प्रोफेसर पॉल माइकल रोमर, अमेरिकी अर्थशास्त्री
( Oct 20, 2024 )
मेरा मानना है कि डिजिटल साउथ के अन्य देशों को खुद से यह कहना चाहिए कि अगर भारत यह कर सकता है, तो हम भी कर सकते हैं। देशों को आत्मविश्वास और महत्वाकांक्षा रखनी चाहिए कि वे कुछ नया प्रयास करें, जैसे भारत ने आधार नंबर बनाकर किया। दूसरे देश भारत के अनुभव से सीख सकते हैं, लेकिन उन्हें यह भी कहना चाहिए कि हमें अमीर देशों पर निर्भर नहीं रहना है। हम शायद यह भी न चाहें कि अमीर देश नेतृत्व करें, क्योंकि वे हमारे नागरिकों के जीवन में वो सुधार नहीं ला सकते जो हम चाहते हैं।