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सिलवासा में विकास कार्यों के शुभारंभ पर प्रधानमंत्री का भाषण

PM’s speech at launch of development works in Silvassa


दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव के administrator, श्री प्रफुल्ल भाई पटेल, संसद में मेरे साथी, श्रीमति कलाबेन डेलकर, सभी गणमान्य महानुभाव, भाइयों और बहनों, नमस्कार।

कैसे हो सभी, आज तो उत्साह बहुत जोरदार लगता है। संघ प्रदेश के सभी कार्यकर्ताओं का आभार मानता हूं कि मुझे आप सभी ने मिलकर मुझे ऊपर आने का अवसर दिया। काफी पुराने चेहरों को नमस्ते करने का मौका मिल गया।

साथियों,

सिलवासा का ये प्राकृतिक सौंदर्य, यहां के लोगों का प्यार और दादरा नगर हवेली, दमन दीव, आप सब जानते हैं, मेरा कितना पुराना नाता रहा है, आप लोगों से। ये दशकों पुराना अपनापन, यहां आकर मुझे कितना आनंद मिलता है, ये केवल मैं और आप ही जानते हैं। बहुत पुराने साथियों को आज मैं देख रहा था। वर्षों पहले मुझे यहां बहुत बार आने का अवसर मिलता था। सिलवासा और पूरा दादरा नगर हवेली, दमन-दीव, उस समय क्या हालत थे, कितना अलग था और लोगों को भी लगता था कि समंदर के किनारे छोटी सी जगह, वहां क्या हो सकता है?  लेकिन मुझे यहां के लोग, यहां के लोगों के सामर्थ्य पर भरोसा था, आप पर भरोसा था। 2014 में केंद्र में सरकार बनने के बाद हमारी सरकार ने इस भरोसे को शक्ति में परिवर्तित कर दिया, उसे आगे बढ़ाया और आज हमारा सिलवासा, ये प्रदेश एक आधुनिक पहचान के साथ उभर रहा है। सिलवासा एक ऐसा शहर बन चुका है, जहां हर जगह के लोग रह रहे हैं। यहां का ये cosmopolitan मिजाज ये बताता है कि दादरा नगर हवेली में कितनी तेजी से नए अवसरों का विकास हुआ है।

साथियों,

इसी विकास अभियान के तहत आज यहां ढाई हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की अनेक परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया है। इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी, हेल्थकेयर, एजुकेशन और टूरिज्म, यानी एक प्रकार से हर क्षेत्र से जुड़े ढ़ेर सारे प्रोजेक्टस, इस क्षेत्र के विकास को और गति देंगे, यहाँ नए अवसर पैदा होंगे। मैं आप सभी लोगों को इन परियोजनाओं के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। एक छोटी सी बात कहूँ आपसे, आप में से काफी सारे, क्योंकि यहाँ तो विदेश से ज्यादा कुछ नया नहीं है, सिंगापुर जाते होंगे, यह सिंगापुर किसी जमाने में मछुवारों के लिए एक छोटा सा गाँव था, मछली पकड़ना ही मुख्य कार्य था। बहुत ही छोटे समय में वहाँ के लोगों की संकल्प शक्ति ने इसे आज सिंगापुर बना दिया। ऐसे ही अगर संघ प्रदेश के यहाँ के प्रत्येक नागरिक ठान ले, तो मैं आपके साथ खड़े रहने के लिए तैयार हूं, लेकिन आपको भी चलना पड़ेगा, फिर ऐसा नहीं की। 

साथियों,

दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव, हमारे लिए केवल एक केंद्र शासित प्रदेश नहीं है। ये संघ प्रदेश हमारा गर्व है, हमारी विरासत भी है। इसलिए हम इस प्रदेश को एक ऐसा मॉडल स्टेट बना रहे हैं, जो अपने समग्र विकास, होलिस्टिक डेवलपमेंट के लिए जाना जाए। मैं चाहता हूं, ये क्षेत्र जाना जाए-अपने हाइटेक इनफ्रास्ट्रक्चर के लिए, ये क्षेत्र जाना जाए-आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए, इस क्षेत्र को जाना जाए- वर्ल्ड क्लास एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स के लिए! यहाँ की पहचान हो-अपने टूरिज़्म से, ब्लू इकोनॉमी से! यहां की पहचान बने- यहाँ की औद्योगिक प्रगति, युवाओं के लिए नए अवसर, महिलाओं की भागीदारी और चौतरफा विकास!

