प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने निम्नलिखित प्रस्तावों के लिए अपनी स्वीकृति दे दी है :
(ए) हरियाणा के रेवाड़ी जिले के मनेथी में 1299 करोड़ रुपये की लागत से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना तथा
(बी) 2,25,000 रुपये (निर्धारित) बेसिक वेतनमान+एनपीए (लेकिन वेतन+एनपीए 2,37,500 रुपये से अधिक नहीं) में निदेशक के एक पद का सृजन।
प्रमुख विशेषताएं :
· नये एम्स में 100 स्नातक (एमबीबीएस) सीटें तथा 60 बीएससी (नर्सिंग) सीटें जोड़ी जाएंगी।
· नये एम्स में 15-20 सुपर स्पेशियलिटी विभाग होंगे।
· नये एम्स में लगभग 750 बिस्तरों का अस्पताल होगा।
· वर्तमान कार्यरत एम्स के डाटा के अनुसार प्रत्येक नये एम्स प्रतिदिन 1500 वाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) के रोगियों की चिकित्सा होगी तथा प्रति महीने अस्पताल में दाखिल लगभग 1000 रोगियों को चिकित्सा सेवा प्रदान की जाएगी।
विवरण :
नये एम्स की स्थापना में एम्स नई दिल्ली तथा पीएमएसएसवाई चरण-1 के अंतर्गत शुरू किए गए 6 नये एम्स की तर्ज पर अस्पताल, मेडिकल और नर्सिंग पाठ्यक्रम के लिए शिक्षण ब्लॉक,आवासीय परिसर निर्माण तथा संबंधित सुविधाएं/सेवाएं शामिल हैं। इसका उद्देश्य क्षेत्र में ऊपरी तृतीय स्तर की स्वास्थ्य सेवा, चिकित्सा शिक्षा, नर्सिंग शिक्षा और अनुसंधान सुविधा उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में नया एम्स स्थापित करना है।
प्रस्तावित संस्थान में 750 बिस्तरों का एक अस्पताल होगा,जिसमें आपातकालीन चिकित्सा/अभिघात बिस्तर, आयुष बिस्तर, निजी बिस्तर तथा आईसीयू स्पेशियलिटी और सुपर स्पेशियलिटी बिस्तर शामिल होंगे।
इसके अतिरिक्त, एक मेडिकल कॉलेज, आयुष ब्लॉक, ऑडोटोरियम, नाईट शेल्टर, अतिथि गृह, छात्रावास तथा आवासीय सुविधाएं होंगी। नये एम्स की स्थापना से पूंजी संपत्ति का सृजन होगा। इसके लिए रखरखाव तथा देखभाल के लिए 6 नये एम्स की तर्ज पर विशेषज्ञ मानव शक्ति का सृजन किया जाएगा। इन संस्थानों पर होने वाले खर्च स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की पीएमएसएसवाई योजना के बजट मद से दी जाने वाली अनुदान सहायता से पूरे किए जाएंगे।
लाभ :
· नये एम्स की स्थापना से न केवल स्वास्थ्य शिक्षा और प्रशिक्षण में परिवर्तन होगा बल्कि क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों की कमी की समस्या भी हल होगी।
· नये एम्स की स्थापना से दोहरा उद्देश्य पूरा होगा। आबादी को जहां सुपर स्पेशियलिटी स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जाएगी वहीं डाक्टरों तथा अन्य स्वास्थ्यकर्मियों का बड़ा पूल तैयार होगा, जिसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के अंतर्गत तैयार की जा रही प्राथमिक और द्वितीय स्तर के संस्थानों/ सुविधाओं में उपलब्ध कराया जा सकता है। नये एम्स का संचालन और रखरखाव खर्च पूरी तरह केंद्र सरकार द्वारा वहन किए जांएगे।
रोजगार सृजन :
नये एम्स की स्थापना से प्रत्येक एम्स में विभिन्न फैकल्टी तथा गैर-फैकल्टी पदों पर लगभग 3000 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अतिरिक्त नये एम्स के आसपास के क्षेत्रों में शापिंग सेंटर,कैंटीन आदि जैसी सुविधाओं और सेवाओं के कारण अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन होगा। नये एम्स के लिए आधारभूत संरचना सृजन से भी निर्माण के चरणों में अच्छी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा।
पृष्ठभूमि :
केंद्र की प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) का उद्देश्य देश के विभन्न भागों में ऊपरी तृतीय स्तर की किफायती स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता में असंतुलन दूर करना है और सुविधा से वंचित राज्यों में गुणवत्ता संपन्न चिकित्सा शिक्षा के लिए सुविधाओं को मजबूत बनाना है। वित्त मंत्री ने 2019-20 के अपने अंतरिम बजट भाषण में हरियाणा में एम्स स्थापित करने की घोषणा की थी। एम्स के निर्माण और संचालन का खर्च केंद्र सरकार द्वारा पीएमएसएसवाई के अंतर्गत वहन किया जाएगा।