જનજાતીય ગૌરવ દિવસ નિમિત્તે રાષ્ટ્રને માનનીય રાષ્ટ્રપતિનું સંબોધન સાંભળવા નાગરિકોને વિનંતી કરતાં, પ્રધાનમંત્રી શ્રી નરેન્દ્ર મોદીએ આજે ટીપ્પણી કરી કે જનજાતીય ગૌરવ દિવસ એ આપણા આદિવાસી સમુદાયોની અજોડ બહાદુરી અને બલિદાનનું પ્રતીક છે. માતૃભૂમિનું સન્માન અને સ્વાભિમાન.
પ્રેસિડેન્ટ ઓફ ઈન્ડિયા હેન્ડલ પરની પોસ્ટનો જવાબ આપતાં શ્રી મોદીએ લખ્યું:
“जनजातीय गौरव दिवस मातृभूमि के सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा के लिए हमारे आदिवासी समुदायों के अतुलनीय शौर्य और बलिदान का प्रतीक है। इस अवसर से जुड़ा माननीय राष्ट्रपति जी का राष्ट्र के नाम ये संबोधन देशवासियों को जरूर सुनना चाहिए…”
जनजातीय गौरव दिवस मातृभूमि के सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा के लिए हमारे आदिवासी समुदायों के अतुलनीय शौर्य और बलिदान का प्रतीक है। इस अवसर से जुड़ा माननीय राष्ट्रपति जी का राष्ट्र के नाम ये संबोधन देशवासियों को जरूर सुनना चाहिए… https://t.co/VFyQUF77qy
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2024
AP/IJ/GP/JD
जनजातीय गौरव दिवस मातृभूमि के सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा के लिए हमारे आदिवासी समुदायों के अतुलनीय शौर्य और बलिदान का प्रतीक है। इस अवसर से जुड़ा माननीय राष्ट्रपति जी का राष्ट्र के नाम ये संबोधन देशवासियों को जरूर सुनना चाहिए… https://t.co/VFyQUF77qy
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2024