प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी आज कहा कि मिशन स्वच्छ भारत पूरे देश का एजेंडा बन ना चाहिए। 2 अक्टूबर को शुरू होने वाले इस महा अभियान का लक्ष्य 2019 तक स्वच्छ भारत बनाना है।
प्रधानमंत्री, मिशन स्वच्छ भारत के शुभारंभ की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
श्री मोदी ने कहा कि 2 अक्टूबर को होने वाली गतिविधियां राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में केवल प्रधानमंत्री के आयोजन तक ही सीमित नहीं रहनी चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि सफाई से संबधित गतिविधियां देश भर में प्रत्येक गांव में की जानी चाहिए, उन्होंने इस मिशन को सफल बनाने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करने के लिए आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत के लिए गांधीजी हमारे प्रेरणा होने चाहिए।
प्रधानमंत्री ने ग्राम स्तर से लेकर सभी स्तरों पर मिशन स्वच्छ भारत को कानूनी तौर पर स्थापित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने ग्रामीण विकास मंत्रालय से सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले गांवों की संभावनाओं का पता लगाने को कहा। उन्होंने सरकारी कार्यालयों में भी सफाई के मानक स्थापित करने को कहा।
प्रधानमंत्री ने सरपंचों, सांसदों, विधायकों आदि सहित विभिन्न जनप्रतिनिधियों के लिए विशिष्ट भूमिकाएं बनाने के महत्व को रेखांकित किया।
इस अवसर पर शहरी विकास मंत्रालय, ग्रामीण विकास, मानव संसाधन विकास और सूचना एवं प्रसारण सहित विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों ने मिशन पर अपने विचारों को प्रस्तुत किया। गंगा और उसकी सहायक नदियों के किनारे सटे कस्बों को स्वच्छ भारत अभियान में सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
Inspired by Mahatma Gandhi, we want Mission Swachh Bharat to become a mass movement that will create a Clean India! http://t.co/gnILMi0rVW
— Narendra Modi (@narendramodi) September 19, 2014