्रह करता हूं कि एक साल के लिए अपना धन स्कूलों में टॉयलटों को बनाने में खर्च कीजिए।
45. अगले 15 अगस्त को जब हम यहां खड हों तो विश्वास के साथ खड़े हों, तब हिंदुस्तान का कोई स्कूल ऐसा ना हो जहां बच्चे और बच्चियों के लिए अलग टॉयलेटों का निर्माण होना बाकी हो।
46. मैं आज सांसद के नाम से एक योजना घोषित करता हूं। ‘सांसद आदर्श ग्राम योजना’ हर सांसद 2016 तक अपने इलाके में एक गांव को आदर्श गांव बनाए।
47. 2016 के बाद जब 2019 में सांसद चुनाव के लिए जाए उसके पहले और दो गांवों को करे और 2019 के बाद हर सांसद 5 साल के कार्यकाल में कम से कम पांच आदर्श गांव अपने इलाके में बनाएं।
48. 11अक्टूबर जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर इस सांसद आदर्श ग्राम योजना का कम्पलीट ब्लू प्रिंट सभी सांसदों और सभी राज्य सरकारों के सामने रख दूंगा।
49. हमारे संघीय ढ़ांचे को विकास की धरोहर के रूप में काम लेना मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की टीम फोर्मेशन हो, केंद्र और राज्य की टीम बनकर आगे चले, तो इसलिए अब प्लानिंग कमीशन के नए रंगरूप को सोचना पड़ेगा।
50. राज्य सरकारों को, संघीय ढांचे को ताकतवर बनाना, एक ऐसे नए रंगरूप के साथ, नए शरीर नई आत्मा के साथ, नई दिशा के साथ, नए विश्वास के साथ नए इंस्टिट्यूशन का हम निर्माण करेंगे। बहुत ही जल्द योजना आयोग की जगह पर यह नए इंस्टिट्यूट काम करें,स दिशा में हम आगे बढ़ने वाले है
51. भारत की दैवीय शक्ति भारत की आध्यात्मिक विरासत विश्व कल्याण के लिए अहम भूमिका निभाएगी। इस प्रकार के भाव महर्षि अरविंद ने व्यक्त किए थे।
52. स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि फिर एक बार मेरी भारत माता जाग चुकी है। मेरी भारत माता जगत गुरु के स्थान पर विराजमान होगी। हर भारतीय मानवता के कल्याण के काम आएगा।
53. क्यों न हम सार्क देशों के सभी साथी को मिलकर के गरीबी के खिलाफ लड़ाई-लड़ने की योजना बनाएं। हम मिलकर लड़ाई लड़े। गरीबी को परास्त करें।
54. मैं भूटान गया, नेपाल गया, सार्कदेशों के सभी महानुभाव शपथ समारोह में आए। एक बहुत अच्छी हम शुरूआत हुई है। निश्चित रूप से अच्छे परिणाम मिलेंगे।
55. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं अगर आप 12 घंटे काम करेंगे तो मैं 13 घंटे काम करूंगा। क्यों, क्योंकि मैं प्रधानमंत्री नहीं, प्रधान सेवक के रूप में आपके बीच आया हूं। मैं शासक के रूप में नहीं सेवक के रूप में सरकार लेकर आया हूं।
56. मैं देश के सुरक्षाबलों को, अर्धसैनिक बलों को, देश की सभी सिक्योरिटी फोर्सेस को मां भारती की रक्षा के लिए उनकी तपस्या, उनके त्याग, उनके बलिदान, उनका गौरव करता हूं।