श्रीलंका के राष्ट्रपति, माननीय श्री मैत्रीपाल सिरिसेना,
मीडिया के सदस्य,
मैं श्रीलंका के इस खूबसूरत शहर कोलम्बो में आकर प्रसन्न हूं।
मैं अपने करीबी पड़ोसी देशों में से एक इस देश का दौरा करने के लिए उत्साहित था, जिसके साथ हम कई बातें साझा करते है। मैं आपकी गर्मजोशी और मैत्रीपूर्ण स्वागत से सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं इस यात्रा के महत्व को समझता हूं। 1987 के बाद से यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय श्रीलंका यात्रा है।
पिछले महीने राष्ट्रपति के रूप में श्री सिरिसेना ने पहली बार भारत का दौरा कर हमें सम्मानित किया था और इतनी जल्दी यहां आकर मैं खुश हूं।
पड़ोसियों के बीच ऐसा ही होना चाहिए। हमें नियमित रूप से मिलते रहना चाहिए।
इससे हमें एक दूसरे को बेहतर तरीके से समझने, आपसी चिंताओं का समाधान खोजने और हमारे संबंधों को आगे बढ़ाने में मदद मिलती है।
राष्ट्रपति श्री सिरिसेना के साथ आज की मेरी बैठक की यही उपलब्धि है।
आर्थिक संधियां हमारे संबंधों के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ है।
जो प्रगति हमने की है, वह मजबूत आर्थिक सहयोग के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
पिछले दशक में हमारे बीच व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। मुझे भारत के साथ व्यापार के बारे में आपकी चिंताओं की जानकारी है। जैसाकि मैंने दिल्ली में कहा था कि हम इनके समाधान की कोशिश करेंगे। हमारे सीमा शुल्क प्राधिकारियों के बीच सहयोग पर समझौता इस दिशा में एक कदम है। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार सरल होगा और दोनों तरफ की गैर प्रशुल्क बाधाओं में कमी आएगी।
हम केवल समस्याओं के समाधान पर ही नहीं, बल्कि नये अवसरों पर भी अपना ध्यान केन्द्रित कर रहे है।
आज, लंका आईओसी और सिलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन आपसी तय शर्तों पर त्रिंकोमाली में चीन की खाड़ी प्रतिष्ठान के अपर टैंक फार्म को संयुक्त रूप से विकसित करने पर राजी हो गए हैं।
इसके तौर तरीकों के बारे में जल्द ही एक संयुक्त कार्यबल गठित किया जाएगा। त्रिंकोमाली को एक क्षेत्रीय पेट्रोलियम केन्द्र बनाने में भारत मदद के लिए तैयार है।
मैं आशा करता हूं कि सिमपुर कोयला विद्युत परियोजना पर जल्द ही कार्य शुरू होगा। इस महत्वपूर्ण परियोजना से श्रीलंका की बिजली की आवश्यकता पूरी हो सकेगी।
समुद्र आधारित अर्थव्यवस्था नया क्षेत्र है जो, दोनों देशों के लिए संभावना के नए द्वार खोलती है। दोनों देशों के लिए यह प्राथमिकता भी है। समुद्र आधारित अर्थव्यवस्था के लिए एक संयुक्त कार्य बल का गठन करने का हमारा निर्णय भी, खासकर हमारी निकटता को देखते हुए महत्वपूर्ण है।
हमारे संबंधों के केन्द्र में हमारे लोग हैं। हमने लोगों के आपसी मेलजोल, सम्पर्क और पर्यटन को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं।
हम श्रीलंका के नागरिकों के लिए सिंहाला तथा तमिल नववर्ष 14 अप्रैल, 2015 को आगमन पर वीजा और इलैक्ट्रॉनिक ऑथराइजेशन की सुविधा का विस्तार करेंगे।
एयर इंडिया जल्द ही नई दिल्ली से कोलंबो के बीच सीधी विमान सेवा शुरू करेगी।
हम श्रीलंका में रामायण से और भारत में महात्मा बुद्ध से जुड़े स्थलों के विकास के लिए सहयोग करेंगे।
इस वर्ष हम श्रीलंका में भारत महोत्सव का आयोजन करेंगे। श्रीलंका में सही अर्थों में बौद्ध धर्म फला-फूला है। भारत महोत्सव में हमारे बौद्ध स्थलों का प्रदर्शन भी किया जायेगा।
युवा मामलों में सहयोग पर सहमति पत्र हमारे संबंधों में एक महत्वपूर्ण दीर्घकालिक निवेश बनेगा।
भारत को श्रीलंका के विकास में सहयोग करने का सौभाग्य मिला है।