भाइयों-बहनों,

प्रफुल्ल भाई पटेल की मेहनत और केंद्र सरकार के सहयोग की वजह से हम अब इस लक्ष्य से बहुत दूर नहीं हैं। बीते 10 वर्षों में हमने मिलकर इस दिशा में तेजी से काम किया है। हमारा सिलवासा और ये संघ प्रदेश विकास के मामले में देश के नक्शे पर एक अलग पहचान के साथ उभर रहे हैं। दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव, ये कई योजनाओं में सैचुरेशन की स्थिति में पहुंच गए हैं। जीवन के हर आयाम में, हर जरूरत के लिए सरकार की योजना का लाभ हर लाभार्थी को मिल रहा है। आप देखिए, वन नेशन वन राशन कार्ड से हर व्यक्ति को भोजन की गारंटी मिली है। जल जीवन मिशन से हर परिवार तक पीने का साफ पानी पहुंच रहा है। भारत नेट से डिजिटल कनेक्टिविटी मजबूत हुई है। पीएम जनधन ने हर परिवार को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ा है। पीएम जीवन ज्योति बीमा और पीएम सुरक्षा बीमा योजना का लाभ हर लाभार्थी को मिल रहा है। इन योजनाओं की सफलता ने यहां के लोगों को विश्वास से भर दिया है। सरकार की योजनाओं से उनके जीवन में जो सकारात्मक बदलाव आए हैं, उसके व्यापक प्रभाव दिख रहे हैं। अब हमारा प्रयास ये है कि स्मार्ट सिटीज मिशन, समग्र शिक्षा और पीएम मुद्रा जैसी योजनाओं में भी शत् प्रतिशत, 100 परसेंट सैचुरेशन हासिल करें। ये पहली बार है, जब जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर इस तरह सरकार खुद लोगों के पास जा रही है। इसका समाज के वंचित और आदिवासी वर्ग को बहुत ज्यादा लाभ मिला है। 

साथियों,

इनफ्रास्ट्रक्चर से लेकर शिक्षा, रोजगार और औद्योगिक विकास तक, किस तरह से इस प्रदेश की तस्वीर बदली है, ये आज हमारे सामने है। एक समय था, जब यहां के युवाओं को हायर एजुकेशन के लिए बाहर जाना पड़ता था। लेकिन, अब इस क्षेत्र में नेशनल लेवल के 6 इंस्टीट्यूट हैं। नमो मेडिकल कॉलेज, गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, IIIT दीव, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैंटरिंग टेक्नोलॉजी, और दमन का इंजीनियरिंग कॉलेज, इन संस्थानों के कारण हमारा सिलवासा और ये संघ प्रदेश एजुकेशन का नया हब बन गया है। यहां के युवाओं को इन संस्थानों का ज्यादा लाभ मिले, इसलिए उनके लिए सीटें रिजर्व रखी गई हैं। पहले मुझे ये देखकर खुशी होती थी, कि ये एक ऐसा प्रदेश है, जहां हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती और मराठी इन 4 अलग-अलग माध्यमों में पढ़ाई होती है। अब मुझे इस बात का भी गर्व है, कि यहाँ प्राइमरी और जूनियर स्कूलों में भी बच्चे स्मार्ट क्लास रूम्स में पढ़ाई कर रहे हैं।

साथियों,

बीते वर्षों में इस क्षेत्र में आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं का काफी विस्तार हुआ है। 2023 में मुझे यहां नमो मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन का अवसर मिला था। अब इसके साथ 450 बेड की क्षमता वाला एक और अस्पताल जुड़ गया है। इसका अभी यहां उद्घाटन किया गया है। आज यहां स्वास्थ्य से जुड़ी कई दूसरी परियोजनाओं का शिलान्यास भी हुआ है। सिलवासा की इन स्वास्थ्य सुविधाओं से यहां के आदिवासी समुदाय को बहुत बड़ा फायदा होगा। 

साथियों,

आज सिलवासा में हेल्थ से जुड़े ये प्रोजेक्ट्स एक और वजह से खास हो गए हैं। आज जनऔषधि दिवस भी है। जनऔषधि यानी- सस्ते इलाज की गारंटी! जनऔषधि का मंत्र है- दाम कम, दवाई में दम, दाम कम, दवाई में दम, हमारी सरकार अच्छे अस्पताल भी बनवा रही है, आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा भी दे रही है और जनऔषधि केन्द्रों के जरिए सस्ती दवाएं भी दे रही हैं। हम सबने अपने जीवन में देखा है, अस्पताल में इलाज के बाद भी लंबे समय तक दवाओं के खर्च का बोझ रहता है। ये बोझ कम हो, इसके लिए देशभर में 15 हजार से ज्यादा जन औषधि केंद्रों पर 80 प्रतिशत तक कम कीमत पर लोगों को दवाइयां मिल रही हैं। 80 प्रतिशत तक डिस्काउंट बोलो! दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव के लोगों को भी करीब 40 जन औषधि केंद्रों का लाभ मिल रहा है। आने वाले समय में हम देश भर में 25 हजार जनऔषधि केंद्र खोलने का लक्ष्य लेकर के आगे बढ़ रहे हैं। जब से ये योजना शुरु हुई है, तब से लेकर आज तक करीब साढ़े 6 हज़ार करोड़ रुपए की सस्ती दवाएं सरकार ने ज़रूरतमंदों को दी हैं। जनऔषधि केंद्र खुलने से गरीब और मिडिल क्लास के 30 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक बचे हैं। जनऔषधि केंद्रों की वजह से अनेक गंभीर बीमारियों का इलाज सस्ता हुआ है। ये इस बात का प्रमाण है कि हमारी सरकार सामान्य मानवी की आवश्यकताओं को लेकर कितनी संवेदनशील है।

