प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.एम. करुणानिधि के निधन पर शोक व्यक्त किया। उनका निधन 7 अगस्त 2018 को चेन्नई के कावेरी अस्पताल में हो गया था।
मंत्रिमंडल ने उनकी स्मृति में दो मिनट का मौन रखा और शोक-प्रस्ताव पास किया। प्रस्ताव का मूलपाठ इस प्रकार है :-
‘‘मंत्रिमंडल तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. एम. करुणानिधि के दुखद निधन पर गहरा शोक व्यक्त करता है। उनकी मृत्यु 7 अगस्त, 2018 को चेन्नई के कावेरी अस्पताल में हो गई थी। उनके निधन से देश में एक दिग्गज और प्रतिष्ठित नेता खो दिया है, जिन्हें स्नेह से ‘कलइगनर’ कहा जाता था।
उनका जन्म 3 जून, 1924 को नागापट्टिनम जि़ले के थिरुक्कुवलई गांव में हुआ था। उन्होंने तमिलनाडु की राजनीति में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान कई सार्वजनिक और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। उन्होंने 33 वर्ष की आयु में 1957 के चुनाव में कुलिथलई निर्वाचन क्षेत्र से जीतकर तमिलनाडु विधानसभा में प्रवेश किया। वे 1967 में तमिलनाडु सरकार के मंत्री बने और पहली बार 1969 में राज्य के मुख्यमंत्री बने। वे पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे।
राजनीतिक जीवन के अलावा वे तमिल सिनेमा के अत्यन्त लोकप्रिय पटकथा लेखक भी रहे हैं। उन्होंने द्रविड़ आंदोलन के आदर्शों के प्रचार के लिए सिनेमा को माध्यम बनाया। डॉ. एम. करुणानिधि अपने लेखन और वक्तृत्व कौशल के लिए भी प्रसिद्ध थे। तमिल साहित्य में उनका योगदान बहुत गहरा और अभूतपूर्व है, तथा कविता, पटकथा, उपन्यास, जीवनी, नाटक, संवाद और सिनेमा के गीत उसमें शामिल हैं।
उनके निधन से तमिलनाडु की जनता ने अपना लोकप्रिय नेता खो दिया है।
मंत्रिमंडल सरकार और पूरे राष्ट्र की तरफ से शोक-संतप्त परिवार और तमिलनाडु की जनता के प्रति संवेदना व्यक्त करता है।