प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल को विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के क्षेत्र में सहयोग पर भारत और डेनमार्क के बीच हुए समझौते से अवगत कराया गया।
भारत और डेनमार्क के बीच विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक व्यवस्था पर 22 मई, 2018 को हस्ताक्षर किए जाने से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दोनों देशों के संबंध एक ऐतिहासिक पड़ाव पर पहुंच गया है।
लाभ:
इससे दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक नया अध्याय खुलेगा, क्योंकि दोनों पक्ष अब विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के क्षेत्र में पारस्परिक को बढ़ावा देने के लिए एक-दूसरे की पूरक क्षमता का फायदा उठा सकेंगे। इस व्यवस्था का उद्देश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के क्षेत्र में साझा हित वाले मुद्दों पर भारत और डेनमार्क के बीच सहयोग सुनिश्चित करना और उसे प्रोत्साहित एवं विकसित करना है। इसके हितधारकों में भारत और डेनमार्क के विज्ञान संस्थानों, शिक्षाविदों, आरएंडडी प्रयोगशालाओं एवं कंपनियों के अनुसंधानकर्ता शामिल होंगे। तात्कालिक सहयोग के लिए संभावित क्षेत्रों के रूप में अक्षय ऊर्जा, जल, पदार्थ विज्ञान, किफायती स्वास्थ्य सेवा, कृत्रिम जीव विज्ञान, फंक्शनल फूड एवं समुद्री अर्थव्यवस्था शामिल हैं।