साथियों,

स्वास्थ्य से जुड़े इन महत्वपूर्ण विषयों के साथ ही मैं एक और अहम विषय उठाना चाह रहा हूँ। आप सब जानते हैं, आज जीवनशैली, उससे जुड़ी बीमारियाँ, lifestyle dieseases हमारे आरोग्य के लिए एक बड़ा खतरा बन रही हैं। एक ऐसी ही बीमारी है- मोटापा, ओबेसिटी, ये कुर्सी पर बैठ भी नहीं सकते, आसपास देखना नहीं है, नहीं तो मैंने कहा तो आसपास देखेंगे, कि मेरे पास में ज्यादा वजन वाला कौन बैठा है। ये मोटापा जो आज दूसरी कई बीमारियों की वजह बनता जा रहा है। अभी हाल ही में मोटापे की समस्या पर एक रिपोर्ट आई है। ये रिपोर्ट कहती है कि 2050 तक 44 करोड़ से ज्यादा भारतीय मोटेपन, ओबेसिटी की समस्या से ग्रस्त हो जाएंगे। ये आंकड़ा बहुत बड़ा है, ये आंकड़ा डराने वाला है। इसका मतलब है, कि हर 3 में से एक व्यक्ति ओबेसिटी की वजह से गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकता है, ये मोटापा जानलेवा बन सकता है। यानी, हर परिवार में कोई एक व्यक्ति ओबेसिटी का शिकार होगा, ये कितना बड़ा संकट हो सकता है। हमें अभी से ऐसी स्थिति को टालने का प्रयास करना ही होगा। और इसलिए, कई उपाय हो सकते हैं, मैंने एक आह्वान किया है और मैं आज आपसे वादा चाहता हूं, ये हास्पिटल तो अच्छा बना है, लेकिन मैं नहीं चाहता हूं कि आपको अस्पताल जाने की मुसीबत आ जाए, भले अस्पताल खाली रहे, आप लोग तंदुरूस्त रहे। मैं एक आपसे एक काम करवाना चाहता हूं, आप करेंगे? जरा हाथ ऊपर करके बताइये, करेंगे? मुझे एक वचन दें कि करेंगे, सभी हाथ ऊपर करके बोलिए जरा, करेंगे 100 प्रतिशत करेंगे। इस शरीर का वजन बढ़ेगा और मोटे होते जाओगे, उससे में पतला होने का प्रयास करना है।

हम सभी को अपने खाने के तेल में 10 प्रतिशत की कटौती करनी चाहिए। हमें हर महीने 10 प्रतिशत कम तेल में काम चलाने का प्रयास करना है। यानी हर महीने जितना खाने का तेल लेते हैं, अभी से 10 पर्सेंट कम खरीदना तय कर लो। बोलो, 10 प्रतिशत तेल का उपयोग कम करने का वचन देते हो, सभी हाथ ऊपर करके, खास करके बहनें बोेलें, फिर भले ही घर में सुनना पड़े, लेकिन तेल कम करोगे, पक्का। मोटापा कम करने की दिशा में ये एक बहुत बड़ा कदम होगा। इसके अलावा, हम exercise को अपने जीवन का हिस्सा बनाना होगा। अगर आप हर रोज कुछ किलोमीटर पैदल भी चलते हैं, Sunday on cycle ये भी करते हैं, तो बहुत बड़ा फायदा होगा। और आप देखो मैंने 10 प्रतिशत तेल कम करने के लिए जो बोला है, दूसरा कोई और काम करने के लिए नहीं बोला है, नहीं तो आप ऐसा कहोगे, कि साहब कहें शाम को 50 प्रतिशत कम करों, तो आप मुझे सिलवासा नहीं बुलाएंगे। आज देश विकसित भारत के संकल्प को सिद्ध करने में जुटा है। हमें ये याद रखना है, कि स्वस्थ देश ही ऐसे लक्ष्य को हासिल कर सकता है। इसलिए, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव, ये संघ प्रदेश के लोगों से भी कहूंगा, अगर आप खाने के तेल में कटौती करते हैं, अपने को फिट रखते हैं, तो ये विकसित भारत की यात्रा में आपका एक बड़ा योगदान होगा। 

