प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने विदेशी राष्ट्रीय तेल कंपनियों (एनओसी) द्वारा कर्नाटक के पादुर स्थित पादुर रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार (एसपीआर) को भरने की मंजूरी दे दी है। पादुर स्थित एसपीआर सुविधा एक भूमिगत चट्टानी गुफा है जिसकी कुल क्षमता 2.5 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) है। इसमें चार कक्ष हैं जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 0.625 एमएमटी है।
इंडियन स्ट्रेटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व्स लिमिटेड (आईएसपीआरएल) ने तीन स्थानों यथा विशाखापत्तनम (1.33 एमएमटी), मंगलोर (1.5 एमएमटी) और पादुर (2.5 एमएमटी) में कुल मिलाकर 5.33 एमएमटी कच्चे तेल के भंडारण के लिए भूमिगत चट्टानी गुफाओं का निर्माण करने के साथ-साथ इन्हें चालू भी कर दिया है। वित्त वर्ष 2017-18 के लिए उपभोग आंकड़ों के अनुसार, एसपीआर कार्यक्रम के प्रथम चरण के तहत कुल 5.33 एमएमटी क्षमता की बदौलत वर्तमान में भारत की कच्चा तेल संबंधी आवश्यकता के लगभग 95 दिनों की आपूर्ति होने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2017-18 के लिए उपभोग आंकड़ों के मुताबिक, सरकार ने ओडिशा के चंडीखोल और कर्नाटक के पादुर में 6.5 एमएमटी की अतिरिक्त एसपीआर सुविधाओं की स्थापना के लिए जून 2018 में ‘सैद्धांतिक मंजूरी’ दे दी है जिससे भारत की ऊर्जा सुरक्षा में 11.5 दिनों की वृद्धि होने की आशा है।