हम रेल क्षेत्र के लिए 318 मिलियन अमरीकी डॉलर तक का एक नया ऋण देंगे। इस राशि का उपयोग रोलिंग स्टॉक की खरीद तथा रेलवे पटरियों को दोबारा बिछाने और उन्हें उन्नत बनाने के लिए किया जायेगा।
हमें खुशी है कि हमने मतारा के रूहुना विश्वविद्यालय में रवीन्द्रनाथ टैगोर सभागार के निर्माण के लिए सहायता की।
मैं, कल उन आवास और कुछ अन्य परियोजनाओं का निरीक्षण करूंगा, जिनका निर्माण भारत की वित्तीय सहायता से किया जा रहा है। मुझे प्रसन्नता है कि इन योजनाओं के तहत 27 हजार से अधिक मकानों का निर्माण किया जा चुका है।
भारतीय रिजर्व बैंक और सैंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका 1.5 बिलियन अमरीकी डॉलर के मुद्रा विनिमय समझौता किया हैं। इससे श्रीलंका के रूपये को स्थिर रखने में मदद मिलेगी।
हमने मछुआरों के मुद्दे पर चर्चा की। इस जटिल मुद्दे में दोनों पक्षों के आजीविका और मानवीय चिंता से जुड़े हित शामिल हैं। इस मुद्दे को हमें इसी नजरिये से देखने की जरूरत है। साथ ही, इस मुद्दे का एक दीर्घकालिक समाधान ढूंढने की भी आवश्यकता है।
यह महत्वपूर्ण है कि भारत और श्रीलंका की मछुआरा एसोसिएशन बैठक कर शीघ्र ही इस मुद्दे का दोनों पक्षों को स्वीकार्य समाधान खोजें। इस स्वीकार्य समाधान को दोनों देशों की सरकारें आगे बढ़ा सकती है।
इस अवसर पर मैं कहना चाहता हूं कि राष्ट्रपति सिरिसेना द्वारा श्रीलंका के समावेशी भविष्य निर्माण के लिए किए जा रहे प्रयास प्रशंसनीय है।
मैं, श्रीलंका में शांति, सामंजस्य और प्रगति की नई यात्रा के लिए समर्थन और शुभकामनाएं देता हूं।
हम, श्रीलंका में तमिल समुदाय के साथ समाज के सभी वर्गों को समानता, न्याय, शांति और सम्मान दिलाने के भविष्य निर्माण के प्रयासों का समर्थन करते हैं।
हमारा विश्वास है कि 13वें संशोधन को शीघ्र और पूरी तरह से लागू करने से इन प्रयासों में प्रगति होगी।
मैं, इस क्षेत्र में शांति और समृद्धि को बढ़ाने के लिए आपसी सहयोग को मजबूत करने में भारत की प्रतिबद्धता व्यक्त करता हूं।
मैं, गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य के लिए राष्ट्रपति सिरिसेना को एक बार फिर धन्यवाद देना चाहता हूं।
आज की बैठक सकारात्मक रही है। इससे आत्मविश्वास और उम्मीद जगी है कि हमारे संबंध भविष्य में और बेहतर बनेंगे।
धन्यवाद।
I am delighted to be in Sri Lanka, and in this beautiful city of Colombo: PM @narendramodi https://t.co/3iegeeOYun
— PMO India (@PMOIndia) March 13, 2015
Am conscious of the significance of this visit. This is the first stand alone bilateral visit by an Indian Prime Minister since 1987: PM — PMO India (@PMOIndia) March 13, 2015
Our trade has seen impressive growth over the past decade. Am also aware of your concerns and we will try to address them: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) March 13, 2015
India stands ready to help Trincomalee become a petroleum hub: PM @narendramodi at the joint press meet with President Sirisena — PMO India (@PMOIndia) March 13, 2015
We will cooperate in developing a Ramayana trail in Sri Lanka and a Buddhist Circuit in India: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) March 13, 2015
Admire President Sirisena’s efforts to build an inclusive future for Sri Lanka: PM @narendramodi — PMO India (@PMOIndia) March 13, 2015
Meeting has been very productive. Gives me confidence and optimism about the future of our relations: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) March 13, 2015