साथियों,

जिस प्रदेश के पास विकास का विज़न होता है, वहाँ अवसरों का निर्माण भी तेजी से होता है। इसीलिए, पिछले एक दशक में ये क्षेत्र एक industrial सेंटर के रूप में उभरा है। और इस बार बजट में हमने mission manufacturing, एक बहुत बड़ा काम हाथ में लिया है, जिसका सबसे ज्यादा लाभ यहां हो सकता है। पिछले 10 वर्षों में यहाँ सैकड़ों नए उद्योग शुरू हुए हैं, कई उद्योगों का विस्तार हुआ है। इसमें हजारों करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। ये उद्योग स्थानीय लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर दे रहे हैं। हम ये भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि रोजगार के इन अवसरों का ज्यादा से ज्यादा लाभ हमारे आदिवासी समाज को, ट्राइबल साथियों को मिले। इसी तरह, SC, ST, OBC महिलाओं को सशक्‍त बनाने के लिए, यहां गीर आदर्श आजीविका योजना को भी लागू किया गया है। यहाँ छोटे डेयरी फार्म की स्थापना से स्वरोजगार के नए अवसर भी बने हैं। 

साथियों,

रोजगार का एक बहुत बड़ा माध्यम पर्यटन भी है। यहां के Beach और यहां की समृद्ध विरासत बड़ी संख्या में देश-विदेश के पर्यटकों को यहां ला रहे हैं। दमन में रामसेतु, नमोपथ और टेंट सिटी के विकास से इस क्षेत्र का आकर्षण बढ़ा है। दमन का नाइट मार्केट भी पर्यटकों को खूब पसंद आ रहा है। यहां एक विशाल पक्षी विहार का निर्माण किया गया है। दुधनी में इको रिसॉर्ट बनाने की तैयारी है। दीव में समुद्री तट पर कोस्टल प्रो-मेनेड, Beach development का काम भी किया जा रहा है। 2024 में दीव Beach games का आयोजन हुआ था, जिसके बाद से लोगों में beach games का आकर्षण बढ़ा है। ब्लू फ्लैग मिलने के बाद दीव का घोघला बीच भी एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन गया है। और अब तो दीव जिले में ‘केबल कार’ का विकास किया जा रहा है। ये भारत का पहला हवाई रोप-वे होगा, जिसके माध्यम से अरब सागर का शानदार View देखने को मिलेगा। यानी, हमारा दादरा नगर हवेली और दमन दीव, हमारा ये संघ प्रदेश, भारत के सबसे बेहतरीन टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शामिल हो रहा है।

साथियों,

यहां जो कनेक्टिविटी के काम हुए हैं, उनकी भी इसमें बड़ी भूमिका है। आज दादरा के करीब बुलेट ट्रेन का स्टेशन बन रहा है। मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेसवे सिलवासा से गुजर रहा है। पिछले कुछ वर्षों में यहां कई किलोमीटर की नई सड़कें बनी हैं और 500 किलोमीटर से ज्यादा सड़कों का निर्माण चल रहा है। इस पर हजारों करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। उड़ान स्कीम का फायदा भी प्रदेश को हुआ है। बेहतर कनेक्टिविटी के लिए यहां के एयरपोर्ट को अपग्रेड किया जा रहा है। यानी हमारी सरकार, आपके विकास के लिए कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही है।

साथियों,

मुझे खुशी है कि दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव, विकास के साथ-साथ गुड गवर्नेंस और ease of living वाले प्रदेश भी बन रहे हैं। एक समय था, जब लोगों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे। आज यहां सरकार से जुड़े ज़्यादातर काम मोबाइल पर केवल एक क्लिक से हो जाते हैं। इस नई अप्रोच का सबसे ज्यादा फायदा उन आदिवासी इलाकों को हो रहा है, जिन्हें दशकों तक अनदेखा किया गया था। आज गांवों में स्पेशल कैंपों का आयोजन किया जाता है। लोगों की समस्याएं सुनकर वहीं समाधान का प्रयास होता है। मैं प्रफुल्ल भाई और उनकी टीम को ऐसे प्रयासों के लिए बधाई देता हूं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव के संघ प्रदेश के विकास के लिए हम निरंतर प्रयास करते रहेंगे। मैं एक बार फिर आज की विकास परियोजनाओं के लिए आपको बधाई देता हूं और जो शानदार स्वागत आपने किया, जो अपनेपन से जो प्यार-दुलार  दिया, जो स्वागत सम्मान किया, इसके लिए मैं संघ प्रदेश के सभी नागरिकों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं, बहुत-बहुत धन्यवाद।

डिस्क्लेमर: प्रधानमंत्री के भाषण का कुछ अंश कहीं-कहीं पर गुजराती भाषा में भी है, जिसका यहाँ भावानुवाद किया गया है।

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